
How To Prevent Blood Pressure With Lifestyle Changes In Hindi: हाल के सालों में हमने देखा है कि ब्लड प्रेशर एक आम समस्या बनकर सामने आ रही है। खासकर, युवा पीढ़ी भी इस बीमारी की चपेट में आ रही है। इसकी मुख्य वजह बदलती जीवनशैली है। इसके अलावा, बीपी की प्रॉब्लम होने के कई और भी कारण हो सकते हैं। लेकिन, परेशानी की बात ये है कि इस बीमारी में किसी तरह के शुरुआती लक्षण भी नहीं दिखाई देते। यही कारण है कि सालों तक बीपी होने का पता नहीं चलता। कई बार यह बीमारी जेनेटिक्स (आनुवंशिकी) की वजह से होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि इस बीमारी को टाला नहीं जा सकता। आप अपनी सेहत का अच्छी तरह ख्याल रखकर, जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलावा करके, इस बीमारी से बच सकते हैं। इस संबंध में अपोलो स्पेक्ट्रा मुंबई की जनरल फिजिशियन डॉ. छाया वाजा कुछ जरूरी सुझाव दे रही हैं।
बीपी होने की वजह
- ब्लड प्रेशर की बीमारी को साइलेंट किलर भी कहा जाता हैं, क्योंकि यह बीमारी होने पर कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। इसके बावजूद, लक्षणों में सिरदर्द, भारीपन, जी मचलना, चक्कर आना, धडकन का अचानक से तेज होना शामिल हैं। सही समय पर बीपी को कंट्रोल नहीं करने से आपको भविष्य में स्ट्रोक, हार्ट फेल, हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
- हाइपरटेंशन एक जेनेटिक्स (आनुवंशिकी) बीमारी भी है। यदि आपके खानदान में किसी को भी हाई बीपी की शिकायत रही है, तो काफी संभावनाएं है कि आप भी इस समस्या की चपेट में आ सकते हैं।
- मोटापे की वजह से कम उम्र वाले व्यक्ति भी बीपी का शिकार हो सकते हैं। खास तौर पर पेट का मोटापा इस समस्या का प्रमुख कारक बनता है।
बीपी को कंट्रोल करने के उपाय
- डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करेंः डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। इससे आप बीपी को कंट्रोल कर सकते हैं। इस एक्सराइज को करने के लिए सबसे पहले अपने पेट से गहरी सांस लें, फिर 2 सेकेंड के लिए अपनी सांस को होल्ड करें। इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ें। 2 सेकेंड ठहरकर फिर से इसी प्रक्रिया को दोहराएं।
- पर्याप्त आराम करेंः अचानक बीपी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण तनाव होता है, जो कि शारीरिक या मानसिक हो सकता है। इसलिए तन और मन को पूरा आराम करने दें। कभी-कभी कुछ क्षणों के लिए आंखें बंद करके यूं ही बिस्तर पर लेट जाएं। इससे दिमाग को सुकून मिलेगा। साथ ही, बॉडी को आराम मिलेगा, जिससे शरीर की इम्यून बूस्ट होगी और बीपी होने की संभावना में कमी आएगी।
- गुनगुने पानी से नहाएंः गुनगुने पानी से नहाने की वजह से मांसपेशियों और नसों में आए तनाव में कमी आती है। इससे शरीर का ब्लड फ्लो अच्छी तरह होता है। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपका बीपी रिस्क लेवल पर है, तो तुरंत डॉक्टर से अपनी जांच कराएं।
- एक्सरसाइज करेंः बीपी की समस्या को कम करने के लिए या इसे टालने के लिए आप रोजाना एक्सरसाइज करें। ध्यान रखें, तब तक एक्सरसाइज करें जब तक शरीर से पसीना न आए। इसके लिए 30 मिनट काफी होते हैं। इससे शुगर और कोलेस्ट्रॉल की समस्या को रोका जा सकता हैं। यदि आप हफ्ते में पांच दिन भी 30-30 मिनट एक्सरसाइज करते हैं, तो आप कई सारी बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं।
यदि घर में किसी को ब्लड प्रेशर है तो इसके लक्षण की जांच करने के लिए यह जरूरी होता है कि आप नियमित चेक अप करवाएं। बीपी की समस्या का कोई लक्षण नहीं दिखता है। लेकिन शरीर के अंदर बीमारी बढ़ती चली जाती है। हालांकि आज कल कम उम्र में ही कई लोग ब्लड प्रेशर के शिकार हो जाते हैं। इसलिए यदि आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो साल में एक बार बीपी जरूर चेक करवाएं। बीपी का हेल्दी लेवल आपकी उम्र, शारीरिक गतिविधि और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। लेकिन आमतौर पर ब्लड प्रेशर की नॉर्मल रेंज 120/80 मानी जाती है। अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई है, तो डॉक्टर सलाह जरूर लें और प्रॉपर ट्रीटमेंट करवाएं।
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