
जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर अपनी आवाज उठाने वाली 17 वर्षीय ग्रेटा थनबर्ग को इस बात का संदेह है कि वो कोरोना वायरस का शिकार हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें और उनके पिता को पिछले 10 दिन से कोरोना वायरस के लक्षण महसूस हो रहे हैं। ग्रेटा ने अभी कोविड-19 का टेस्ट नहीं कराया है, मगर लक्षणों के कारण उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है। ग्रेटा ने ये बातें स्वयं अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखी हैं। उन्होंने बताया कि वो हाल में ही सेंट्रल यूरोप से लौटी हैं, जहां शुरुआत में हालात इटली जैसे ही थे।
2 हफ्ते से आइसोलेशन में हैं ग्रेटा
फिलहाल ग्रेटा ने खतरे को भांपते हुए अपने आप को अपने परिवार से अलग आइसोलेशन में रख लिया है। उन्होंने लिखा कि खुद को अपनी मां और बहन से अलग रखने के लिए उन्होंने एक अपार्टमेंट किराये पर लिया है। ग्रेटा ने लिखा कि पिछले दिनों एक यात्रा में उनके पिता भी उनके साथ थे। और अब पिछले 10 दिनों से दोनों ही लोगों में एक साथ कोरोना वायरस के लक्षणों का दिखना शुरू हुआ है।
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थकान, खांसी और बुखार के दिखे लक्षण
ग्रेटा ने लिखा, "मैं बहुत अधिक थकान महसूस कर रही थी और कांप रही थी। मुझे गले में खराश और लगातार खांसी की भी शिकायत थी। मेरे पिता को भी यही लक्षण और ज्यादा गंभीरता के साथ महसूस हो रहे थे। उन्हें बुखार भी था।"
अभी नहीं किया गया है टेस्ट
ग्रेटा लिखती हैं कि, "स्वीडन में आप तब तक अपना कोविड-19 टेस्ट नहीं करा सकते हैं, जब तक कि आपको मेडिकल इमरजेंसी जैसी स्थिति न आ जाए। यहां हर कोई बीमार महसूस कर रहा है मगर उन्हें कहा जा रहा है कि वो घर पर रहें और खुद को आइसोलेट करें। इसलिए अभी तक मेरा कोविड-19 टेस्ट नहीं हो सका है। लेकिन परिस्थियों और लक्षणों के आधार पर मुझे बहुत ज्यादा महसूस हो रहा है कि मुझे कोविड-19 हो गया है।"
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युवाओं से कही ये खास बात
ग्रेटा के अनुसार वो अब थोड़ा रिकवर कर रही हैं और ठीक महसूस कर रही हैं। उन्होंने लिखा, "अब मैं बहुत ज्यादा बीमार नहीं महसूस कर रही हूं। मुझे पिछली बार जो बुखार आया था, वो अभी से बहुत बुरा था। अब ऐसा लग रहा है कि मैं बस बहुत ज्यादा थकी हुई थी और खांसी से जूझ रही हूं। लेकिन ये और भी खतरनाक स्थिति है। बहुत सारे युवाओं में इस वायरस के लक्षण या तो नहीं महसूस हो रहे हैं या बहुत हल्के महसूस हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें लगता है कि उन्हें ये वायरस नहीं है और वे इसे ऐसे लोगों में फैलाते जाते हैं, जिन्हें इससे खतरा है।"
"हम, जो लोग कोरोना वायरस के रिस्क ग्रुप में नहीं आते हैं, उन पर बड़ी जिम्मेदारी है। हमारा छोटा सा कदम किसी दूसरे के लिए जीवन और मौत की स्थिति पैदा कर सकता है। इस बात को अपने दिमाग में बिठा लीजिए। एक्सपर्ट्स और स्थानीय प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन कीजिए और घर पर रहिए, ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके। और हमेशा याद रखिए कि आपको दूसरों का ख्याल रखना है और जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करनी है"
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