बीते गुरुवार को दिल्ली में टेस्ट को लेकर एक नया रिकॉर्ड बना। बता दें कि देश की राजधानी में अब तक सबसे ज्यादा टेस्ट 1 दिन में किए गए हैं। वहीं अगर इनके परिणामों की बात की जाए तो इन्फेक्शन रेट की दर काफी कम पाई गई है। आंकड़ों के आधार पर दिल्ली में कोविड-19 के 90,354 टेस्ट किए गए हैं। वहीं अगर आरटीपीसीआर टेस्ट की बात की जाए तो दिल्ली में गुरुवार को इसका भी नया रिकॉर्ड बन गया है। बता दें कि 1 दिन में टेस्ट की संख्या 49,102 है। ऐसे में दो नए रिकॉर्ड राहत का संकेत हैं।
आरटी पीसीआर टेस्ट की कीमत हुई कम
बता दें कि दिल्ली में आरटी पीसीआर टेस्ट की कीमत कम कर दी गई है। अब यह टेस्ट कुल ₹800 पर किया जा रहा है। कीमत में बदलाव के बाद से ही आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ती नजर आ रही है। जबकि रैपिड एंटीजन टेस्ट दिल्ली में 41,252 हुए हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि लोगों का रुझान आरटी पीसीआर टेस्ट की तरफ ज्यादा दिखाई दे रहा है।
रैपिड एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट
कोविडृ-19 की जांच के लिए सबसे ज्यादा दो टेस्ट का नाम चर्चा में है- रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट और पीसीआर टेस्ट। बता दें कि रैपिड एंटीजन की रिपोर्ट को 60 प्रतिशत सही माना जाता है। वहीं अगर आरटीपीसीआर की रिपोर्ट की बात की जाए तो इसे 100% तक सही मान रहे हैं। ऐसे में लोगों का विश्वास आरटी पीसीआर टेस्ट पर ज्यादा दिखाई दे रहा है। ध्यान दें कि आरटीपीसीआर को जांच के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड की उपाधि दी जाती है।
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दिल्ली में नई केस
बता दें कि 1 दिन में 90,000 से ज्यादा टेस्ट होने के बावजूद दिल्ली में नए केस की संख्या में गिरावट आई है। 1 दिन में कुल 1,363 कोरोना केस पाए गए हैं। अगर एक्टिव केस की बात की जाए तो गुरुवार तक कोई मामले कम होकर 12,198 पाए गए। वही कोरोनावायरस से एक दिन में 35 मौतों की रिपोर्ट सामने आई है। 2,391 लोग महामारी से ठीक होकर घर चले गए। यानी इंफेक्शन रेट भी कम होकर 1.51% पर पहुंच गया है।
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रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट और पीसीआर टेस्ट में अंतर
शरीर में बीमारी होने पर शरीर उससे लड़ने के लिए एंटीबॉडी बना लेता है। जब टेस्ट होता है तो खून में संबंधित एंटीबॉडी पाए जाते हैं, जिनके आधार पर संक्रमण का पता लगता है। लेकिन जरूरी नहीं होता कि ये संक्रमण का ही संकेत हों। ऐसे में अन्य बीमारियों का पता लगाने के लिए व्यक्ति का पीसीआर टेस्ट भी होता है। बता दें कि इस टेस्ट में डीएनए के आधार पर विश्लेषण किया जाता है और कोरोना का पता लगाया जाता है। ऐसे में इस टेस्ट की रिपोर्ट को 100 प्रतिशत मानते हैं।
नोट- बता दें कि इस खबर में दिए आंकड़े दिन गुरुवार के आधार पर हैं। इन आंकड़ों में शुक्रवार के मामलों को जोड़ा नहीं गया है।
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