इन 5 भारतीय क्रिकेटर्स को करना पड़ा था सीरियस इंजरी का सामना, जानें इंजरी होने पर क्या करें

खेल के बीच होने वाली गंभीर इंजरी कई बार खिलाड़ी का करियर तक बर्बाद कर सकती है। भारतीय क्रिकेटर्स को भी गंभीर इंजरी का सामना करना पड़ा है।
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इन 5 भारतीय क्रिकेटर्स को करना पड़ा था सीरियस इंजरी का सामना, जानें इंजरी होने पर क्या करें


इंजरी होना क्रिकेटर्स की जिंदगी का हिस्सा है। ऐसे बहुत से भारतीय क्रिकेटर्स हैं, जिन्हें अपने करियर के बीच इंजरी का सामना करना पड़ा है। खेल के बीच होने वाली गंभीर इंजरी कई बार खिलाड़ी का करियर तक बर्बाद कर सकती है। आइये जानते हैं किन भारतीय क्रिकेटर्स को गंभीर इंजरी का सामना करना पड़ा है और इस स्थिति को ठीक करने के तरीके। 

सचिन तेंदुलकर 

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को एक नहीं, बल्कि.कई बार इंजरी का सामना करना पड़ा है। इसके चलते उन्हें साल 2005 में अपने टेनिस एल्बो की सर्जरी तक करानी पड़ी थी। ऐसे में फीजियोथेरेपी या फिर कुछ खास एक्सरसाइज की मदद से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है।  

शिखर धवन 

साल 2019 में ऑस्ट्रेलिया के साथ चल रहे मैच के दौरान शिखर के अंगूठे में चोट लग गई थी। ऐसी स्थिति होने पर खासतौर पर यह ध्यान रखना चाहिए कि फ्रैक्चर हुए हिस्से की मूवमेंट न करें। ऐसे में स्थिति और भी बिगड़ सकती है। ऐसी स्थिति होने पर प्रभावित हिस्से में पट्टी बांधने या फिर गर्म पानी की सिकाई करने से भी आराम मिल सकता है। 

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अनिल कुंबले 

भारत के पूर्व कोच और खिलाड़ी अनिल कुंबले को साल 2002 में वेस्ट इंडीज के मैच के दौरान मुंह पर गेंद लगने से जॉ फ्रैक्चर हो गया था। जॉ फ्रैक्चर होने पर चिकित्सक द्वारा दर्द निवारक दवाएं देने के साथ ही बैंडेज या फिर पट्टी लगाई जाती है। 

मोहम्मद शामी 

साल 2015 के दौरान एक मैच में मोहम्मद शामी को घुटनों में इंजरी हो गई थी। यह एक सामान्य स्थिति है ऐसे में आप गर्म पट्टी बांध या फिर सिकाई और फीजियोथेरेपी का सहारा लेकर इसे ठीक कर सकते हैं। इसे नजरअंदाज करना कई बार अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकती है। 

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आशीष नेहरा 

साल 2003 के वर्ल्ड कप के दौरान नेहरा के टखने में गंभीर इंजरी हो गई थी, जिसके चलते उन्हें सर्जरी तक करानी पड़ी थी। टखनों में चोट लगने पर सबसे पहले बर्फ के टुकड़ों को किसी कपड़े में लपेटकर हल्के हाथों से सिकाई करें। इसके साथ ही आराम करने या फिर कुछ समय तक पेनकिलर खाने से भी यह समस्या ठीक हो सकती है।

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