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क्या इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज एक ही समस्या है? डॉक्टर से जानें

आज के समय में डायबिटीज एक आम समस्या मानी जाती है। कई बार कुछ लोग इंसुलिन रेजिस्टेंस को ही डायबिटीज मान लेते हैं। आगे जानते हैं कि क्या यह दोनों स्थितियां अलग होती है या एक ही है?
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क्या इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज एक ही समस्या है? डॉक्टर से जानें


Is Insulin Resistance the Same as Diabetes In Hindi: आज के दौर में डायबिटीज और ब्लड प्रेशर एक आम समस्या बन चुकी हैं। दरअसल, लोगों की बदलती लाइफस्टाइल के चलते डायबिटीज के रोगियों को संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। जब व्यक्ति के शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन हार्मोन के प्रति क्रियाशील नहीं होती है, जो इस स्थिति को इंसुलिन रेजिस्टेंस कहा जाता है। इसके चलते ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। डायबिटीज होने पर व्यक्ति को मोटापा और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। लोगों की डाइट इंसुलिन रेजिस्टेंस की एक मुख्य वजह मानी जाती है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज एक दूसरे से जुड़ी होती हैं। लेकिन, इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले हर रोगी को डायबिटीज की समस्या नहीं होती है। ठीक इसी तरह हर डायबिटीज रोगी इंसुलिन रेजिस्टेंस नहीं होते हैं। इंसुलिन रेजिस्टेंस से व्यक्ति को प्री डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है। इस लेख में यशोदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर ए पी सिंह से जानते हैं कि क्या इंसुलिन रेजिस्टेंस को ही डायबिटीज कहा जा सकता है।

क्या इंसुलिन रेजिस्टेंस का मतलब डायबिटीज होता है? - Is Insulin Resistance the Same as Diabetes In Hindi

डॉक्टर बताते हैं कि इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज दोनों ही अलग-अलग स्थिति है। लेकिन, इन दोनों ही स्थिति के बीच गहरा संबंध होता है। आगे आप इस स्थिति को समझ सकते हैं।

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इंसुलिन एक हार्मोन है, जो अग्न्याशय (Pancreas) द्वारा निर्मित होता है। इसका मुख्य कार्य रक्त में मौजूद ग्लूकोज (शुगर) को कोशिकाओं तक पहुंचाना है ताकि इसे एनर्जी के रूप में उपयोग किया जा सके। जब शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन को पहचानने में असमर्थ होती हैं, तो ग्लूकोज कोशिकाओं में नहीं जा पाता। इस स्थिति में पैंक्रियाज अधिक मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन करता है ताकि खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित किया जा सके। लंबे समय तक यह समस्या कई रोग उत्पन्न कर सकती है।

वहीं, डायबिटीज एक पुरानी बीमारी है जिसमें शरीर में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है। टाइप 1 डायबिटीज में एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कर देता है। जबकि, टाइप 2 डायबिटीज में इसमें शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता (जो इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण हो सकता है)।

इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज में अंतर - Difference Between Insulin Resistance And Diabetes In Hindi

  • इंसुलिन रेजिस्टेंस एक शुरुआती स्थिति है, जिसमें शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील होती है। वहीं, डायबिटीज एक रोग है, जिसमें शरीर में शुगर का स्तर नॉर्मल से अधिक हो जाता है।
  • इंसुलिन रेजिस्टेंस में ब्लड शुगर का लेवल सामान्य हो सकता है, क्योंकि पैंक्रियाज अधिक इंसुलिन बनाता है। वहीं, डायबिटीज में ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित नहीं रहता है।
  • इंसुलिन रेजिस्टेंस डायबिटीज का कारण बन सकता है। जबकि, डायबिटीज इंसुलिन रेजिस्टेंस का रिजल्ट हो सकता है।
  • इसे लाइफस्टाइल में बदलाव करके मैनेज किया जा सकता है। जबकि, डायबिटीज के गंभीर स्थिति को दवाओं और इंसुलिन थेरेपी की जरूरत पड़ती है।

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Is Insulin Resistance the Same as Diabetes In Hindi: इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज एक ही चीज नहीं हैं, लेकिन दोनों में गहरा संबंध है। इंसुलिन रेजिस्टेंस को पहचानकर और सही समय पर कदम उठाकर टाइप 2 डायबिटीज को रोका जा सकता है। जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव और स्वस्थ आदतें अपनाकर न केवल इंसुलिन रेजिस्टेंस बल्कि डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से भी बचा जा सकता है।

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