
नवजात बच्चे की देखभाल करना काफी मुश्किलों में भरा होता है क्योंकि वे अपनी तकलीफ या परेशानी न तो बता पाते हैं और न ही नये पेरेंट्स उनके रोने का कारण जल्दी समझ पाते हैं। कभी-कभी पेरेंट्स को ये भी समझ नहीं आता है कि सोते हुए बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग के लिए कैसे जगाया जाए। कई बार मां बच्चे को गहरी नींद में सोता देखा, उन्हें सोने के लिए छोड़ देती हैं और जागने के बाद दूध पिलाने के बारे में सोचती है लेकिन ऐसा करने से नवजात का स्वास्थ्य खराब हो सकता है इसलिए आप उन्हें नींद से जाकर फीडिंग जरूर करवानी चाहिए। इसके लिए आप कई तरीके के उपाय अपना सकते हैं, जिससे बच्चा बिना रोए जाग सकता है और आप आसानी से उन्हें फीडिंग करवा सकती हैं।
बच्चे को फीडिंग के समय नींद से जगाना क्यों जरूरी है?
बच्चे की अच्छी ग्रोथ और सही पोषण के लिए उन्हें समय से दूध पिलाना बेहद जरूरी है। बहुत से लोग हालांकि सोते बच्चे का फीडिंग शेड्यूल बदल देते हैं लेकिन इससे बच्चे को अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है। इसलिए छोटे बच्चे को हर 2-3 घंटे पर दूध पिलाना जरूरी है क्योंकि बाहर के दूध की तुलना में मां का दूध पौष्टिक होता है और बच्चे इसे आसानी से डाइजेस्ट कर लेते हैं। समय पर दूध न पिलाने से बच्चे का पेट खाली रह सकता है और इसे पेट में गैस और दर्द की दिक्कत आ सकती है।
बच्चे को नींद से जगाने का तरीका
1. बच्चे के आसपास रोशनी कम करना
छोटे बच्चे अपने आसपास की रोशनी को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं। ऐसे में रोशनी कम करने पर वह अपने आप उठ सकते हैं और रोते भी नहीं है।
2. हल्का मसाज
मसाज करने से बच्चे को काफी आराम मिलता है। अगर आप सोते हुए बच्चे के पीठ या पैरों में हल्की मसाज करना शुरू कर दे, तो वह आसानी से उठ जाते हैं और उन्हें फीडिंग कराना आसान होता है।
Image Credit- Freepik
3. बच्चे को गोद में उठाना
सोते हुए बच्चे को सीधा गोद में उठाने की कोशिश करें। इससे भी बच्चा आसानी से जाग सकता है लेकिन इस दौरान उन्हें ज्यादा हिलाएं-डुलाएं नहीं क्योंकि हो सकता है कि इससे गलत तरीके से उनकी नींद टूट जाए।
4. धीमी आवाज में गाना गाएं
धीमी आवाज में गाना गाने से भी बच्चे की नींद खुल सकती है। मां की आवाज सुनकर बच्चा भी बच्चा आसानी से जाग सकता है। इस तरह से वह रोता भी नहीं और दूध भी सही तरीके से पी लेता है।
5. डायपर बदलना
कई बार पेरेंट्स सोने के दौरान बच्चे का डायपर बदलना भूल जाते हैं और घर के अन्य कामों में व्यस्त हो जाते हैं। इससे बच्चे की स्किन खराब हो सकती है लेकिन अगर आप बच्चे को फीडिंग करने के लिए उठाना चाहते हैं, तो सबसे अच्छा तरीका है कि आप बच्चे का डायपर बदलें। ऐसा करने से वह उठ सकता है।
Image Credit- Freepik
बच्चे को समय पर दूध पिलाना क्यों जरूरी है?
छोटे बच्चे को नींद से जगाकर भी पेरेंट्स को फीडिंग करवाना चाहिए। इससे बच्चे की सेहत अच्छी बनी रहती है।
1. बच्चे का खाली पेट रहना ठीक नहीं
कई बार बच्चे को सोता देख अगर आप नहीं उठाते हैं, तो हो सकता है कि उठने के बाद वह ठीक से दूध न पिएं और उनका पेट खाली रह जाए। इसके अलावा आपको बच्चे को फीडिंग कराने के लिए उनका एक तय रूटीन भी बनाना चाहिए। उन्हें हर 2-3 घंटे में दूध जरूर पिलाएं ताकि उनका पेट खाली न रहे और उन्हें भरपूर पोषण मिलें।
इसे भी पढ़ें- स्तनपान कराने का सही तरीका क्या है? जानें इस पर सुचेता पाल का क्या है सुझाव
2. बच्चे के वजन के लिए फायदेमंद
कई बार जन्म के बाद बच्चे का वजन कम होने लगता है। ऐसे में बच्चे के स्वस्थ वजन के लिए आपको उन्हें सही समय फीडिंग कराना चाहिए ताकि शुरूआत से ही आपका बच्चा शारीरिक और मानसिक स्वस्थ रहे। इसलिए उन्हें बार-बार दूध पिलाना उचित माना जाता है।
Image Credit- Freepik
3. ब्रेस्टमिल्क में बढ़ोतरी
मां का शरीर बच्चे की आवश्यकता अनुसार ही दूध बनाता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चे को बार-बार दूध नहीं पिलाते हैं, तो दूध बनाने की प्रक्रिया कम हो जाएगी और बच्चे का पेट अच्छे से नहीं भरेगा। समय पर फीडिंग कराने से ब्रेस्टमिल्क प्रोडक्शन सही रहता है।
4. बच्चा रोते हुए नहीं जागता है
बच्चे को समय पर उठाकर दूध पिलाने से बच्चा भूख से रोकर नहीं जागता है और साथ ही कई बार देर से दूध पिलाने पर बच्चा अच्छे से दूध नहीं पीता है। इससे वह अधिक चिड़चिड़ा और कमजोर हो सकता है।
Main Image Credit- Freepik