How To Take Care Of Bipolar Disorder Patients: बाइपोलर डिसऑर्डर एक मानसिक स्वास्थ्य विकार है, जिसमें व्यक्ति के व्यवहार में अत्यधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। इसे पहले मैनिक-डिप्रेसिव इलनेस के नाम से जाना जाता था। फिलहाल इस विकार में व्यक्ति को ज्यादा खुशी और एनर्जेटिक महसूस करता है। इसमें व्यक्ति कई बार ज्यादा बोलता है। इस तरह के बदलाव को मैनिक एपिसोड कहते हैं। वहीं, एक अन्य प्रकार के बाइपोलर में व्यक्ति उदास, थका हुआ और निराश महसूस करता है। ऐसे में को निगेटिव विचार आते हैं। इसमें व्यक्ति को रोजाना के काम में किसी तरह की कोई रुचि नहीं रहती है। इस स्थित या प्रकार को डिप्रेसिव एपिसोड के नाम से जाना जाता है। कुछ लोगों को यह समस्या अनुवांशिक होती है। जबकि, अन्य को न्यूरोट्रांसमीटर में बदलाव और मानसिक व शारीरिक तनाव के कारण हो सकती है। इस लेख में नोएडा के हेल्थ क्लीनिक के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर विनोद कुमार से जानते हैं कि यदि आपके घर में किसी व्यक्ति को या आपके किसी करीबी को यह समस्या हो जाए तो आपको उसकी देखभाल कैसे करनी चाहिए।
बाइपोलर डिसऑर्डर के रोगी की देखभाल कैसे करनी चाहिए - How To Take Care Of Bipolar Disorder Patients In Hindi
समस्या को समझने का प्रयास करें
मरीज की स्थिति को समझने के लिए बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानें। इससे आप उनकी जरूरतों को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे और उनकी सहायता कर पाएंगे। इसके लिए आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं।
मरीज के साथ बात करें
मरीज के साथ हर पहलु पर बातचीत करें। उनसे उनकी भावनाओं और विचारों के बारे में पूछें। यह उन्हें अकेलेपन और निराशा से बचाने में मदद करता है। साथ ही, मरीज को यह महसूस होगा कि वह अकेले नहीं है और आप उन्हें मोटिवेट कर सकते हैं। इससे मरीज चीजों में बदलाव लाने का प्रयास कर सकते हैं।
इलाज के प्रति प्रोत्साहित करें
बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज दवाओं, थेरेपी और जीवनशैली में बदलाव से संभव है। मरीज को नियमित रूप से डॉक्टर से कसंल्ट करने और दवाइयां लेने के लिए प्रेरित करें। इससे मरीज की स्थिति में आराम मिलेगा और वह लाइफ को दोबारा नॉर्मल तरीके से जीने लगेंगे।
मरीज के लक्षणों को समझें
कई बार मरीज के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। ऐसे में जब मरीज को बाइपोलर के लक्षण होते हैं, तो उनको इसके बारे में पता नहीं चलता है या वह इस बात को नकार सकते हैं। लेकिन, जब आप मरीज के लक्षणों को समझकर उनके बारे में डॉक्टर से संपर्क करते हैं, तो ऐसे में उनकी समस्या को जल्द दूर करने में मदद मिलती है।
एक निश्चित शेड्यूल का पालन करें
अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रहते हैं जिसे बाइपोलर डिसऑर्डर है, तो उन्हें नींद और अन्य कामों के लिए एक निश्चित शेड्यूल का पालन करने के लिए कहें या मोटिवेट करें। इससे व्यक्ति की लाइफस्टाइल सही होती है, जिससे विकार को कम किया जा सकता है। व्यक्ति को दवा लेने के साथ ही व्यायाम और स्वस्थ आहार लेना चाहिए।
अपने करीबी लोगों के साथ जुड़े रहें
सोशल सपोर्ट मरीज को स्थिति में सुधार करने में मदद करते हैं। बाइपोलर डिसऑर्डर के रोगी अपने करीबी रिश्तेदारों या अन्य दोस्तों के साथ मिलना चाहिए। उनके साथ हर विषय पर बात करनी चाहिए। इससे निराशा का भाव तेजी से दूर होता है।
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How do you support someone with bipolar disorder? : बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज लंबा हो सकता है, और इसमें समय लगता है। मरीज के साथ धैर्य बनाए रखें और उन्हें प्रोत्साहित करें। बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित मरीजों की देखभाल में धैर्य, समझ और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। उनकी स्थिति को समझकर और सही तरीके से उनकी मदद करके, आप उनके जीवन को दोबारा से नॉर्मल बना सकते हैं।