Can I Eat Paneer During The First Trimester In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ भी खाने से पहले हर महिला को अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखना चाहिए। डाइट में क्या शामिल कर रहे हैं, क्या नहीं खाना चाहिए, इस बारे में जानकारी होनी चाहिए। साथ ही, यह पता होना चाहिए कि उनके गर्भ में पल रहे शिशु के शारीरिक-मानसिक विकास के लिए क्या सही है और क्या नहीं। आमतौर पर प्रेग्नेंसी में महिलाओं को दूध और दूध से बने प्रोडक्ट का सेवन करने की सलाह दी जाती है। दूध और इससे बने प्रोडक्ट खासकर, पनीर में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन-डी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इससे भ्रूण विकास बेहतर होता है और यह महिलाओं की हड्डियों के लिए भी फायदेमंद है। तो यहां यह जानना भी जरूरी है कि क्या प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में कच्चा पनीर भी खाया जा सकता है। कहीं यह सेहत को नुकसान तो नहीं पहुंचाता है? आइए, जानते हैं वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से।
क्या प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में कच्चा पनीर खाना सेफ है?- Pregnancy Mein Kaccha Paneer Kha Sakte Hain Kya
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में महिलाओं को कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं जैसे उल्टी, मतली आदि। इस दौरान डॉक्टर सलाह देते हैं कि इस दौरान महिलाओं को ऐसी डाइट फॉलो करनी चाहिए, जिससे प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही सहज हो सके और इसके लक्षणों को कंट्रोल किया जा सके। जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में कच्चा पनीर खाना सुरक्षित है? इस बारे में डॉक्टर का कहना है, "प्रेग्नेंसी के दौरान कच्चा पनीर नहीं खाया जाना चाहिए। यह बिल्कुल सुरक्षित नहीं है।" ऐसा क्यों? डॉक्टर आगे बताते हैं, "कच्चा पनीर या कोई भी चीज जो सही तरह से पकी हुई न हो, प्रेग्नेंसी के दौरान उसका सेवन नहीं किया जाना चाहिए। इसमें हार्मफुल बैक्टीरिया होते हैं, जो गर्भ में पल रहे शिशु के विकास को बाधित कर सकते हैं या उसके स्वास्थ्य को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।" कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में कच्चा पनीर खाने से महिलाओं को बचना चाहिए। यह उनके हेल्थ के लिए सही नहीं है।
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प्रेग्नेंसी में कच्चा पनीर क्यों नहीं खाना चाहिए
कमजोर इम्यूनिटी
यह बात आप जानते होंगे कि प्रेग्नेंसी में महिलाओं की इम्यूनिटी बहुत कमजोर हो जाती है। ऐसे में अगर महिलाएं कच्ची चीजें खाती हैं, तो इस तरह की चीजें आसानी से हजम नहीं होती हैं। वहीं, कच्चा पनीर खाने से प्रेग्नेंट महिला को बीमार होने का रिस्क रहता है।
स्वास्थ्य समस्या
प्रेग्नेंसी में कच्ची चीजें, विशेषकर पनीर खाने से उल्टी, डिहाइड्रेशन और डायरिया, कब्ज और अपच जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा, यह भी ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी में कच्ची चीजें खाना स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर स्थितियां पैदा कर सकता है। वैसे भी इन दिनों बाजार में नकली और असली पनीर में फर्क करना काफी मुश्किल हो गया है। इसलिए, प्रेग्नेंसी में पनीर को अच्छी तरह पकाने के बाद ही खाना चाहिए।
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दूध का पास्चराइज्ड न होना
आमतौर पर दूध को अनपास्चराइजड मिल्क से बनाया जाता है। इसका मतलब है कि इस तरह के दूध को पूरी तरह से हीट नहीं किया जाता है, जिससे उसके अंदर के बैक्टीरिया मर सकें। ध्यान रखें कि कच्चे पनीर में लिस्टेरिया जैसे बैक्टीरिया होते हैं। यह बहुत ही घातक बैक्टीरिया है। इसका सेवन करना महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए हानिकार हो सकता है। इससे मिसकैरेज और स्टिलबर्थ का रिस्क बना रहता है।
भ्रूण का विकास बाधित होना
कच्चे पनीर में बैक्टीरिया होते हैं। जब महिलाएं प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में कच्चे पनीर अधिक मात्रा में खाती हैं, तो इसकी वजह से बैक्टीरिया पेट तक जा सकते हैं। इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। साथ ही, गर्भ में भ्रूण का विकास भी बाधित होने लगता है।
FAQ
प्रेगनेंसी में कच्चा पनीर खाने से क्या होता है?
कच्चे पनीर में लिस्टेरिया नाम का बैक्टीरिया होता है। यह पनीर को संक्रमित कर देता है। इसका सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को नुकसना हो सकता है।गर्भावस्था के पहले 1 महीने से 3 महीने तक क्या खाना चाहिए?
गर्भावस्था की हर तिमाही में महिलाओं को हेल्दी चीजों का सेवन करना चाहिए। उन्हें अपनी डाइट में फोलिक एसिड, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, और ओमेगा-3 फैटी एसिड से पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए। इसके लिए, साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि शामिल करें।3 महीने की प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए?
प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने में कच्ची सब्जियां, सी-फूड जैसी चीजें नहीं खानी चाहिए। इसके अलावा, बुरी आदतों को पूरी तरह छोड़ देना चाहिए।