Covid-19: आने वाले दो-तीन महीनों में कितना स्थिर होगा वायरस? विशेषज्ञों से जानें

साल 2020 में कोरोनावायरस के कारण जिस स्थिति का सामना करना पड़ा है क्या वहीं स्थिति 2021 में भी देखने को मिलेगी? जानें क्या कहते हैं विशेषज्ञ...
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Covid-19: आने वाले दो-तीन महीनों में कितना स्थिर होगा वायरस? विशेषज्ञों से जानें


दुनिया भर में जहां कोरोनावायरस के मामले 7 करोड़ 66 लाख से ऊपर जा चुके हैं वही अपने देश में संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। बता दें कि भारत में भी यह आंकड़ा एक करोड़ को पार कर चुका है। वैसे तो दुनिया के कई देशों में टीकाकरण अभियान चल रहे हैं लेकिन भारत में अभी तक किसी भी वैक्सीन को हरी झंडी नहीं मिली है। इस विषय पर भारत सरकार के विशेषज्ञों का कहना है कि साल 2021 में कोरोना से संक्रमित के मामलों में स्थिरता आ जाएगी। मतलब अभी महामारी के 3 लाख मामले सक्रिय हैं लेकिन आने वाले दो-तीन महीनों में यह मामले कुल 20 हजार रह जाएंगे।

corona virus cases

कोरोनावायरस की दूसरी लहर का आना कितना संभव?

विशेषज्ञों ने खुशखबरी दी कि अपने भारत में इस महामारी की दूसरी लहर का आना कम संभव है। आईसीएमआर कs पूर्व महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर रमन गंगाखेड़कर ने बताया कि देश में टीकाकरण से संबंधित चल रही तैयारी काफी हद तक पूरी हो चुकी है। ऐसे में देश में दूसरी लहर के आने से पहले ही काफी लोगों में एंटीबॉडी विकसित हो जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के.के. अग्रवाल ने जानकारी दी कि अगर अपने देश में महामारी का कोई 'स्ट्रेन' नहीं आता है तो यहां पर दूसरी लहर का आना मुश्किल है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अगर देश में टीकाकरण का अभियान दिसंबर के अंत तक शुरू हो जाता है और 30 करोड़ लोगों को टीका लग जाता है तो साल 2021 के मार्च तक इस स्थिति पर काबू पाया जा सकता है। वहीं भारतीय वैज्ञानिक डॉक्टर गगनदीप कांग ने कोरोनावायरस की दूसरी लहर के ऊपर टिप्पणी करते हुए कहा की अगर दूसरी लहर आती भी है तो वह इतनी ताकतवर नहीं होगी। इस विषय पर वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर शाहिद जमील भी बताते हैं कि दूसरी लहर आने की कोई संभावना नहीं है। लेकिन जो लोग असुरक्षित और अतिसंवेदनशील हैं वह संक्रमण से बच नहीं पाएंगे और आने वाले कुछ वर्षों में संक्रमण के मामलों में हल्की फुल्की वृद्धि देखना स्वाभाविक है। ऐसे में अगर वैक्सीन आ जाती है तो स्थिति को रोका जा सकता है। 

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पहले बताया जा रहा था कि दिल्ली में तीसरी लहर आ गई है लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कहा कि ये लहर खत्म हो चुकी है या खत्म होने वाली है। साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में पहले सबसे ज्यादा मामले नजर आते थे वहीं अब लोगों ने सरकार का साथ दिया और इस स्थिति पर काबू पा लिया है।

 

हाल ही में खबर मिल रही हैं कि क्रिसमस (Christmas Day) से पहले ब्रिटेन में कोविड का नया वेरिएंट मिला है, जिससे वहां फिर से हड़कंप मच गया है। फिर से प्रभावित जगहों पर लॉकडाउन लगाया जा रहा है। ऐसे में बीते रविवार को देर शाम ज्वाइंट मॉनिटरिंग ग्रुप के साथ भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में इस समस्या को भारत में ना आने के लिए कोई योजना बनाने पर जोर दिया गया है।

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