How Winter Affects Mental Health: सर्दियां शुरू होने के साथ ही हमारे शरीर में कई बदलाव आने लगते हैं। हमें भारी खाना आसानी से पचने लगता है और स्किन बहुत ज्यादा ड्राई हो जाती है। हमारा लाइफस्टाइल पूरी तरह बदल जाता है। हम बहुत ज्यादा सुस्त और आलस महसूस करते हैं। कई बार थकावट भी बहुत ज्यादा होती है। ये सभी बदलाव मौसम में हो रहे बदलावों के कारण होते हैं। इस दौरान फिजिकल हेल्थ के साथ हमारी मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ता है। कुछ लोग सर्दियों में स्ट्रेस और एंग्जायटी में रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं सर्दियां हमारी मेंटल हेल्थ को किस तरह प्रभावित कर सकती है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि मनस्थली वेलनेस की फाउंडर-डायरेक्टर और सीनियर साइकेट्रिस्ट और डॉ. ज्योति कपूर से।
सर्दियों का मेंटल हेल्थ पर क्या असर पड़ता है? How Winter Affects Mental Health
एक्सपर्ट के मुताबिक सर्दियों में धूप कम होने, दिन छोटे होने, ठंड़े मौसम और चलना-फिरना कम होने के कारण मेंटल हेल्थ में कई बदलाव आ सकते हैं-
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सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर- Seasonal Affective Disorder
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर सर्दियों में होने वाली एक आम समस्या है। इस समस्या के कारण सर्दियों में कुछ लोगों को स्ट्रेस और एंग्जायटी ज्यादा रहती है। सूरज की रोशनी की कमी होने से बॉडी की इंटरनल क्लॉक डिस्टर्ब हो जाती है। इसके कारण सेरोटोनिन लेवल कम हो जाता है और डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है।
विटामिन डी की कमी- Vitamin D Deficiency
सर्दियों में लोग धूप के संपर्क में कम आते हैं। इस दौरान दिन छोटे होते हैं और रातें बड़ी होती हैं। इसके कारण शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है। शरीर में विटामिन डी लेवल कम होने से डिप्रेशन, मूड स्विंग्स या एंग्जायटी का खतरा भी बढ़ जाता है। क्योंकि इसके कारण इमोशंस को बैलेंस रख पाने में परेशानी होती है।
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अकेलेपन की भावना मन में रहती है- Loneliness
ठंड़े मौसम के कारण लोग घर से बाहर कम निकलते हैं। इसके कारण लोग एक-दूसरे से कम मिल पाते हैं और सोशली कम कनेक्ट रहते हैं। कुछ लोग घर से दूर रहते हैं, तो अपने करीबियों से कम मिल पाते हैं। इसके कारण उन्हें अकेला महसूस होने लगता है और वो खुद को आइसोलेट कर लेते हैं।
दिमाग सुस्त हो जाता है- Slow Brain Power
सर्दियों के दौरान राते बड़ी होने के कारण लोग ज्यादा सोते हैं। ऐसे में धूप कम निकलने के कारण डेली शेड्यूल स्लो हो सकता है। धूप के संपर्क में न आने से कुछ लोगों का स्लीप साइकिल डिस्टर्ब हो सकता है। इसके कारण दिमाग भी सुस्त हो जाता है और कोई भी काम करने में आलस महसूस होता है।
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हैप्पी हार्मोन्स की कमी होना- Happy Hormone Decreases
मौसम ठंड़ा होने से कारण घर से बाहर निकल पाना कम हो जाता है। इसके कारण चलना-फिरना, एक्सरसाइज करना और डाइट पर ध्यान देना भी कुछ लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। इसके कारण शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन की कमी आ सकती है। साथ ही, शरीर में हैप्पी हार्मोन्स की कमी हो सकती है। ऐसे में स्ट्रेस बढ़ सकता है और मूड स्विंग्स रहने लगते हैं।
लेख में हमने जाना सर्दियां मेंटल हेल्थ को किस तरह प्रभावित कर सकती है। इसलिए ऐसे मे खुद को हमेशा एक्टिव रखना चाहिए। अपने करीबियों से कनेक्ट रहना चाहिए और स्ट्रेस व एंग्जायटी से दूरी रखनी चाहिए। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इस लेख को शेयर करना न भूलें।