इन्फ्लूएंजा फ्लू एक ऐसी बीमारी है, जो श्वसन से जुड़ी है। इससे प्रभावित लोगों की श्वसन नली प्रभावित होती है। यह इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होती है, इन्फ्लुएंजा वायरस के दो प्रकार हैं 'ए' और 'बी'। बदलते मौसम में अक्सर इन्फ्लुएंजा फ्लू का खतरा होता है। इसमें व्यक्ति में फ्लू के लक्षण अचानक उभरते हैं, जिसमें कि बुखार, ठंड लगना, गले में खरांश, शरीर में दर्द व थकावट आदि शामिल हैं। यह फ्लू खांसने और छींकने से अधिक फैलता है। इन्फ्लूएंजा का समय पर रहते उपचार करने से यह सही हो जाता है लेकिन कई बार गंभीर स्थिति होने पर यह जानलेवा भी शाबित हो सकता है। लेकिन एक अध्ययन के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों में इन्फ्लूएंजा वैक्सीन से दिल की बीमारियों जैसे दिल का दौरा और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मददगार है।
क्या कहती है रिसर्च
हाल में हुए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इस बात का दावा किया है कि इन्फ्लूएंजा वैक्सीन (टीका) से हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों में मृत्यु दर के खतरे को लगभग 18 प्रतिशत कम किया जा सकता है। डेनमार्क की कोपेहेगन यूनिवर्सिटी के डेनियल मोदिन, अध्ययन के प्रमुख लेखक का कहना है कि इन्फ्लूएंजा वैक्सीन यह एक सुरक्षित, सस्ता और आसानी से मिल जाता है और इन्फ्लूएंजा फ्लू को कम करने में भी फायदेमंद है।
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कैसे किया गया अध्ययन
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 2007 से लेकर 2016 के दौरान 18 से 100 वर्ष की आयुवर्ग के 608,452 लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे लोगों की पहचान करने के लिए डेनमार्क के स्वास्थ्य सेवा रजिस्टरों का उपयोग किया। जिसमें शोधकर्ताओं ने इस बात की पुष्टि की कि इन्फ्लूएंजा के कारण मृत्यु और विशेष रूप से हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक दिल की बीमारियों से हुई सभी मृत्यु का आंकड़ा दर्ज किया।
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अंत में, उन्होंने फ्लू के मौसम से पहले टीकाकरण और फ्लू के मौसम के दौरान मृत्यु के जोखिम के बीच संबंधों और आंकड़ों का विश्लेषण किया। जिसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि फ्लू के सीजन से पहले जिन लोगों ने टीकाकरण करवाया था उनमें मौत का खतरा अन्य लोगों के मुकाबले 18 फीसदी कम था। इसके अलावा, हृदय रोग के कारण मृत्यु का खतरा 16 फीसद और हार्ट अटैक या स्ट्रोक के कारण मौत का खतरा 10 फीसदी कम था। जिसके परिणामस्वरूप शोधकर्ताओं ने इस बात का दावा किया कि हाई बल्ड प्रेशर के कारण दिल के दौरे और स्ट्रोक से होने वाली मृत्यु दर व खतरे को कम किया जा सकता है।
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फ्लू और हृदय रोग आपस में कैसे जुड़े हो सकते हैं, इस पर शोधकर्ताओं का मानना है कि जब इन्फ्लूएंजा वायरस शरीर को संक्रमित करता है, तो यह एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है और वैक्सीन इस संक्रमण से लड़ती हैं और शरीर से वायरस को साफ करती है।
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