इन 5 आदतों वाले लोग अंजाने में स्वयं को पहुंचाते हैं नुकसान, जानें इन आदतों से बचने का तरीका

व्यवहार से जुड़ी कुछ समस्याओं की वजह से अनजाने में ही सही हम खुद को काफी नुकसान पहुंचाते हैं, जानें इन आदतों के बारे में।  
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इन 5 आदतों वाले लोग अंजाने में स्वयं को पहुंचाते हैं नुकसान, जानें इन आदतों से बचने का तरीका

हमारे शारीरिक और मानसिक सेहत पर हमारे व्यवहार का सीधा असर पड़ता है। अगर आप सही और अच्छा व्यवहार अपनाते हैं तो इसका सकारात्मक असर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। बहुत से ऐसे लोग हैं जो व्यवहार से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित होते हैं। व्यवहार से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित लोग यह जानते हुए भी कि व्यवहार की वजह से उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से नुकसान हो रहा, इसे रोकने में असफल हो जाते हैं। कुछ आदते ऐसी होती हैं जो अल्पकाल के लिए तो रहत पहुंचाती हैं लेकिन उनकी वजह से आगे चलकार काफी नुकसान भी झेलना पड़ता है। ये आदतें शराब/नशीले पदार्थों का सेवन, कंप्यूटर गेमिंग, खुद को चोट पहुंचाना, धूम्रपान, अकेलापन, द्वेष भावना आदि हो सकते हैं। ये आदतें आपको मानसिक व शारीरिक रूप से नुकसान तो पहुंचाती ही हैं और इन्हें लंबे समय के बाद काबू में लाना भी मुश्किल हो जाता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही आत्मघाती आदतों (Self-Destructive Habits) के बारे में जिनसे हमें शार्ट टर्म में तो रहत जरूर मिलती है लेकिन ये आदते आगे चलकर काफी नुकसान पहुंचाती हैं।

क्या होती हैं आत्मघाती आदतें? (What Does Self-Destructive Habits Mean?)

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आत्मघाती आदतें कुछ ऐसी आदतें हैं जिनकी वजह से हमें कुछ समय के लिए शांति या संतोष मिलता है लेकिन आगे चलकर ये आदतें शारीरिक और मानसिक रूप से परेशानी उत्पन्न करने लगती हैं। इन आदतों का हमारे जीवन और काम दोनों पर बेहद बुरा असर पड़ता है। इन आदतों के शिकार व्यक्ति कभी-कभी तो हर बात के लिए खुद को दोष देने लगते हैं और कुछ मामलों में ये खुद को चोट पहुंचाने का काम भी करते हैं। ऐसी आदतें अगर किसी व्यक्ति में लंबे समय तक रहें तो उसका नजरिया हर चीज के प्रति नकारात्मक हो जाता है। भावनात्मक या शारीरिक रूप से जब कोई भी व्यक्ति कुछ ऐसे काम करता है जिसकी वजह से खुद को ही नुकसान हो उन्हें आत्मघाती आदतों की श्रेणी में रखा जाता है। कुछ प्रमुख और गंभीर आत्मघाती आदतें इस प्रकार से हैं।

  • - भूख से अधिक भोजन करना।
  • - आत्महत्या का प्रयास करना।
  • - शराब और दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन करना।
  • - जुआ कि लत।
  • - खुद को ही चोट पहुंचना या चोट पहुंचाने का प्रयास करना।
  • - आत्महत्या का प्रयास।
  • - दूसरों को खुश रखने के लिए खुद को परेशानी में डालना।
  • - चिपकूपन या किसी व्यक्ति से चिपके रहना जिसकी आपमें दिलचस्पी न हो।
  • - खुद को दोष देना।

इन व्यवहारों के अलावा भी कई व्यवहार हैं जिन्हें आत्मघाती व्यवहार की श्रेणी में रखा जाता है। हर व्यक्ति में ये व्यवहार अलग-अलग हो सकते हैं और इनके लक्षण भी एक समान नही होते हैं।

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5 प्रमुख आत्मघाती आदतें (10 Self-Destructive Habits or Behavior)

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आत्मघाती आदतें ऐसी आदतें हैं जिनकी वजह से किसी भी व्यक्ति को थोड़े समय के लिए राहत तो मिलती है लेकिन इनकी वजह से आने वाले समय में शारीरिक और मानसिक रूप से काफी नुकसान भी होता है। जिस व्यक्ति में ये आदतें होती हैं उसे ये बिना किसी नुकसान वाली आदत लग सकती हैं लेकिन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये आदतें आगे चलकर बड़ी मुसीबत पैदा कर सकती हैं। इन आदतों की वजह से व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित होता है। आइए ऐसे ही 5 आदतों के बारे में जानते हैं जिनकी वजह से अनजाने में ही सही व्यक्ति को नुकसान जरूर होता है।

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1. नए लोगों से मेल मिलाप कम रखना भी आत्मघाती आदत की श्रेणी में आता है, कोई भी व्यक्ति जो नए लोगों से मिलना-जुलना नहीं रखता है उस आगे चलकर इसका नुकसान भी उठाना पड़ता है। कुछ मामलों में ये जीवन के अनुभवों की वजह से उत्पन्न हो सकता है लेकिन कुछ लोगों में ये आदत खुद ब खुद ही शुरू हो जाती है। लोगों से मेल मिलाप कम कर, खुद को आइसोलेट कर लेना मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसी आदतें हावी होने पर आगे चलकर काफी नुकसान देती हैं।

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2. शराब और नशे की लत सेहत के लिए बेहद हानिकारक मानी जाती है, नशीले पदार्थों के सेवन का असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर तो पड़ता ही है। वहीं इसकी वजह से मानसिक चुनौतियों से भी जूझना पड़ सकता है। कुछ लोगों में ये आदतें जीवन के किसी खराब अनुभव या व्यवहार की वजह से शुरू हो जाती हैं। ये आदत अगर किसी भी व्यक्ति पर हावी होती है तो इसकी वजह से जीवन पर बेहद नकारात्मक असर होता है।

3. काम को टालने की आदत को भी ऐसी आदतों की श्रेणी में ही शामिल किया जाता है। कई व्यक्तियों में ये आदत हावी भी हो जाती है, अगर काम को बार-बार टालने की आदत लंबे समय तक रहे तो इसकी वजह से कामकाज पर बेहद नकारात्मक असर देखने को मिलता है। लोगों को इसकी वजह से नौकरी आदि से भी हाथ धोना पड़ जाता है।

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4. कुछ लोगों में भावनाओं को छिपाने की आदत बेहद नुकसानदायक हो सकती है। कभी-कभी लोगों में देखा गया है कि उन्हें नकारात्मक भावनाओं से निपटने की जगह उन्हें छिपाना अच्छा लगता है। ऐसी भावनाएं शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक मानी जाती हैं। नकारात्मक भावनाएं ही हमें आत्मघाती व्यवहार कि तरफ खींचने का काम करती हैं। 

5. दूसरों को नुकसान पहुंचाने के बारे में सोचना भी आत्मघाती आदतों में से एक है, हर एक व्यक्ति को ऐसी आदतों से बचना चाहिए। लोगों में किसी भी प्रकार के मतभेद होने पर या झगड़ा आदि के बाद सामने वाले को नुकसान पहुंचाने की सोच हावी हो सकती है। ऐसी आदतें आगे चलकर काफी दिक्कत भरी हो सकती हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति धीरे-धीरे हर किसी का नुकसान करने कि सोच रखने लगता है। ऐसी सोच को हावी होने से बचना चाहिए।

इन आदतों को कैसे सुधारें? (How to Stop Self-Destructive Habits)

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मानसिक समस्याओं से ग्रसित लोगों में इन आदतों पर काबू करने के लिए कई प्रकार कि थेरेपी और चिकित्सा की जरूरत पड़ती हैं। जो व्यक्ति स्वस्थ हैं और ऐसी आदतों के शिकार हो गए हैं वे आसानी से इन आदतों को समझकर इन पर काबू पा सकते हैं। ऐसी आदतों पर काबू पाने के लिए इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

  • - दूसरों को चोट या नुकसान पहुंचाने से पहले खुद पर ध्यान देना जरूरी है। अगर आप पर दूसरों के नुकसान की भावनाएं हावी हो रही हैं तो ऐसी स्थिति में आपको सबसे पहले खुद के जीवन के बारे में सोचना चाहिए।
  • - नियमित रूप से स्वस्थ और संतुलित भोजन का सेवन करना चाहिए और शरीर को कमजोर होने से बचाना चाहिए।
  • - आपनी भावनाओं को रोजाना एक डायरी में लिखें और बाद में उनपे गौर करें। आप क्या और कैसा महसूस करते हैं उस बारे में भी लिखना शुरू करें।
  • - योग, ध्यान और व्यायाम का सहारा लें। नियमित रूप से योगाभ्यास और ध्यान इन मामलों में बेहद लाभदायक होता है।
  • - समस्याओं के हावी होने पर किसी एक्सपर्ट या चिकित्सक की सलाह लें।

हमें उम्मीद है कि इस लेख में आत्मघाती आदतों (Self-Destructive Habits) को लेकर दी गयी जानकारी आपको पसंद आयी होगी। इन समस्याओं के हावी होने पर आप चिकित्सक या एक्सपर्ट की देखरेख में अपना इलाज जरूर करायें। आज कल ऐसी समस्याओं से निजात पाने के लिए कई तरह की थेरेपी भी दी जाती है। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े किसी भी मुद्दे पर अगर आपके कुछ सवाल हैं तो उन्हें कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें जरूर भेजें। हम आपके सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

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