डिप्रेशन यानी अवसाद भावनात्मक और शारीरिक लक्षणों के साथ एक मूड डिसऑर्डर है जो आपके दैनिक जीवन को प्रभावित करता है। एक अनुमान के मुताबिक पिछले साल सिर्फ 16 मिलियन अमेरिकी वयस्क अवसाद की समस्या से प्रभावित हुए थे।
हालांकि हर कोई अलग अलग तरह से अवसाद का अनुभव करता है। आमतौर पर अधिकांश व्यक्ति रात में होने वाले अवसाद से ग्रसित होते हैं। कुछ लोगों में इसके अलावा भी कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं। रात में होने वाला अवसाद अनिद्रा पैदा कर सकता है या लंबे समय तक जागना और देर तक सोने जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। इस संबंध में आपको जो जानने की आवश्यकता है उसे हम आपको इस लेख के माध्यम से बता रहे हैं।
रात में होने वाले अवसाद के लक्षण और कारण
अलगाव, खालीपन और निराशा रात में होने वाले अवसाद के प्रमुख कारण हैं। अलग अलग लोगों इसके लक्षण भी विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं। उदासी, असफलता, चिड़चिड़ापन, थकान, काई अपराध करने पर, उदासीनता, चिंता आदि लक्षण अवसाद होने की पुष्टि करते हैं।
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रात में होने वाले अवसाद से कैसे बचें
रात के अवसाद से बचने के लिए सबसे पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि कुछ लक्षण ऐसे होते हैं जो केवल डॉक्टर की जांच में ही पता चल सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप किसी अच्छे विशेषज्ञ की सलाह लें। हालांकि कुछ टिप्स ऐसे भी हैं जिनके माध्यम से रात के अवसाद से काफी हद तक छुटकारा दिलाया जा सकता है।
1 रात में होने वाले अवसाद से बचने के लिए आप सोने से दो घंटे पहले ही बिस्तर लगा दें। इससे आप पहले ही सोने के लिए मानसिक रूप से तैयार होने लगते हैं।
2 अपना काम और किसी भी तरह की तनावपूर्ण चीजों को कमरे से बाहर रखें। ऐसा करने के लिए इसलिए सलाह दी जा रही है क्यों कि इससे आपका कमरा शांतिपूर्ण रहेगा। आपको यह भी कोशिश करनी चाहिए कि आपका शयनकक्ष पूरी तरह से स्क्रीन फ्री हो। उस रूम में कोई टीवी या कंप्यूटर न हो।
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3 तनाव को कम करने वाली क्रियाओं में रहें शामिल। आप अवसाद और तनाव से दूर रहने के लिए अपनी रूचि के अनुसार, पेटिंग, फोटोग्राफी, स्पोर्ट्रस, डांसिंग, स्वीमिंग आदि चीजों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले सकते हैं। यह आपके तनाव के स्तर को काफी हद तक कम कर देंगे।
4 अत्यधिक रोशनी वाली चीजों से दूर रहें। अक्सर घर में टीवी, मोबाइल या लैपटाप का ब्राइटनेस ज्यादा होता है जो आंखों को प्रभावित करती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो ज्यादा ब्राइटनेस भी तनाव का कारण बन सकते हैं, जिनसे दूरी ही बेहतर है।
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5 अल्कोहल का हो सीमित सेवन। अक्सर लोग रात के समय ज्यादा से ज्यादा अल्कोहल का सेवन करते हैं, जो कि अवसाद और तनाव को जन्म देते हैं। कोशिश करें कि रात के समय या सोने से पहले अल्कोहल का कम से कम करें या फिर न करें तो बेहतर होगा। इससे आपका मस्तिष्क शांत रहेगा।
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