दुनियाभर में कोरोना वायरस (COVID-19) का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, ऐसे में लॉकडाउन या सेल्फ आइसोलेशन का दौर कई लोगों के लिए मुश्किल भर हो सकता है। जो लोग घरों में बंद रह कर घर से दफ्तर का काम करने में लगे हुए हैं उनके लिए ये परेशानी खड़ा कर सकता है। कोरोनोवायरस संकट के दौरान सेचुरेटेड फैट हमारे भोजन में एक आम विशेषता बन गई है। घर से काम के दौरान लोग अक्सर अपना और अपने परिवार का मूड ठीक करने के लिए स्वादिष्ट भोजन बनाते हैं। एक नए अध्ययन के अनुसार, सेचुरेटेड फैट की एक उच्च खुराक एक व्यक्ति की एकाग्रता (concentration) के स्तर को प्रभावित कर सकती है।
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित हुए हैं एक अध्ययन में बताया गया है कि सैचुरेटेड फैट की ज्यादा मात्रा आपके एकाग्रता के लिए ठीक नहीं है। इसके लिए 51 महिलाओं के दो प्रकार के भोजन का सेवन करने के बाद एक परीक्षण किया, जिसमें एक जो सैचुरेटेड फैट (saturated fat) पर उच्च था और दूसरा एक समान भोजन था लेकिन सूरजमुखी के तेल में बनाया गया था।
नुकसानदायक है सैचुरेटेड फैट का ज्यादा सेवन
प्रमुख लेखक एनेलिस मैडिसन(Annelise Madison) ने टिप्पणी की है कि आहार के प्रभावकारी प्रभाव को देखते हुए, सबसे अधिक समय से पहले के काम को देखा गया है और यह सिर्फ एक भोजन था। यह बहुत उल्लेखनीय है कि हमने एक अंतर देखा। हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि सूरजमुखी के तेल से तैयार भोजन में आहार वसा की एक बड़ी मात्रा शामिल थी। मैडिसन कहते हैं कि क्योंकि दोनों ही मील में भारी मात्रा में फैट, ज्यादा सैचुरेटेड वाले भोजन का संज्ञानात्मक प्रभाव कम फैट वाले भोजन की तुलना में ज्यादा बड़ा हो सकता है।
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एकाग्रता का स्तर होता है प्रभावित
महिलाओं को एक कोशिश के जरिए से रखा गया, जहां उन्हें ज्यादा फैट वाले खाद्य पदार्थ परोसे गए और सटीक प्रेक्षण करने का आह्वान किया गया। इसमें ये देखा गया कि जिन महिलाओं ने सेचुरेटेड फैट (saturated fat) के साथ भोजन किया, वे लक्ष्य उत्तेजनाओं का पता लगाने में 11 फीसदी तक कम थीं। वहीं, जिन लोगों में टपका हुआ आंत के लक्षण थे, उन्होंने एकाग्रता में भी कुछ खामियों को प्रदर्शित किया। जिसमें पता चला कि केवल 10 मिनट के परीक्षण के दौरान ध्यान बनाए रखने की उनकी क्षमता भी डूब गई। मैडिसन बताते हैं कि महिलाएं खराब प्रदर्शन कर रही थीं, चाहे वे कुछ भी खाएं। मैडिसन के मुताबिक, "अगर महिलाओं में एंडोटॉक्सिमिया का उच्च स्तर था, तो यह भोजन के बीच के मतभेदों को मिटा देता है''।
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शरीर और मस्तिष्क में बढ़ाता है सूजन
पहले किए गए अध्ययनों से साबित हुआ है कि किसी भोजन में सैचुरेटेड फैट की उच्च सामग्री होती है वह पूरे आपको शारीरिक और दिमारी रूप दोनों को प्रभावित करने का काम करता है। ये आपके शरीर और मस्तिष्क में भी सूजन को बढ़ाता है। ऐसा ही बिलकुल फैटी एसिड के साथ है। मैडिसन कहते हैं कि “यह हो सकता है कि फैटी एसिड सीधे आपके मस्तिष्क के साथ बातचीत कर रहे हों। इसमें यह निष्कर्ष निकाला गया कि जो व्यक्ति पूरे कोविड-19 (COVID-19) स्थिति से परेशान हैं और उच्च वसा वाले भोजन का सहारा लेते हैं, उन लोगों के एकाग्रता में काफी बाधा पैदा होती है।
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