Grass Allergy Symptoms and Treatment: शहरों में अक्सर लोग दिनभर की थकान उतारने, आने वाले दिन की प्लानिंग करने और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए शाम का वक्त पार्क में हरी-हरी घास के बीच बिताना पसंद करते हैं। मैं भी शाम को ऑफिस के बाद कुछ वक्त पार्क में हरी घास पर बैठकर बिताना पसंद करती हूं। लेकिन मेरे बेटे को पार्क में जाना बिल्कुल भी पसंद नहीं है। पार्क में घास पर बैठते ही उसकी नाक से पानी आने लगता है। कई बार आंखों में खुजली और शरीर को छोटे-छोटे दाने भी निकल जाते हैं। शुरुआत में तो मैंने इन चीजों को इग्नोर किया, लेकिन बाद मैंने इस बारे में डॉक्टर से बात की। डॉक्टर ने मुझको बताया कि मेरे बेटे को घास से एलर्जी (Grass Allergy in Hindi) है। मेरे बेटे की तरह ही कई लोगों को घास से एलर्जी होती है, लेकिन उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं, ग्रास एलर्जी क्या है (Grass Allergy Symptoms and Treatment) , इसके लक्षण और बचाव के तरीके। ग्रास एलर्जी और से जुड़ी सभी जानकारी दे रहे हैं इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सीनियर कंसलटेंट डर्मेटोलॉजी डॉ. डीएम महाजन।
क्या है ग्रास एलर्जी- What is Grass Allergy
डॉ. डीएम महाजन के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को सामान्य घास से एलर्जी तब होती है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली किसी एलर्जेन के प्रति जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया करती है। डॉक्टर का कहना है कि एलर्जेन एक पदार्थ होता है जो पराग, पराली और जानवरों की रूसी में पाया जाता है। जब कोई व्यक्ति इन चीजों के संपर्क में आता है तो एलर्जेन सांस के माध्यम से शरीर से अंदर चला जाता है और इम्यून सिस्टम पर हमला करता है। जब इम्यून सिस्टम पर अटैक होता है तब एलर्जी शुरू होती है और इसके लक्षण नजर आने लगते हैं।
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ग्रास एलर्जी के लक्षण क्या हैं?- Symptoms of Grass Allergy in Hindi
डॉक्टर का कहना है कि हरी घास, जानवरों की रूसी और पराली के संपर्क में आने के तुरंत बाद ही ग्रास एलर्जी के लक्षण नजर आने लगते हैं। ग्रास एलर्जी के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- ताजा घास के संपर्क में आने से नाक से पानी आना
- आंखों में सूजन महसूस होना
- स्किन पर खुजली, जलन और चकत्ते
- बार-बार छींक आने
- सूखी खांसी महसूस होना
- गले में इंफेक्शन महसूस होना
ग्रास एलर्जी से पीड़ित कुछ लोगों को हरी घास और पराली के संपर्क में आने के तुरंत बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ग्रास एलर्जी से बचाव के तरीके- Prevention Tips from Grass Allergy
डॉक्टर का कहना है कि जिन लोगों को गंभीर ग्रास एलर्जी है, उन्हें हरी घास, पराली और जानवरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए। ऐसे लोगों को ग्रास एलर्जी से बचाव के लिए कुछ खास तरह की दवाएं, इम्यूनोथेरेपी शॉट्स और स्प्रे दिए जाते हैं। वहीं, कुछ सामान्य उपायों को अपनाकर भी ग्रास एलर्जी से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
1. ग्रास से एलर्जी होने पर हरी घास या पराली पर बैठने या लेटने से बचें। अगर आप घास पर बैठे हैं, तो बाहर से घर आने के बाद आपको तुरंत कपड़ों को बदलना चाहिए। अगर संभव हो तो घास के संपर्क में आने के तुरंत बाद नहाएं और फ्रेश तौलिए से शरीर को पोंछें।
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2. घर से बाहर निकलते वक्त मुंह पर मास्क लगाएं। मास्क लगाने से घास और घास के कण नाक द्वारा श्वास नली तक नहीं पहुंच पाते हैं और आपको ग्रास एलर्जी से बचाव करने में मदद मिलती है।
3. घर से बाहर निकलते वक्त फुल स्लीव वाले कपड़े पहनें। ताकि त्वचा सीधे घास और पराली से संपर्क न बना पाएं और आपको खुजली व जलन जैसी परेशानी न हो।
अगर आपको घास के संपर्क में आने से ज्यादा परेशानी हो रही है, तो इस विषय पर त्वचा रोग विशेषज्ञ से बात करें और इलाज करवाएं।
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with inputs: Dr DM Mahajan , Senior Consultant , Dermatology , Indraprastha Apollo Hospitals