दुनियाभर में ऐसे कई पौधे हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं, लेकिन उनके बारे में हमने शायद ही सुना होगा। ऐसा ही एक फल है बहेड़ा। क्या आपने कभी इस फल का नाम सुना है? अगर नहीं तो इस लेख के माध्यम से हम आज आपको इसके औषधीय गुणों से रूबरू कराएंगे। एंटी ऑक्सीडेंट गुणों (Anti oxidant Properties) से भरपूर बहेड़ा आपके पेट की बीमारियों से लेकर खून बढ़ाने (Increases Hemoglobin) तक में उपयोगी है। बहेड़ा के वानस्पतिक नाम टर्मिनलिया बेलिरिका (Terminalia Bellirica) है। यह फल टायफाइड (Typhoid) और डायबिटीज (Diabities) आदि बीमारियों में भी आपकी मदद करता है। विटामिन की प्रचुरता वाला बहेड़ा आपको कई संक्रमणों से भी दूर रखता है। इसका इस्तेमाल आप चाहें तो चूर्ण के रूप में भी कर सकते हैं। हालांकि इसे फल के रूप में ज्यादा खाया जाता है। बहेड़ा के पेड़ की लंबाई काफी उंची होती है, जिससे इसके फल जमीन से लगभग 30 फुट की उंचाई पर पाए जाते हैं। बता दें कि बहेड़ा को कई औषधियां तैयार करने के साथ साथ कुछ अन्य चिकित्सीय गुणों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। बहुत से लोग बहेड़ा को तेल के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं। इसके तेल का प्रयोग करने से आपके बालों की चमक बरकरार रहती है और साथ ही बालों का झड़ना भी कम होता है। यह स्थानीय भाषा में फिनास और बहेरा के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसा फल है, जो आमतौर पर गर्म और खाने में कड़वा होने के साथ ही स्वाद में थोड़े खट्टे भी होते हैं। आइये जानते हैं बहेड़ा के कुछ फायदों के बारे में।
कैसे करें बहेड़ा की पहचान और प्रयोग (How to Use and Identify Baheda)
बहेड़ा की पहचान करना कोई मुश्किल कार्य नहीं है। यह भी बाकी फलों की तरह दिखने वाला एक सामान्य फल है। इसकी पहचान करने के लिए आप इसकी उंचाई से अंदाजा लगा सकते हैं। इसके फल बाकी फलों की तरह ही हैं, लेकिन इसका पेड़ करीब 800 से 2000 मीटर तक की उंचा होता है। यह एक बारामासी फल है। यह हर मौसम में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसके पेड़ आपको भारत के तमाम हिस्सों में आसानी से मिल सकते हैं। खासकर यह पहाड़ी हिस्सों में ज्यादा पाया जाता है। आप इस पेड़ की छाल देखकर भी इसे पहचान सकते हैं। इसके पेड़ की छाल में अक्सर दरारें पाई जाती हैं। इसकी पत्तियां भी अन्य पत्तियों की तरह न होकर कई पत्तियां एक साथ जुड़ी होती हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण (Antioxidants) होने के साथ ही फ्रुकटोज (Fructose), ग्लूकोज (Glucose), एंटीडायरियल गुण होने के साथ ही एंटी कैंसर गुण भी पाए जाते हैं। बहेडा का भरपूर लाभ उठाने के लिए आप इसे 3 प्रकार से इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहें तो इसका प्रयोग फल के तौर पर कर सकते हैं, जिसे आप सामान्य फलों की तरह ही खा सकते हैं हालांकि यह स्वाद में कड़वा होता है। दूसरा आप इसके पत्तों को पीसकर स्किन पर इसका लेप भी लगा सकते हैं। वहीं इसका चूर्ण भी किसी औषधी से कम नहीं है। पेट संबंधी समस्याएं होने पर आप इसका पाउडर या चूर्ण बनाकर भी खा सकते हैं। तीनों ही तरीके आपको उतने ही फायदे पहुंचाते हैं।
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बहेडा के फायदे (Benefits of Baheda)
1. बालों के लिए फायदेमंद (Beneficial For Hair)
बहेड़ा को बालों के स्वास्थ्य के लिए काफी कारगर माना जाता है। बालों के मामले में इसके फल का कम इस्तेमाल होता है बल्कि इससे बने पाउडर और तेल को लोग ज्यादा फायदेमंद मानते हैं। आयुर्वेद के अनुसार इसमें ऐसे औषधीय गुण मौजूद हैं, जिन्हें बालों के लिए बहुत कारगर माना जाता है। इसे बालों पर लगाने से स्कैल्प पर पनप रहे बैक्टीरिया और डैंडरफ से भी आपको छुटकारा मिलता है। इसमें मौजूद कश्या और रुक्शा आपके बालों को घना बनाने में मदद करते हैं। बहेड़ा के बीज से निकाला गया तेल आपके बालों को सफेद होने से बचाता है साथ ही साथ बालों से जुड़े अन्य विकारों को भी दूर करता है।
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2. डायबिटीज में असरदार (Helps in Diabetes)
बहेड़ा को आयुर्वेद में एक औषधी के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन आपको डायबिटीज से पूरी तरह निजात दिलाने के क्षमता रखता है। इस फल में मौजूद चमत्कारी तत्व आपके रक्त में बढ़ रहे हाइपरग्लाइसेमिया को रोकने में बेहद प्रभावी माना जाता है। इससे आपकी शरीर में इंसुलिन का स्तर भी संतुलित रहता है। डायबिटीज के रोगियों को इस फल का सेवन अवश्य करना चाहिए।
3. कब्ज से दिलाए राहत (Helps in Constipation)
बहेड़ा का इस्तेमाल पेट के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है। इसमें मौजूद लैक्सेटिव प्रॉपर्टीज आपके पेट में हो रही समस्याओं को दूर करता है। खासतौर पर पाचन संबंधी विकारों को दूर करने के लिए बहेड़ा के चूर्ण को प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। बहेड़ा और हरड़ के चूर्ण का प्रयोग एक साथ करने पर इसके लाभ दुगने हो जाते हैं। बहेड़ा का सेवन करना आपके स्किन पिगमेंटेशन में भी सहयोगी है।
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाए (Boosts Immunity)
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तो वैसे कई पौधे और फल उपलब्ध हैं, जिनसे इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है। लेकिन बहेड़ा के फल में एंटी ऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव पदार्थ पाए जाते हैं, जो आपकी शरीर में पहुंचकर तमाम तरह के संक्रमणों से लड़ते हैं और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बहेड़ा में एंटीबैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटीफंगल गुणों की मौजूदगी होती हैं।
5. हृदय रोगों से दिलाए छुटकारा (Relief in Heart Diseases)
हृदय रोग (Heart Diseases) तेज गति से बढ़ने वाला रोग है। आजकल अमूमन लोग इसके शिकार हो रहे हैं। हृदय संबंधी समस्याओं में इसके चूर्ण का प्रयोग आपकी मदद कर सकता है। इसका चूर्ण बहेड़ा के फलों को सुखाकर बनाया जाता है। जो आपकी श्वासन प्रणाली को बेहतर रखने के साथ ही आपके हृदय के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखता है। इसका सेवन आपकी शरीर में कोलेस्ट्रोल के स्तर को बढ़ने से रोकता है, जिससे आपको हार्ट स्ट्रोक आने का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। एक शोध के अनुसार बहेड़ा खाने से आपका कार्डियोवस्कुलर सिस्टम भी संतुलित रहकर सामान्य गति से कार्य करता है।
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6. अल्सर से दिलाए छुटकारा (Relief In Ulcer)
अल्सर आपकी छोटी आंत के उपरी हिस्से में होता है, जो काफी पीड़ादायक हो सकते हैं। बहेड़ा पोष्टिक और गैस्ट्रिक अल्सर दोनों में ही काफी मददगार पाया जाता है। बहेड़ा में एंटी अल्सर गुणों की मौजूदगी होती है, जो मुंह के छालों, पैप्टिक अल्सर और गले के छालों से भी आपको राहत दिलाते हैं। यही नहीं इसका इस्तेमाल आपके टिशू रिजनरेट यानि उत्तक कोशिकाओं को दोबारा से बनाने में मदद करते हैं।
7. डायरिया से दिलाए राहत (Relief from diarrhea)
बहेड़ा के फल में एंटीडायरियल गुण (Antidiarrheal Properties) पाए जाते हैं, जो डायरिया रोकने में बेहद मददगार होते हैं। साथ ही इसमें मौजूद फ्लेवेनोइड्स की मात्रा आपको डायरिया से होने वाले लक्षणों से भी बचाते हैं। डायरिया से पीड़ित व्यक्तियों को बहेड़ा के फल और उसका चूर्ण खाने की सलाह दी जाती है। बता दें कि बहेड़ा में एंटीपैरासेप्टिक और लैक्सेटिव प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो आपके दस्त लगने के बाद आपके पेट को बांधने यानि आपके मल को टाइट करने में मदद करती हैं, जिससे आप डायरिया से जल्दी निजात पा सकते हैं।
8. इंफ्लेमेशन में मददगार (Beneficial in Inflammation)
बता दें कि बहेड़ा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। जो आपकी शरीर में दर्द या सूजन को दूर करने में मददगार होते हैं। बहेड़ा का सेवन करने से आपके हड्डियों की समस्याएं भी काफी हद तक कम हो जाती हैं। यही नहीं बहेड़ा में एंटी अर्थराइटिस के गुण भी मौजूद होते हैं, जो आपकी हड्डियों में हो रही सूजन, दर्द या गठिया को भी ठीक करते हैं।
बहेड़ा एक औषधीय पौधा है, जिसका उपयोग सभी को करना चाहिए। इसके उपयोग से आप इस लेख में दी गई सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकेंगे।
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