आम लोगों के लिए भी जरूरी है शुद्ध ऑक्‍सीजन, घर के अंदर करें ये बदलाव

अगर आप सोच रहे हैं कि घर के अंदर या दफ्तर में बैठकर आप प्रदूषित वातावरण से दूर हैं, तो यह भ्रम है। कई शोध यह बताते हैं कि अकसर अंदर का वातावरण बाहर से ज्यादा प्रदूषित रहता है। ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखकर अपने आस-पास का पर्यावरण अशुद्ध होने से बचाया जा सकता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
आम लोगों के लिए भी जरूरी है शुद्ध ऑक्‍सीजन, घर के अंदर करें ये बदलाव


शुद्ध हवा यानी ऑक्‍सीजन की जरूरत सभी जीव-जंतुओं को होती है। इसके बिना जीवन संभव नहीं है, लेकिन पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण ने सांस लेना दूभर कर दिया है। इसकी वजह है लोग अस्‍थमा और अन्‍य सांस की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए शुद्ध ऑक्‍सीजन ज्‍यादा जरूरी हो जाता है। इस बदलते मौसम के कारण हवा में घुले प्रदूषण के जहर के बीच सांस लेना हमारी मजबूरी है। इससे एलर्जी, सांस लेने में परेशानी, प्रतिरक्षा तंत्र का कमजोर होना और आए दिन जुकाम जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि घर के अंदर या दफ्तर में बैठकर आप प्रदूषित वातावरण से दूर हैं, तो यह भ्रम है। कई शोध यह बताते हैं कि अकसर अंदर का वातावरण बाहर से ज्यादा प्रदूषित रहता है। ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखकर अपने आस-पास का पर्यावरण अशुद्ध होने से बचाया जा सकता है।

 

कारपेट से 

घर और आफिस में कारपेट का कम से कम इस्तेमाल करें। कारपेट में धूल मिट्टी के कण जम जाते हैं। इसमें कीटाणुओं के छुपे रहने के लिए पर्याप्‍त जगह होती है। अगर आपको धूल से एलर्जी है तो आपको कारपेट से थोड़ा दूर ही रहना चाहिए। खासतौर पर उस समय जब उसकी सफाई हो रही हो।  

कम हो रसायन 

कीटनाशकों और अन्य रसायनों का छिड़काव कम से कम हो। हमेशा रसायनों के प्रयोग से ही घर और कार्यालय की सफाई न करें। अगर किसी स्थान पर पेंट या पालिश हुई है, तो एसी चालू करने से पहले वायु संचार की उचित व्यवस्था कर लें। हमेशा प्राकृतिक रूम फ्रैशनर का ही इस्तेमाल करें।

एसी की सफाई 

पूरी तरह से बंद कमरों के एसी की  समय-समय पर सफाई कराएं। एसी कीटाणुओं के छुपने के लिए माकूल जगह होती है। और फिर आप एसी चलाते हैं, तो ये कीटाणु हवा के साथ घुलकर बीमारी पैदा करने का काम करते हैं। ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप एसी की सफाई का पूरा ध्‍यान दें। हालांकि, आजकल के एसी फिल्‍टर तकनीक से लैस हैं, और उनका इस्‍तेमाल आपको संक्रमण से बचा सकता है।

इसे भी पढ़ें: टेंशन लेने का आपके बालों पर क्‍या प्रभाव पड़ता है, जानें इससे होने वाले दुष्‍परिणाम

धूम्रपान से दूरी 

घर या आफिस के अंदर धूम्रपान न करें। धूम्रपान से न केवल आपकी सेहत को नुकसान पहुंचता है, बल्कि इससे आसपास की हवा भी दूषित होती है। इस हवा में जो सांस लेता है उसके स्‍वास्‍थ्‍य को भी गंभीर नुकसान हो सकते हैं। कई जानकार तो यह भी मानते हैं कि धूम्रपान करने वाले से ज्‍यादा नुकसान धूम्रपान करने वाले के करीब बैठने वाले लोगों को होता है।

इसे भी पढ़ें: अवसाद का कारण है शरीर में विटामिन डी की कमीं, सूर्य के अलावा भी हैं कई स्‍त्रोत

घर-दफ्तर में हो बगीचा 

आजकल आंगन के लिए जगह ही कहां बची है। दड़बेनुमा घर और दफ्तर हो गए हैं। लंकिन, फिर भी आप घर और दफ्तर में, गमलों में छोटे-छोटे पौधे लगा सकते हैं। पौधों से आक्सीजन स्तर में तो इजाफा होता ही है, वातावरण भी खुशनुमा रहता है। आप चाहें तो बालकनी में पौधे लगा सकते हैं। बोन्‍साई का इस्‍तेमाल भी किया जा सकता है। याद रखिये, हम तभी तक जिंदा हैं, जब तक हमारी सांसें चल रही हैं। और हमारी सांसें स्‍वस्‍थ चलें इसके लिए जरूरी है कि हम उसके लिए माकूल वातावरण तैयार करें।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Other Diseases In Hindi

Read Next

पैर के अंगूठे की हड्डी का बढ़ना गोखरू रोग के हैं संकेत, महिलाएं होती हैं ज्‍यादा प्रभावित

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version