
70 के उम्र तक पहुंचते-पहुंचते मम्पी-पापा में कई तरह के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो जाती हैं। इसलिए उनका ख्याल रखना जरूरी है।
जीवन के हर उम्र एक अलग पड़ाव की तरह होते हैं, जो हर इंसान के लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं। इसी पड़ाव का एक महत्वपूर्ण भाग बुढ़ापा है जिसे हम वृद्धावस्था भी कहते हैं। अक्सर हम अपने मम्मी-पापा के बढ़ते उम्र में होने वाली परेशानियों से चिंतित हो जाते है। क्योंकि हमारा सबसे ज्यादा लगाव उन्हीं से होता है। हमें हमेशा इस बात का डर सताता है कहीं हम उन्हें खो न दें। क्योंकि उनकी उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई बीमारियां भी उन्हें घेरने लगती हैं। उम्र के बढ़ने से उनके खान-पान में भी काफी बदलाव आने लगता है। जिसकी वजह से 50 की उम्र के बाद से ही उन्हें कई अलग-अलग तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होने लगती हैं। ये परेशानियां किसी भी तरह कि हो सकती हैं जैसे- जोड़ों में दर्द, हृदय रोग, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, अल्जाइमर आदि।
आज हम आपको इस लेख में बताएंगे कि 70 की उम्र के बाद मम्मी-पापा के स्वास्थ्य में किस किस तरह की परेशानियां आती है। और हम उन्हें इन परेशानियों से कैसे बचाएं।
70 की उम्र के बाद मम्मी-पापा को होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं
अल्जाइमर:
मां-बाप के बढ़ती उम्र के साथ-साथ उसके मस्तिष्क में भी कई तरह के बदलाव होते है क्योंकि वह कई तरह की चीजें अपने दिमाग में सोचते रहते है। पर बढ़ती उम्र के कारण उनके मस्तिष्क में भी सिकुड़न आने लगती है। जिसकी वजह से उन्हें सभी चीजें सही तरीके से याद नहीं रहती है। भूलने की इसी बीमारी को अल्जाइमर कहा जाता हैं। अल्ज़ाइमर रोग अधिकांश लोग 65 या उससे अधिक उम्र के लोगों को होता है।
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डायबिटीज:
बढ़ती उम्र के साथ-साथ डायबिटीज की समस्या भी हो जाती है। जिससे हमारे शरीर के मेटाबॉलिक में खराबी आ जाती है। इसकी वजह से ख़ून में शुगर का लेवल बढ़ जाता है। इसकी वजह से मम्मी-पापा को बढ़ते उम्र के साथ देखने में दिक्कत आ सकती है और मोतियाबिंद होने का भी खतरा हो जाता है।
दिल की बीमारी:
बढ़ती उम्र के साथ-साथ मम्मी-पापा मे दिल की बीमारी होना आम बात है। दरअसल जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है दिल की वाल्व सख्त होने लगता है। जिसकी वजह से दिल सही से रक्त का प्रवाह नहीं करवा पाता है और इसकी धड़कने भी सामान्य से धीमी हो जाती है। इसी वजह से 70 वर्ष के बाद दिल की बीमारी होने की संभावना ज्यादा हो जाती है।
हाई ब्लड प्रेशर:
उम्र बढ़ने के साथ उच्च रक्तचाप या निम्न रक्तचाप की समस्या होने लगती है। जो आगे चलकर हृदय रोग कारण बनती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि खराब जीवनशैली के कारण शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ जाता है। धमनियों में प्लाक जमा होने लगता है, जिससे हाइपरटेंशन की समस्या होने लगती है।
सूखी त्वचा:
बढ़ती उम्र में मम्मी-पापा में त्वचा संबंधी भी कई बीमारियां हो सकती है। उम्र के बढ़ने के साथ साथ इंसान के त्वचा में भी झुर्रियां आ जाती है और त्वचा सामन्य से अधिक सूखने लगती है। जिसके वजह से त्वचा में खुजली आदि की समस्याएं आने लगती है।
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योग व कसरत:
मम्मी-पापा के बढ़ते उम्र के साथ-साथ उन्हें जोड़ो में दर्द, ह्दय रोग जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। इन सब बीमारियों से उन्हें बचाने के लिए उन्हें नियमित योगा व कसरत करवाना काफी फायदेमंद सिद्ध होता है और उन्हें फिट रखनें में मदद करता है।
पौष्टिक आहार का करें सेवन:
आमतौर पर बढ़ती उम्र में सबसे ज्यादा परेशानी व बीमारियां सही आहार का सेवन नहीं करने से होती है। इसीलिए हमें हमेशा ये सुनिश्चित करना चाहिए कि हम मम्मी-पापा को विटामिन युक्त व पौष्टिक भोजन सही समय पर करवायें।
गहरी नींद का रखें ख्याल:
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है मम्मी-पापा के रात की नींद में समस्या आने लगती है। जिसके कारण अनिद्रा की समस्या उतपन्न हो जाती है। और उन्हें इसकी वजह से स्ट्रेस भी होने लगता है। इसलिए हमें हमेशा उनकी नींद की समस्या का ख्याल रखना चाहिए।
उनकी खुशी का रखें ख्याल:
मम्मी-पापा के बढ़ते उम्र में सबसे ज्यादा दिक्कत स्ट्रेस व अकेलेपन की वजह से होती है। इसीलिए हमें हमेशा उनकी खुशी का ख्याल रखना चाहिए और हमेशा उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना ताकि वह अकेला महसूस न करें।
समय-समय पर करवायें चेकअप:
बढ़ती उम्र के साथ-साथ मां-बाप को बीमारी का डर भी हमेशा सताता है। इसलिए हमें समय-समय पर उनकी स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए। जिससे वह हमेशा फिट रह सकें।
मम्मी-पापा के बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमें हमेशा उनकी स्वास्थ्य चिंताऐ होते रहती हैं। इसीलिए हमें हमेशा उनका ख्याल रखना चाहिए। ताकि उनका साथ और आशीर्वाद हमेशा हमारे ऊपर बना रहे।
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