टेंशन लेने का आपके बालों पर क्‍या प्रभाव पड़ता है, जानें इससे होने वाले दुष्‍परिणाम

तनाव और तनाव का प्रभाव भी आपकी त्वचा और बालों पर देखा जा सकता है। इससे बाल गिरने की समस्या होती है, बाल सफेद रंग के हो जाते हैं। कुछ संकेतों के बारे में जानने के बाद आप यह पहचान सकते हैं कि तनाव आपके बालों को प्रभावित कर रहे हैं। 
  • SHARE
  • FOLLOW
टेंशन लेने का आपके बालों पर क्‍या प्रभाव पड़ता है, जानें इससे होने वाले दुष्‍परिणाम


किसी व्यक्ति के जीवन में तनाव के कई कारण हो सकते हैं। ऑफिस के काम या घर में कुछ समस्याएं या कुछ व्यक्तिगत मुद्दों के कारण कुछ लोग तनावग्रस्त हो जाते हैं। किसी भी व्यक्ति में तनाव होने के लिए कई कारण हो सकते हैं। कारण एक दूसरे से अलग हैं। लोग महसूस करते हैं कि तनाव केवल मानसिक रूप से व्यक्ति को प्रभावित करता है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह आपको शारीरिक रूप से भी प्रभावित करता है। तनाव और तनाव का प्रभाव भी आपकी त्वचा और बालों पर देखा जा सकता है। इससे बाल गिरने की समस्या होती है, बाल सफेद रंग के हो जाते हैं। कुछ संकेतों के बारे में जानने के बाद आप यह पहचान सकते हैं कि तनाव आपके बालों को प्रभावित कर रहे हैं। तो आप हमें बताएं कि तनाव आपके बालों को कैसे प्रभावित करता है।

 

बालों पर तनाव का प्रभाव

  • सफेद बाल
  • बालों का पतला होना 
  • बाल भद्दे और निर्जीव दिखाई देते हैं 
  • बालों का झड़ना

बालों का सफेद होना 

ऐसे कई कारण हैं जो ग्रेनेटिक्स, रसायन जैसे ग्रे हेयर का कारण बन सकते हैं। हालांकि, यहां तक कि तनाव भी सफेद बालों का कारण बन सकता है। ज्‍यादातर मामलों में बाल सफेद होने का कारण अत्‍यधिक तनाव है। युवाओं में इस प्रकार की समस्‍या काफी कम उम्र में देखने को मिलती है। 

बालों का पतला होना 

यदि आप तनाव से प्रभावित होते हैं, तो व्यक्ति स्वस्थ भोजन नहीं खा पाते हैं। खान पान का समय काफी प्रभावित होता है। जिसके कारण व्यक्ति पोषक तत्वों की उचित मात्रा भी नहीं मिल पाता है। पोषक तत्व की कमी भी बालों के विकास को रोकती है, जिसके कारण बालों को पतला होना शुरू होता है।

इसे भी पढ़ें: मामूली रोग नहीं है गले में खराश, गंभीर बीमारियों के साथ आती है ये समस्‍या, जानें उपचार

बाल भद्दे और निर्जीव दिखाई देते हैं 

जब आप अत्यधिक तनाव से पीड़ित होते हैं, तो इसका प्रभाव आपके शरीर पर दिखाई देता है। जो आपके बालों पर सबसे ज्यादा देखा जा सकता है। तनाव के समय में, पोषक तत्व आपके बालों तक पहुंचने में असमर्थ होते हैं, जिसके कारण यह निर्जीव और ड्राई दिखने लगते हैं। 

बाल झड़ना

तनाव से कोर्टिसोल हार्मोन का श्राव होता है। जो हेयर फॉलिकल्‍स के आसपास अपशिष्ट पदार्थ उत्‍सर्जित करते हैं, जिसके कारण आपके बाल पतले और सूखे हो जाते हैं और बालों के झड़ने की समस्या शुरू होती है। अगर समय पर इस ओर ध्‍यान न दिया जाए तो कम उम्र में ही 50 फीसदी से ज्‍यादा बाल झड़ जाते हैं।

इसे भी पढ़ें: अवसाद का कारण है शरीर में विटामिन डी की कमीं, सुर्य के अलावा भी हैं कई स्‍त्रोत

बाल झड़ने से कैसे बचाएं 

  • आपके बाल न झड़ें इसके लिए सबसे पहले आपको अपनी जीवनशैली बदलनी पड़ेगी। तनाव से दूर रहें। सुबह जल्‍दी उठें और रात को जल्‍दी सोएं। टेक्‍नोलॉजी जैसे मोबाइल या लैपटॉप का प्रयोग कम करें। 
  • खानपान का समय निर्धारित करें, संतुलित आहार लें। फल और सब्जियों का सेवन ज्‍यादा करें, क्‍योंकि इसमें वह सभी तत्‍व होते हैं जो बालों के लिए जरूरी है।  
  • सुबह एक घंटे एक्‍सरसाइज या योगासन जरूर करें। सुबह टहलने की आदत डालें। इससे काफी हद तक तनाव से दूर रहेंगे। 
  • बालों को हेल्‍दी रखने के लिए तेल से मसाज करें। सप्‍ताह में कम से कम 2 बार सरसों, बादाम या जैतून के तेल से स्‍कैल्‍प का मसाज करें। तेल को गर्म करके गुनगुना रहने तक लगा लें। शैम्‍पू का प्रयोग रोजाना न करें। 
  • अगर बाल झड़ने का किसी प्रकार का संक्रमण या बीमारी है तो डॉक्‍टर से सलाह लें। 

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Other Diseases In Hindi

Read Next

आॅपरेशन के बाद भी रहता है हर्निया रोगियों को खतरा, इन गलतियों को करने से बचें

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version