पेड़-पौधे हमारे जीवन में महत्तवपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कई बार जानकारी के अभाव में आकर हम अपने आसपास मौजूद पेड़-पौधों के औषधीय गुणों को नहीं पहचान पाते हैं। ऐसे बहुत से पौधे हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। वहीं आयुर्वेद में विशेष महत्तव पाने वाला ऐसा ही एक पेड़ है, जिससे स्वास्थ्य को कई फायदे होते हैं। क्या आपने कदंब के पेड़ के बारे में सुना है? अगर नहीं तो इस लेख के माध्यम से हम आपको कदंब के फूलों, छाल और पत्तियों के गुण और उन्हें उपयोग करने के तरीके के बारे में बताएंगे। कदंब का वैज्ञानिक नाम नीलोमारकिया कैडंबा (Neolamarckia cadamba) है। कदंब के फूलों से लेकर इसके पत्ते और छाल काफी उपयोगी माने जाते हैं। कदंब एक सदाबहार पेड़ है। सुंदर दिखने और सुगंध देने वाला यह फूल आपको कई बीमारियों से भी बचाता है। कदंब के पत्ते खासतौर पर डायबिटीज के रोगियों (Beneficial for Diabetic Patients) के लिए रामबाण माने जाते हैं। चलिए जानते हैं कदंब से शरीर को होने वाले कई अन्य फायदों के बारे में।
क्या है कदंब (What Is Kadamba)
प्राचीन काल से ही कदंब को कई बीमारियों से बचने के लिए घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। यह फूल सदाबहार होते हैं। यह वैसे तो हर जगह पाए जाते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में इनकी संख्या अधिक होती है। इसे कदंब के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि इनकी डालें एक-एक कदम की दूरी पर होती हैं। यह एक ऐसा पेड़ है, जिसकी डालें काफी नजदीक स्थित होती हैं। इसके फूल दिखने में कुछ-कुछ नींबू के समान होते हैं, लेकिन वास्तव में यह पीले होने के साथ ही अंदर से काफी मुलायम भी होते हैं।
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कदंब से होने वाले फायदे
1. कदंब की पत्तियां डायबिटीज में मददगार
डायबिटीज के रोगियों को तो कदंब की पत्तियों का सेवन करने की खासतौर पर सलाह दी जाती है। इसका सेवन करने से आपके टाइप-2 डायबिटीज का भी खतरा कम होता है। इसमें एंटी डायबिटीक गुण पाए जाते हैं, जो आपके शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को नियंत्रित करते हैं और ब्लड शुगर के स्तर को भी सुधारते हैं। इसमें पाए जाने वाली हाइड्रोसाइक्लोन की मात्रा आपके इंसुलिन को कंट्रोल करने में मदद करती है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो कदंब की पत्तियों का उपयोग नियमित तौर पर भी कर सकते हैं।
2. कदंब के पत्ते घाव भरने में मददगार
कदंब का उपयोग प्राचीन काल से ही घाव भरने के लिए किया जाता है। कदंब की पत्तियों में घाव भरने वाले गुण मौजूद होते हैं, जो आपके घाव को जल्दी भरने में सहायता करते हैं। इसके लिए आपको कदंब की पत्तियों का लेप बनाकर उसे प्रभावित हिस्से पर लगाना है। इसके लिए आप कदंब की पत्तियों को गर्म करकर घाव वाले हिस्से पर लगा सकते हैं। इससे भी घाव जल्दी ठीक होता है।
3. कदंब की जड़ मूत्र रोगों में आती है काम
कदंब के पेड़ की जड़ और छाल मूत्र संबधी विकारों में भी काम आती है। इसे इस्तेमाल करने से मूत्र में जलन, ठीक से पेशाब नहीं आने की समस्या के साथ ही इससे जुड़े तमाम विकारों में यह आपको फायदा पहुंचाते हैं। इसके लिए इसका पेस्ट या फिर काढ़ा पीना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। वहीं आंखों की बात करें तो यह आंख की बाहरी परत कंजक्टिवा को बेहतर रखता है साथ ही आंखों में होने वाले किसी प्रकार के संक्रमण से भी बचाता है।
4. कदंब की छाल बुखार से दिलाए राहत
बुखार होना एक आम समस्या है। पुराने समय से ही कदंब की छाल से बने काढ़े को बुखार से निजात पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कदंब के पेड़ में एंटी बैक्टीरियल समेत कई गुण पाए जाते हैं, जो बुखार में काफी मददगार होते हैं। इसके लिए आप कदंब की बार्क या छाल की मदद से काढ़ा तैयार करें। यह थोड़ा कड़वा होता है, इसलिए आप चाहें तो इसमें शहद डालकर भी पी सकते हैं।
5. फंगल इंफेक्शन को कम करे
त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ना, लालिमा आना, दाद या फिर खुजली को फंगल इंफेकशन के नाम से जाना जाता है। आमतौर पर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाने के कारण यह समस्या होती है। इस समस्या को दूर करने में कदंब आपकी मदद कर सकता है। कदंब के पेड़ में एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते है। ऐसी समस्या से ग्रस्त लोग कदंब का सेवन कर सकते हैं।
6. कदंब का फूल बच्चों की पाचन क्रिया रखे दुरुस्त
बच्चों की पाचन क्रिया अक्सर कमजोर होती है। ऐसे में आयुर्वेद में जड़ी बूटी माने जाने वाले कदंब के फूल बच्चों की पाचन क्रिया को दुरुस्त रख सकते हैं। इसके लिए आप बच्चों को कदंब के फूल से निकले रस का सेवन करा सकते हैं। बड़ी उम्र के लोग भी इसका सेवन कर सकते हैं। हालांकि यह प्राकृतिक है, लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले एक बार किसी आयुर्वेदाचार्य या फिर चिकित्सक की सलाह लें। \
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7. कदंब के पेड़ की छाल एंटी बैक्टीरियल एजेंट के तौर पर करे काम
कदंब का पेड़ बैक्टीरिया को भी फैलने से रोकने में सक्षम माना जाता है। साथ ही यह शरीर में बैक्टीरिया से होने वाले कई प्रकार के इंफेक्शन से भी लड़ने में मददगार होते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी बैक्टीरियल गुण इस प्रकार की समस्याओं में कारगर हैं। इसके लिए आपको कदंब के पेड़ की छाल का उपयोग करना है।
कैसे करें प्रयोग (How to Use)
- कदंब का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है।
- इसकी पत्तियों से लेकर इसके फूल और छाल को भी कई समस्याओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- कदंब की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से बुखार जैसी कई समस्याओं में काम आता है।
- इसकी पत्तियों को गर्म कर कर चोट वाले हिस्से में लगाकर भी इस्तेमाल किया जाता है।
- कदंब की पत्तियों को पीसकर इसका लेप बनाकर भी त्वचा को लगाया जा सकता है।
- प्रेगनेंट महिलाएं अगर इसका प्रयोग कर रही हैं तो एक बार चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
कदंब का पेड़ आपके स्वास्थ्य के लिए की तरीकों से फायदेमंद हो सकता है। इस लेख में दे गए तरीकों से आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आप कोई खास डाइट फॉलो कर रहे हैं तो इसका सेवन करने से पहले एक बार चिकित्सक की सलाह जरूरृ लें।
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