
शोधकर्ताओं ने पाया है कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हृदय रोगों को रोकने में हार्मोन थेरेपी काफी मददगार साबित हो सकती है।
हार्मोन थेरेपी मेनोपॉज के लक्षणों को प्रबंधित करने और इससे जुड़ी असुविधा को कम करने के लिए फायदेमंद हो सकती है। हालाँकि, इसके लाभ यहीं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हाल में हुए एक नए अध्ययन में पाया गया है कि हार्मोन थेरेपी मेनोपॉज के बाद महिलाओं में धमनियों में रुकावट यानि एथेरोस्क्लेरोसिस की प्रगति को धीमा कर सकता है। यह एक क्रोनिक इंफ्लामेटरी कंडीशन है, जो हृदय रोगों का कारण बनती है।
एथेरोस्क्लेरोसिस से बचा सकती है हार्मोन थेरेपी
मेनोपॉज के लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए हार्मोन थेरेपी एक बहुत ही आम उपचार है। लेकिन एक नए अध्ययन में पाया गया है कि यह महिलाओं को एथेरोस्क्लेरोसिस से भी बचा सकता है। यह एक एक क्रोनिक इंफ्लामेटरी कंडीशन है, जो हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ाती है। एथेरोस्क्लेरोसिस में धमनियों में ब्लड सर्कुलेशन कम होता है। इसमें धमनियां का सख्त या सिकुड़ जाती हैं। मेनोपॉज की उम्र तक पहुंचने के साथ ही महिलाओं में दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। मेनोपॉज में एथेरोस्क्लेरोसिस या रक्त वाहिकाओं में सूजन के ट्रिगर के रूप में काम करती है।
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हाल में हुए शोध अर्लडस लेट इंटरवेंशन ट्रायल विथ एस्ट्राडियोल (इलीट) के आंकड़ों का विश्लेषण किया और शोध पत्र को द नॉर्थ अमेरिकन मेनोपॉज़ सोसाइटी (एनएएमएस) की 2020 की वार्षिक वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किया गया है। इन एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, हार्मोन थेरेपी अपेक्षाकृत मेनोपॉज से गुजरने वाली महिलाओं में एथेरोस्क्लेरोसिस की प्रगति को प्रभावी रूप से धीमा कर सकती है।
कैसे किया गया अध्ययन?
इस अध्ययन को करने के लिए शोधकर्ताओं ने 600 से अधिक पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में लगभग 12 इंफ्लामेटरी मार्करों की सांद्रता की गणना की। उन्होंने पाया कि हार्मोन थेरेपी ने कई मार्करों की सांद्रता को कम कर दिया। इसके अलावा, यह भी पाया गया कि हार्मोन थेरेपी पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं की तुलना में पेरिमेनोपॉज़ल महिलाओं के लिए अच्छी तरह से काम करती है। यह मेनोपॉज और हृदय स्वास्थ्य से निकटता से जुड़ी हुई है।
यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया केके स्कूल ऑफ मेडिसिन के इस अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ. रोकसाना करीम कहते हैं, '' कुल नमूनों में, ई-सेलेक्टिन, आईसीएएम -1, आईएफएनजी, और आईएल -8 का औसत परीक्षण स्तर प्लेसबो-उपचारित महिलाओं की तुलना में हार्मोन थेरेपी समूह में काफी कम था।
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एनएएमएस के चिकित्सा निदेशक डॉ. स्टेफनी फूबियन कहते हैं: "यह अध्ययन हमें उन संभावित शारीरिक तंत्रों को समझने में बेहतर मदद करता है, जो बता सकते हैं कि हार्मोन थेरेपी मेनोपॉज के बाद हृदय रोग की प्रगति को धीमा कर देती है। लेकिन महिलाओं में मेनोपॉज ट्रांजिशन से अधिक दूर नहीं होती है।"
अध्ययन के निष्कर्ष
हार्मोन थेरेपी पेरिमेनोपॉज़ल महिलाओं को हृदय रोगों के जोखिम के बिना मेनोपॉज को आसान करने में मदद कर सकती है। यह मेनोपॉज़ल महिलाओं को जोखिमों से दूर रखने में भी मददगार है। हालांकि, इस पर अभी अधिक शोध की आवश्यकता है। इसलिए किसी भी उपचार के साथ आगे बढ़ने से पहले एक विश्वसनीय चिकित्सक से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है।
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