
लोग फिट और अच्छी शेप पाने के लिए चुस्त जींस और लेगिंग्स का चुनाव करते हैं। लेकिन ऐसा करने से हेल्थ पर उल्टा प्रभाव भी पड़ता है। ये जींस आकर्षक लुक जरूर देती हैं पर इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैंसर जैसी कई जानलेवा बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। डॉक्टर्स के मुताबिक, चुस्त जींस यूटीआई यानि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और ब्लैडर को कमजोर कर देती है। आइए जानते हैं, ये जींस किस तरह से हमारी हेल्थ को प्रभावित कर सकती है...
रीढ़ की हड्डी और मांसपेशियों के कमजोर होने का डर
जब हम लंबे समय तक चुस्त जींस या स्किनी जींस पहनते हैं तो इससे पेट और कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियां कमजोर होने लगती है। चुस्त जींसों का कसाव इतना ज्यादा होता है कि हड्डियों और जोड़ों के हिलने में दिक्कत होती है। ऐसी स्थिति में पीठ, कमर के साथ-साथ पैरों में भी दर्द की शिकायत रहनी शुरू हो जाती है। आप किसी स्पेशल टाइम पर ऐसी जींस पहन सकती हैं लेकिन इस दौरान भी एक जगह पर न बैठे रहें। थोड़ी-थोड़ी देर में घूमते रहें।
त्वचा में जलन और खुजली
टाइट जींस और स्किनी जींस हवा को त्वचा तक नहीं पहुंचने देती। ऐसे में जब-जब आपको पसीना आएगा तो आपको जलन और खुजली महसूस होगी। खासकर गर्मी के मौसम में त्वचा के संक्रमित होने का ज्यादा डर रहता है। ऐसे मौसम में इस तरह की जींस को पहनने से बचें। जींस त्वचा से रगड़ने लगती है तो रैशेज पड़ने का डर रहता है।
एसिडिटी की परेशानी
चुस्त जींस व लेगिंग्स पहनने से पेट के ऊपर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। यहीं कारण है कि एसिड भोजन नली में रिसने लगता है। ऐसे में अगर चार-पांच घंटे एक जगह पर बैठा जाएं तो घबराहट और बैचेनी के साथ-साथ गले और छाती में भी जलन महसूस होने लगती है। चुस्त जींस पहनने से पेट पर दबाव पड़ता है, जिससे खाना निगलने में भी दिक्कत होती है। इम्यूनिटी सिस्टम भी कमजोर हो जाता है। ऐसे में स्ट्रेचेबल जींस का इस्तेमाल करें।
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कैंसर की संभावना
एसिडिटी की परेशानी लंबे समय तक बनी रहे तो इससे खाने की नली के भीतर वाली दीवारों में विकृत कोशिकाएं चिपकने लगती हैं। ये परेशानी आगे चलकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से सामना करा सकती हैं। इससे संबंधित एक शोध भी हुआ था, जिससे ये पता चला था कि टाइट जींस पहनने वाले 10 में से एक को कैंसर है। खासकर जिन स्त्रियों को शुगर या जिनका वजन ज्यादा हो, उन्हें ऐसी जींसों तो पहनने से बचना चाहिए।
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कैंडिडा यीस्ट इन्फेक्शन
कैंडिडा यीस्ट इन्फेक्शन के कारण वजाइना के आसपास सूजन या खुजली की समस्या हो जाती है। साथ ही इससे यूरीन के वक्त दर्द होता है। ये संक्रमण वहां होता है जहां नमी ज्यादा होती है। ये समस्या टाइट जींस पहनने से हो सकती है। वजाइना में ऑक्सीजन कम पहुंच पाता है इसलिए जल्दी संक्रंमित होने का खतरे रहता है।