क्या आपको नेल फंगस है? और क्या आप इसके इलाज के लिए घरेलू उपायों की खोज कर रहे हैं? तो आपको हाइड्रोजन पेरोक्साइड की जरूरत है! इसमें एंटीसेप्टिक, कीटाणुनाशक, आक्सीकारक और ब्लीचिंग गुणों के साथ एंटीफंगल गुण मौजूद होने के कारण आप इस लिक्विड का कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें मौजूद प्रभावी एंटी-फंगल गुण नेल फंगस का प्रभावी ढंग से इलाज करते है। अगर आप इस शर्मनाक स्थिति में है, तो इस लिक्विड को इस्तेमाल कर सकते हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने का यह बेहतरीन तरीकों में से एक है। आइए नेल फंगस को दूर करने वाले हाइड्रोजन पेरोक्साइड के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से विस्तार से जानें।
नेल फंगस के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड
हाइड्रोजन परॉक्साइड केवल ऐसा कीटाणुनाशक एजेंट है जिसमें पानी और ऑक्सीजन शामिल है। यह ऑक्सीकरण प्रक्रिया द्वारा रोग के कीटाणुओं को मारता है। यह दुनिया में सबसे सुरक्षित और अच्छी तरह से सफाई करने वाला प्राकृतिक प्रभावी उपाय है। आप ऑक्सीडेटिव चिकित्सा के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड का उपयोग कर सकते हैं, जो नेल फंगस के इलाज के लिए अत्यधिक प्रभावी है। इस विधि में संक्रमित और प्रभावित नाखून पेरोक्साइड को सोख लेते है, जिससे ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि होती है और नाखून पर बढ़ने वाले फंगस नष्ट हो जाते है और आप फिर से स्वस्थ नाखून पा सकते है।
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हाइडोजन पेरोक्साइड का ऐसे करें प्रयोग
1 इसके प्रयोग के समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि हाइडोजन पेरोक्साइड की मात्र 3 प्रतिशत से ज्यादा न हो, ज्यादा होने पर आपके नाखूनों को प्रभावित कर सकता है।
2 पेरोक्साइड और पानी की मात्रा बराबर होनी चाहिए, यदि आप अपने पैर के नाखूनों को साफ कर रहें है तो इसमें थोडी मात्रा में सिरका मिला सकते हैं।
3 फंगस से प्रभावित अपने नाखूनों को तैयार किए गए लिक्विड में प्रतिदिन 30 मिनट तक डूबोकर रखें, ऐसा प्रतिदिन करने से एक महीने के भीतर ही फंगस पूरी तरह से बाहर निकल जाऐगा।
धैर्य के साथ करें उपचार
यह घरेलू उपचार सभी लोगों के लिए बहुत ही प्रभावी माना गया है, लेकिन फंगस से पूरी तरह से छुटकारा पाने के लिए धैर्य की जरूरत है, कम से कम एक महीने के लगातार उपचार के बाद भी अगर आपको फर्क महसूस नहीं हो रहा तो इसके लिए परामर्श की जरूरत है। हाइडोजन पेरोक्साइड से जब नाखून की थैरेपी की जाती है तो उसके ऊपर की खराब पर्तें निकल जाती हैं, ऐसा नही करने पर वह धीरे-धीरे बढ जाता है जो नाखूनों के लिए अत्यधिक हानिकारक होता हैं यही कारण है कि इस बात को सुनिश्चिवत किया जाए कि हम अपने नाखूनों की अच्छे से देखभाल करें जैसा कि यह पहले भी कहा गया है कि इस थेरेपी में धैर्य की जरूरत है क्योंकि कुछ दिन के उपचार के बाद ही रिजल्ट देखने को मिलता है, इसलिए इस विधि को अपने दिनचर्या में लाकर धीरे धीरे नाखूनों के फंगस से छुटकारा पा सकते हैं।
ऐसे रोकें नाखूनों के फंगस
नाखून में फंगस बहुत ही संक्रामक होते हैं अपने हाथ और पैर के नाखूनों को फंगस और बैक्टीरिया से बचाने के लिए उनकी अच्छी तरीके से देखभाल करना जरूरी है, इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि अपने नाखूनो को छोटा रखें, खान, पान और शौच के बाद हाथ और पैर की अंगुलियों के नाखून को अच्छी तरह से साफ करें उन्हें गीला न रखें बल्कि साफ टॉवेल से सुखा लें। आप अपने साथ एंटीफंगल पाउडर या स्प्रे भी रख सकते हैं जिसका समय-समय पर इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे नाखूनों को फंगस और अनचाहे बैक्टीरिया से बचाया जा सकता है। इसके अलावा पैर की अंगुलियों का भी ध्यान रखने की ज्यादा जरूरत होती है। इसके लिए हमें अपने जूते साफ रखने चाहिए, हमेंशा कॉटन के मोजे इस्तेमाल करने चाहिए और समय-समय पर बदलते रहना चाहिए, जूतों में फंगस न लगे इसके लिए एंटीफंगल स्प्रे् का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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Image Source : steptohealth.com
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