प्लाज्मा थेरेपी COVID-19 के इलाज में कितनी कारगर ? जाने कैसे करती है ये काम

दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के संकट से निपटने कई रिसर्च हो रही हैं, इसी बीच चीन में प्लाज्मा थैरेपी का इस्तेमाल किया गया।
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प्लाज्मा थेरेपी COVID-19 के इलाज में कितनी कारगर ? जाने कैसे करती है ये काम

कोरोना संकट को लेकर दुनिया भर में लोग चिंता में हैं। इस महामारी से कैसे निपटा जाए इस विचार किया जा है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इस महामारी से निपटने के लिए दिन-रात जुटे हुए हैं। अब तक लाखों लोग इस वायरस  की चपेट में आ चुके हैंऔर करीब 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं जिस तरह से कोरोना वायरस अपने पैर पसार रहा है। उसे लेकर WHO से लेकर दुनियाभर की सरकारें इससे कैसे निपटा जाए इसी में जुटी हुई हैं। इसी कड़ी में चीन में इस महामारी से निपटने के लिए एक नई तरीके की थैरेपी का इस्तेमात किया गया था। जिसका नाम प्लाज्मा थैरेपी है।आइए जानते हैं कि प्लाज्मा थैरेपी क्या है? और ये कैसे काम करती है?

क्या है प्लाज्मा थैरेपी ?

प्लाज्मा थैरेपी का इस्तेमाल हमेशा से संक्रमित बीमारियों में होता आया है। वहीं अब इसका इसतेमाल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए किया जा रहा है। इस थैरेपी की मदद से जो व्यक्ति कोरोना वायरस को मात देकर बच जा जाता है उस व्यक्ति के खून को संक्रमति व्यक्ति में डालकर उसे ठीक किया जाता है। इस थैरेपी में मरीज को ठीक होने में 3 से 7 दिन लग जाते हैं। जानकारी है कि पहली बार फर्स्ट वर्ल्ड वार 1918 में में फैले स्पेनिश फ्लू से निपटने के लिए प्लाज्मा थैरेपी  का इस्तेमाल  किया गया था 

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कैसे काम करती है प्लाज्मा थैरेपी?

जब व्यक्ति इस कोरोना वायरस को हरा कर बच जाता है। या फिर इस वायरस से संक्रमति होने के बाद बच जाता हौ तो वह एंटीबॉडीज बन जाता है । और उस इंसान का इम्यनिटी सिस्टम कुछ टाइम के लिए काफी अच्छा हो जाता है। इससे इम्युनिटी सेल्स से प्रोटीन उत्सर्जित होती हैं जो प्लाज्मा में पाए जाते हैं, जो जरूरत पड़ने पर रक्त को थक्का बनाने में मदद करता है। 

प्लाज्मा थेरेपी को एंटीबॉडी थेरेपी भी कहते हैं विशेषज्ञों का कहना है कि प्लाज्मा थेरेपी से एस साथ कई मरीजों का इलाज किया जा सकता है । ऐसा माना जाता है कि इस थेरेपी से उन लोगों का तत्काल इलाज किया जाएगा, जिन्हें कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा अधिक खतरा है। 

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कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने केरल के चिकित्सकों को प्लाज्मा थेरेपी की मदद से COVID-19  के रोगियों का इलाज करने की अनिमति दी है। 

जैसा कि सभी को पता ही है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से फैलना शुरु हुआ था। हालांकि कड़े प्रतिबंध के साथ चीन में मामलों की संख्या में काफी कमी आई है। कुछ महीने पहले चीन में यह वायरस हवा की तरह फैल गया था। तभी कोरोना वायरस के मरीजों को ठीक करने के लिए चीन डॉक्टरों ने प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया । इस थेरेपी का इस्तेमाल सबसे पहले चीन के शंघाई में एक COVID-19 मरीज को ठीक करने के लिए किया था।

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