हाई हील सैंडल्स क्यों है हड्डियों-घुटनों के लिए खतरनाक, जानें डॉक्टर और मॉडल की राय

हाल ही में कई मॉडेल्स और अभित्रियों के पैरों पर बनियन नजर आए। दरअसल बनियन अंगूठे से जुड़ी बीमारी है, जिसमें अंगूठे के जोड़ से जुड़ी हड्डी बढ़ जाती है।
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हाई हील सैंडल्स क्यों है हड्डियों-घुटनों के लिए खतरनाक, जानें डॉक्टर और मॉडल की राय

हॉलीवुड हो या बॉलीवुड सितारों पर हमेशा चमकते रहने का एक प्रेशर होता है। रेड कार्पेट पर खड़ी हसीन अभिनेत्रियों, सिंगर्स और मॉडल्स को कभी आप गौर से देखिए और आप समझ जाएंगे कि हमेशा चमकते रहने का प्रेशर क्या होता है? सच्चाई भी यही है कि खूबसूरत ड्रेस, ट्रेंडी हेयरस्टाइल, परफेक्ट मेकअप, मैनीक्योर और पेडीक्योर से तैयार किए गए मासूम हाथ-पैरों के पीछे एक दवाब है- हमेशा खूबरसूरत और फैशनेबल दिखने का। पर इस फैशन के प्रेशर का नुकसान भी है, जिसे आप बढ़ते हुए वक्त के साथ उनके शरीर के कई हिस्सों में देख सकते हैं। जैसे कि ब्रिटनी स्पीयर्स और केटी पेरी के पैरों की उंगलियां, जिसे तस्वीरों में गौर से देखते ही आपको लगेगा कि मानों, वे अपने फूटवियर में कंफर्टेबल नहीं हैं या उनके पैरों में कोई विकार या दर्द है। कई घंटो तक हाई-हील्स पहनने से इन अभिनेत्रियों और मॉडल्स के पैरों में 'बनियन' हो जाता है, इसलिए उनके पांव की संरचना बदल जाती है। पर प्रश्न ये है कि हाई हील्स पहनना मॉडल्स और अभिनेत्रियों के लिए क्यों, कितना और कब जरूरी होता है। इन सवालों के जवाब के लिए 'ऑन्ली माई हेल्थ' ने मिस एशिया 2018, संघाई(चीन) में इंडिया को रिप्रजेन्ट करने वाली मॉडल निकिता राणा से बात की। तो वहीं हाई हील्स के नुकसान और बनियन से जुड़ी चिक्तिसकिय पक्ष को जानने के लिए 'ऑन्ली माई हेल्थ' ने डॉ. अरुण आशीष पाण्डे से भी बात की, जो कि एक ऑरथोपेडिक (हड्डी रोग विशेषज्ञ) डॉक्टर हैं।पर आइए सबसे पहले ये जान लेते हैं आखिरकार बनियन नामक ये बीमारी है क्या और कैसे होता है?

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बनियन (Bunions) क्या है और क्यों होता है? 

डॉ. अरुण की मानें, तो बनियन आमतौर पर अंगूठे के ज्वाइंट से जुड़ी बीमारी है, जिसमें अंगूठे के जोड़ से जुड़ी हड्डी बढ़कर बाहर की तरफ निकल आती है। यह समस्या उन लोगों में अधिक होती है, जो अधिकतर कसे हुए जूते या हाई हील्स पहनते हैं। बनियन वाले पैरों में आप देखेंगे कि अंगूठा टेढ़ा होकर पैरों के अन्य उंगलियों की ओर बढ़ने लगता है, जो तेज सूजन और दर्द का कारण बन जाता है। ज्यादातर लोगों में बनियन की शुरुआत पैरों की संरचना (हील एनॉटोमी) के बिगड़ने से शुरू होती है। ऐसे लोगों में पैरों की प्राकृतिक संरचना बदल जाती है। प्राकृतिक तौर शरीर का सारा भार जब पैरों पर पड़ता है, तो वो पैरों की एड़ी और तलवों के बीच संतुलित हो जाता है। पर हाई हील्स या कसे हुए जूते-चप्पलों को पहनने पर ये सारा भार अंगूठा और उसकी जोड़ों पर पड़ता है, जिसके कारण अंगूठे के जोड़ से जुड़ी हड्डी धीरे-धीरे बढ़ जाती है और उसी को 'बनियन' कहते हैं।

बनियन (Bunions) के लक्षण-

  • अंगूठे के ज्वाइंट से जुड़ी हड्डी का बढ़ जाना
  • पैरों में असहनीय दर्द
  • सूजन और लाल हो जाना
  • उंगलियों के ज्वाइंट्स में जलन
  • पैरों के कर्व या संरचना का बदल जाना

हाई हील्स और बनियन पर मॉडल निकिता राणा की राय-

हाई हील्स पहनने और उससे जुड़ी परेशानियों की बात करते हुए मॉडल निकिता राणा कहती हैं कि हाई हील्स पहनना उनके काम की एक मांग है। निकिता बताती हैं कि एक मॉडल को अपने फैशन शो, रेंपवॉक और कई इवेंट्स के लिए घंटों तक हाई हील्स पहनना पड़ता है। निकिता कहती हैं कि ''आमतौर पर लड़कियां अपनी नीजि जीवन में एक इंच से देढ़ इंच की हील्स पहनती हैं पर मॉडल्स और अभिनेत्रियों को लगभग 4 से 6 इंच तक ही हील्स पहननी पड़ती है। हालांकि हम लोग कोशिश करते हैं कि हम हाई हील्स को कम से कम समय के लिए ही पहनें पर हमेशा ऐसा हो नहीं पाता। किसी शो के रिहर्सल से लेकर शो के खत्म होने तक, हमें लगभग 4 से 6 घंटो तक हाई हील्स में रहना पड़ता है। कभी-कभार तो ये वक्त और भी ज्यादा हो जाता है। वैसे तो हम लोगों को इसकी आदत हो जाती है इसलिए पहले कुछ घंटो तक तो पैरों को कुछ पता नहीं चलता पर इसके बाद पैरों में दर्द शुरू हो जाता है। पर हम क्या कर सकते हैं, ये हमारे काम की मांग है। हमारे ड्रेस और वॉक के हिसाब से हाई हील्स हमारी जरूरत होती है।''

हालांकि निकिता का ये भी कहना कि मैं अक्सर बैक स्टेज हाई हील्स निकाल कर रहती हूं और कोशिश करती हूं कि कम वक्त में पैरों को ज्यादा से ज्यादा आराम दे सकूं। बनियन से बचाव के लिए निकिता कहती हैं कि हम मॉडल्स को शो के बाद हील्स पहनने से बचने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही घर आकार ज्यादा से ज्यादा बिना चपल्लों के रहें और समतल पैरों से चलें। इसके अलावा बर्फ से पैरों की सिकाई करने की जरूर कोशिश करें। 

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हाई हील्स के अन्य नुकसान-

डॉ. अरुण बताते हैं कि हाई हील्स के कारण बनियन के अलावा भी पैरों से जुड़ी अन्य परेशानियां भी हो सकती हैं। उनके अनुसार हाई-हील्स के कारण पैरों के ज्वाइंट्स में मोच आ सकती है। इसके अलावा एड़ी के ऊपर टेंडन एंकल्स में भी बनियम हो सकता है। साथ ही आगे चलकर बरसाइटिस (Bursitis) भी हो सकता है। बरसाइटिस के कारण पैरों के ऊपरी आवरण में सूजन रहता है। इसके अलाव कॉर्न्स,न्यूरोमास,टखने की मोच, स्पाइन से जुड़ी परेशानी और पीठ दर्द आदि हो सकता है।

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बनियन (Bunions) का इलाज और बनियन सर्जरी (Bunions Surgery)-

डॉ. अरुण बताते हैं कि ज्यादातर मॉडल्स और अभिनेत्रियां बनियन के इलाज से बचती हैं क्योंकि ये काफी दर्दनाक होता है। बनियन का इलाज तीन तरीके से किया जाता है-

  • पहला- अंगूठे से जुड़े बड़ी हड्डी को काट कर
  • दूसरा- बनियन वाली हड्डी को निकाल कर
  • तीसरा- अंगूठे के ज्वाइंट्स को फ्यूज कर के

अंगूठे के ज्वाइंट्स को फ्यूज कर देना सबसे ज्यादा परेशानी वाला होता है क्योंकि इससे अंगूठे की मूवमेंट्स बंद हो जाती है। वहीं ये तीनों सर्जरी के बाद घाव ठीक होने में एक लंबा वक्त लग सकता है, साथ ही पैरों पर सर्जरी के निशान रह जाते हैं। वहीं इस सर्जरी के बाद भी जरूरी नहीं कि बनियन दोबारा न हो। इन्हीं तमाम वजहों से एक मॉडल या एक एक्ट्रेस बनियन सर्जरी से बचती हैं। 

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बनियन से बचने के आम उपाय-

डॉ. अरुण के अनुसार लगभग हर किसी को टाइट फिटिंग वाले और हाई हील्स वाले जूते-चप्पलों से बचना चाहिए। इसके अलावा कई और उपाय भी हैं, जिसकी मदद से आप बनियन जैसी परेशानियों से बचे रह सकते हैं। जैसे-

  • -ऐसे जूते-चप्पल पहनें जिसमें आपके अंगूठे को प्रयाप्त जगह या स्पेस मिले।
  • -पैडिंग वाले जूते पहनें
  • -बनियन अगर हो रहा है, तो टो-स्प्रेडर का इस्तेमाल करें।
  • -हाई हील्स पहनने के बाद ठंडे पानी से पैरों की सिकाई जरूर करें।
  • -चलते वक्त पैरों की पोजिशन का ख्याल रखें और ध्यान रखें कि पैर बराबर से जमीन पर पड़े।
  • -नंगे पांव चलें।
  • -अपने वजन पर संतुलन बनाएं रखें और इसके लिए योग व एक्सरसाइज जरूर करते रहें। 

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