योग करने से सेहत को कई फायदे होते हैं। बता दें कि योग अच्छी जीवनशैली का हिस्सा है। सेहत की कई समस्याओं को योग से दूर किया जा सकता है। आज हम बात कर रहे हैं अर्ध पिंच मयूरासन की (Ardha Pincha Mayurasana)। बता दें कि ये संस्कृत भाषा का शब्द है। वहीं इसे अंग्रेजी में Dolphin Pose कहते हैं। अर्ध पिंच मयूरासन चार शब्दों से जुड़कर बना है। पहले शब्द अर्ध का मतलब है आधा जबकि दूसरे शब्द पिंच यानि पंख है। तीसरा शब्द मयूर का अर्थ मोर हैजबकि चौथे शब्द आसन कहलाता है। इस आसन को करने से सेहत को कई फायदे होते हैं। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि अर्ध पिंच मयूरासन को करने से सेहत को क्या-क्या फायदे होते हैं। साथ ही इसे करने के तरीके के बारे में जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
अर्धपिंच मयूरासन को करने के फायदे
1 - रक्त संचार को बढ़ाने में अर्ध पिंच मयूरासन आपके बेहद काम आ सकता है। बता दें कि इस योग को करते वक्त हिप्स ऊपर की तरफ होते हैं और सिर नीचे की तरफ, ऐसे में रक्त संचार में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
2 - अर्धपिंच मयूरासन करने से पेट की निचली मांसपेशियों को मजबूत किया जा सकता है। साथ ही ये रीढ़ को मजूबत बनाने में आपके काम आ सकता है।
3 - इस आसन को करने से एंजाइटी को भी कंट्रोल किया जा सकता है। आज के समय में लोग स्ट्रेस से काफी ग्रस्त हैं। ऐसे में तनाव को दूर करने में भी ये आसान आपके बेहद काम आ सकता है।
4 - अर्धपिंच मयूरासन को करने से न केवल हाथों की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है बल्कि पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव आता है। ऐसे में शरीर के सही संतुलन के लिए यह आसन आपके बेहद काम आ सकता है।
5 - आज के समय में गलत खान-पान के कारण लोग पाचन तंत्र की समस्या से ग्रस्त हैं। ऐसे में बता दें कि पाचन तंत्र को तंदुरुस्त बनाने में यह आसन बेहद काम आ सकता है।
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डॉल्फिन पोज को करने का सही तरीका
चरण - 1 सबसे पहले जमीन पर योगा मैट बिछाएं और उस पर खड़े हो जाएं।
चरण - 2 अब ताड़ासन की स्थिति में खड़े होने के बाद अपने हाथों को नीचे की तरफ लेकर जाएं। इस दौरान आपके घुटने मुड़े नहीं होने चाहिए।
चरण - 3 अपने हाथों को जमीन पर टिकाएं और कोहनी को भी जमीन पर टिकाने की कोशिश करें। इस दौरान आप अपने पैरों पर खिंचाव महसूस करेंगे।
चरण - 4 हालांकि इस वक्त आप अपने कंधों या घुटनों पर ज्यादा दबाव डालने की कोशिश ना करें।
चरण - 5 अपने घुटनों को सख्त बनाते हुए अपने शरीर को भी V के आकार में लेकर आएं और इस अवस्था में तकरीबन कुछ सेकेंड तक खड़े रहें।
चरण - 6 आप अपनी क्षमता के अनुसार भी समय निर्धारित कर सकते हैं।
चरण - 7 अब पुरानी स्थिति में आने के लिए सबसे पहले अपने हाथों को ऊपर की तरफ लेकर जाएं और पहले की स्थिति में आ जाएं।
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अर्धपिंच मयूरासन को करते वक्त बरतने वाली सावधानी
1 - जिन लोगों को डायरिया है वे इस आसन को ना करें।
2 - यदि कोई व्यक्ति गर्दन के दर्द कंधे के दर्द से परेशान हैं तो इस आसन को करने से परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में इस आसन को करने से बचें।
3 - यदि आपके घुटने और रीढ़ की हड्डी में किसी प्रकार का दर्द है या गठिया की समस्या है तब भी यह आसन डॉक्टर की सलाह पर करें।
4 - जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या है वे डॉक्टर की सलाह पर इस आसन को करे।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि अर्धपिंच मयूरासन को करने से सेहत को कई फायदे हो सकते हैं। लेकिन यदि आप इस आसन को पहली बार कर रहे हैं तो हम सलाह देंगे कि यह आसन एक्सपर्ट की देखरेख में ही करें। यदि आपको ऊपर बताई गई किसी भी समस्या से परेशानी है तो इस आसन को अपनी दिनचर्या में जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। बता दें कि इस आसन को करने का सही समय है सुबह का वक्त माना जाता है। वहीं अगर आप यह आसन शाम के समय कर रहे हैं तो तकरीबन खाना खाने से 3 से 4 घंटे पहले इस आसन को करें। ध्यान रहे इस आसन से पहले पेट एक दम खाली होना चाहिए तभी आपको पूरा फायदा मिल सकता है।
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