डायबिटीज एक जटिल समस्या है, जिससे दुनियाभर में लाखों लोग पीड़ित हैं। इस समस्या में खान-पान पर विशेषतौर पर ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में ज्यादा मीठा या फिर जंक और प्रोसेस्ड फूड खाने से परहेज करना चाहिए साथ ही शारीरिक रूप से सक्रिय भी रहना चाहिए। कुछ लोग एलोपैथी में तो कुछ लोग आयुर्वेद में इस बीमारी का इलाज कराते हैं। हाल ही में प्रोसीडिंग्स ऑफ नेश्नल एकेडमिक ऑफ साइंस में प्रकाशित हुई एक स्टडी के मुताबिक वैज्ञानिकों ने एक ऐसी इंप्लांटेबल डिवाइस की खोज की है, जिसका इस्तेमाल करने से रोजाना ली जाने वाली इंसुलिन कम हो सकेंगी।
क्या कहती है स्टडी?
इस स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक यह डिवाइस टाइप 1 डायबिटीज के रोगियों को रोजाना ली जाने वाली इंसुलिन से राहत दिला सकती है। ऐसे में जब सेल्स को शरीर में ट्रांस्प्लांट किए जाने पर ऑक्सीजन खत्म होने लगती है, साथ ही इंसुलिन का उत्पादन भी बंद हो जाता है। ऐसे में इस डिवाइस के जरिए शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बेहतर रखा जा सकता है। हालांकि, यह शोध फिलहाल चूहों पर आजमाया गया है।
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इंसानों पर भी हो सकता है ट्रायल
ऐसे में जल्दी ही इसका ट्रायल इंसानों पर भी किया जा सकता है। शोधकर्ताओं की मानें तो इस डिवाइस का इस्तेमाल चूहों पर करके देखा गया, जिसके बाद चूहों का ब्लड शुगर लेवल लगभग एक महीने तक वैसा का वैसा ही बना हुआ था। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस शोध को जल्दी ही इंसानों पर भी करके देखा जाएगा।
डायबिटीज से बचने के तरीके
- डायबिटीज से बचने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव लाना बेहद जरूरी होता है।
- ऐसे में नियमित तौर पर एक्सरसाइज और योग करें साथ ही शारीरिक रूप से एक्टिव भी रहें।
- इससे बचने के लिए समय-समय पर डायबिटीज की जांच भी कराएं।
- ऐसे में संतुलित मात्रा में खाएं साथ ही कार्बोहाइड्रेट्स और फैट्स से भरपूर चीजों से परहेज करें।