एक नए अध्ययन के मुताबिक, सेब जैसे फल में पाया जाने वाला विटामिन सी एंटी-बैक्टीरियल इम्यूनिटी को बढ़ा सकता है और लोगों को निमोनिया से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि इम्यून सिस्टम को कमजोर करने और निमोनिया फैलाने वाले बैक्टीरिया हाइड्रोजन पेरोक्साइड का प्रयोग करते हैं। आपको बता दें कि हाइड्रोजन पेरोक्साइड को एक ब्लीचिंग एजेंट के रूप में जाना जाता है, जिसका प्रयोग दांतों को सफेद बनाने, दाग-धब्बे हटाने, दीवारों के साथ-साथ फर्श को साफ करने और जिद्दी दागों को हटाने के लिए किया जाता है।
अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता और स्वीडन के उमीया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नेल्सन गीकारा ने कहा, ''इम्यून सिस्टम को हराने के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड का प्रयोग करने को आप कह सकते हैं कि बैक्टीरिया आग के साथ आग से लड़ रहे हैं। हमारा शरीर भी खुद ब खुद बैक्टीरिया के खिलाफ सुरक्षा के रूप में हाइड्रोजन पेरोक्साइड का उत्पादन करता है।''
उन्होंने कहा, ''इसलिए यह देखना हैरान कर देने वाला है कि कई प्रकार के बैक्टीरिया वास्तव में ऐसे तत्व का प्रयोग कर रहे हैं ताकि शरीर की सुरक्षा को भेदा जा सके।''
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मुख्य शोधकर्ता गीकारा ने कहा, ''हाइड्रोजन पेरोक्साइड को बेअसर करने की क्षमता के साथ सबसे अच्छे ज्ञात पदार्थों में से एक और एंटी बैक्टीरियल इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं विटामिन। वह है विटामिन सी, जो फलों में पाया जाता है। इसलिए पुराने जमाने से चली आ रही कहावत एक सेब आपको रखेगा डॉक्टर से दूर यह बिल्कुल भी गलत नहीं है।''
शोधकर्ताओं ने मुख्य रूप से अपना ध्यान स्ट्रैपटोकोकस निमोनिया के अध्ययन पर केंद्रित किया। इस बैक्टीरियम को न्यूमोकॉकस भी कहा जाता है और यह निमोनिया फैलाने वाला सबसे आम कारक है। इतना ही नहीं यह अन्य बीमारियों, मैनिंजाइटिस या गंभीर सेप्सिस का भी कारण बन सकता है।
हमारे शरीर पर किसी भी प्रकार का हमला बोलने वाले सूक्ष्म जीव का अंतिम लक्ष्य बिना किसी मजबूत इंफ्लेमेटरी रिएक्शन को भड़काए हमारे शरीर के भीतर शांति से रहना होता है, जिसके परिणामस्वरूप माइक्रोब का सफाया हो सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि न्यूमोकॉकस और अन्य बैक्टीरिया हमारे इम्यून सिस्टम के एक मुख्य हिस्से को निशाना बनाकर ऐसा करने में सफल हो जाते हैं। और वह मुख्य हिस्सा होता है इनफ़्लामैसोम।
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इनफ़्लामैसोम एक प्रोटीन कॉम्पलेक्स है, जो बाहरी अणुओं को पहचानते हैं और हमारे शरीर में मौजूद रोगाणुओं को मारने और रोगग्रस्त कोशिकाओं को साफ करने का काम करते हैं। उदाहरण के लिए ये बाहरी अणु हमारे शरीर में मौजूद रोगाणुओं या क्षतिग्रस्त कोशिकाओं में पाए जाते हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया कि न्यूमोकॉकी जैसे बैक्टीरिया बड़ी मात्रा में हाइ़ड्रोजन पेरोक्साइड छोड़ते हैं और यह इंफ्लेमेसोम की निष्क्रियता का कारण बनते हैं, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। यह अध्ययन जर्नल नेचर कम्युनिकेशन में प्रकाशित हुआ है।
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