यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में बेकाबू हुआ कोरोना, सरकार ने रेमडीसीविर के निर्यात पर लगाई रोक

अगले कुछ हफ्ते, भारत के लिए बहुत तनावपूर्ण है और हम सभी को इस स्थिति से मिल कर बाहर निकलना होगा। आइए जानते हैं कोरोना से जुड़े सभी अपडेट्स। 

Pallavi Kumari
Written by: Pallavi KumariUpdated at: Apr 12, 2021 10:53 IST
यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में बेकाबू हुआ कोरोना, सरकार ने रेमडीसीविर के निर्यात पर लगाई रोक

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देश में कोरोना वायरस (COVID-19 Updates India) की स्थिति लगातार बेकाबू होती जा रही है। अब यूपी और दिल्ली में भी हालात मुंबई जैसे होते जा रहे हैं। कल उत्तर प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा मामले सामने आए। पिछले 24 घंटों में यहां 15 हजार से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए और 67 मरीजों की मौत हो गई।  वहीं, दिल्ली में भी कोरोना का अब तक का सारा रिकॉर्ड टूट गया है और पहली बार 24 घंटे में 10 हजार से ज्यादा केस सामने आए हैं और 48 लोगों की मौत हो गई है। साथ ही बात महाराष्ट्र की करें, तो रविवार को कोविड-19 के अब तक के सर्वाधिक 63,294 नए मामले सामने आए हैं और कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34,07,245 हो गई।  इस तरह भारत में ये स्थिति पूरी तरह से खराब हो गई है। भारत में कुल कोरोना मामले की बात करें, तो एक दिन में 1,68,912 नए कोरोनावायरस मामले सामने आए हैं और इस तरह कुल केस एक करोड़ 35 लाख के पार हो चुका है।  

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Remdesivir के निर्यात पर लगाई रोक

पिछले दिनों कई राज्यों में रेमडीसीविर (Remdesivir)की कमी हो गई है। ऐसे में हालात को देखते हुए सरकार ने फैसला किया है कि जब तक देश में COVID के संक्रमण की स्थिति में सुधार नहीं होता है तब तक इंजेक्शन रेमडीसीविर (Remdesivir) और रेमडीसीविर एक्टिव फ़ार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (API) के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगी रहेगी। यानी कि भारत रेमडीसीविर का निर्यात नहीं करेगा।  इसे लेकर केंद्र सरकार का कहना है कि कोरोना के केसों में अचानक बढ़ोतरी के चलते  रेमडीसीविर की जरूरत बढ़ गई है और आगे भी इसकी जरूरत ज्यादा पड़ सकती है, इसलिए हम इसका निर्यात नहीं कर सकते है। वहीं, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सचिवों को अलग-अलग पत्र लिखे हैं, जिसमें उन्हें केंद्रीय टीमों द्वारा संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को काम पर रखने और अस्पताल के बुनियादी ढांचे को ऊपर उठाने सहित चिंताओं को तुरंत हल करने के लिए कहा है। उन्होंने इन तीन राज्यों के साथ विशिष्ट चिंताओं को चिह्नित किया है।

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यूपी में स्कूल और कॉलेज 30 अप्रैल तक बंद 

यूपी में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने 30 अप्रैल तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं। साथ ही सभी सरकारी दफ्तरों, थानों और कारखानों में कोविड हेल्प डेस्क बनाना जरूरी होगा।  इसके अलावा राज्य में कोरोना की स्थिति को देखते हुए  रविवार की शाम राज्य सरकार ने कोरोना के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। यूपी सरकार की नई कोविड गाइडलाइंस के अनुसार अब किसी भी समारोह में बंद हॉल में 50 और खुले मैदान में 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे। 

 ट्रेन से आने वाले हर मुसाफिर का एंटीजेन और आरटीपीसीआर टेस्ट

योगी सरकार ने कोरोना से जुड़े तमाम नियमों को सख्त करते हुए ट्रेन से आने जाने वाले यात्रियों के लिए भी गाइडलाइन्स जारी की हैं। इस गाइडलाइन्स के तहत राज्य में ट्रेन से आने वाले हर मुसाफिर का एंटीजेन टेस्ट होगा और और जरूरत पड़ी तो आरटीपीसीआर टेस्ट भी करवाना होगा। गाइडलाइंस के अनुसार शहर की मंडियां घनी बस्ती में हों तो खुले मैदान में शिफ्ट की जाएंगे और मंडी की दुकानों को शिफ्ट में खोला जाएगा। हर जिले में होम गार्ड्स, एनसीसी और एनएसएस और सोशल वर्कर्स को कोरोना वारियर्स की टीम को काम पर लगाया जाएगा और फायर सर्विसेज को सैनिटाईजेशन में इस्तेमाल किया जाएगा। इधर डॉक्टरों और विशेषज्ञों की नजर इस  बात पर है कि कोरोना के लक्षणों में क्या बदलाव हो रहा है। अभी तक ज्यादातर मामलों में लोगों को तेज बुखार और शुरुआती फेफड़ों से जुड़ी परेशानियां आदि दिख रही हैं। 

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वर्तमान स्थिति को देखते हुए में कोरोना के इस म्यूटेशन को बहुत ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले दो सप्ताह गंभीर लक्षणों वाले रोगियों के लिए महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। पिछली लहर के दौरान ट्रांसमिशन मामलों की संख्या बहुत अधिक थी। इस समय मामले अधिक लक्षण वाले होते हैं, जिनमें मरीज में तेज बुखार और अधिक लक्षण नजर आ रहे हैं। चिंता की बात ये है कि आने वाले कुछ हफ्ते कोरोना के मामले और गंभीर हो सकता है, जिसके लिए सरकार और मेडिकल व्यवस्थाओं को तैयार होना होगा। 

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