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मानसून में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पिएं गिलोय का काढ़ा, जानें बनाने का तरीका और फायदे

मानसून में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में गिलोय का सेवन लाभकारी हो सकता है। यहां जानिए, गिलोय का काढ़ा कैसे बनाएं और इसके फायदे क्या हैं।
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मानसून में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पिएं गिलोय का काढ़ा, जानें बनाने का तरीका और फायदे

मानसून की शुरुआत हो चुकी है और इसके साथ ही कई तरह की मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। मानसून आने से भले ही गर्मी से राहत मिल जाती है लेकिन ये मौसम अपने साथ कई तरह की गंभीर बीमारियां और संक्रमण भी लेकर आता है। खासकर, जिन लोगों के शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उन्हें इस मौसम में ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। कमजोर इम्यूनिटी के कारण लोगों को बरसात के दिनों में बुखार, सर्दी, खांसी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं से बचने के लिए आप आयुर्वेदिक औषधियों जैसे कि गिलोय की मदद से शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं। आयुर्वेद में गिलोय को एक प्रमुख औषधि माना गया है, गिलोय का काढ़ा मानसून के दौरान आपको हेल्दी बनाए रखने में मदद कर सकता है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) गिलोय का काढ़ा बनाने का तरीका और इसके फायदे बता रहे हैं।

गिलोय का काढ़ा कैसे बनाएं?

गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए गिलोय की ताजी या सूखी लकड़ियों का इस्तेमाल किया जा सकता है। गिलोय का काढ़ा इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों से बचाने में मदद करता है। इसे बनाने के लिए आपको 3-4 इंच की गिलोय की 2-3 लकड़ियां, 2 कप पानी, 5-6 तुलसी की पत्तियां, 2 काली मिर्च के दाने, 1 इंच अदरक का टुकड़ा और 1 चम्मच शहद चाहिए होगा। गिलोय की लकड़ी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और एक पैन में 2 कप पानी डालकर इसमें गिलोय के टुकड़े, तुलसी की पत्तियां, काली मिर्च और अदरक डालें। इस पानी को तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए। इसके बाद इसे छान लें और इसमें शहद मिलाकर गुनगुना पिएं।

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गिलोय काढ़ा पीने के फायदे

1. गिलोय में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक होते हैं। मानसून के दौरान संक्रमण और बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है कि आपके शरीर की इम्यूनिटी अच्छी हो।

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2. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर गिलोय का काढ़ा बुखार, सर्दी और खांसी को कम करने में कारगर साबित हो सकता है।

3. जिन लोगों को अपच, गैस और कब्ज जैसी समस्याएं रहती हैं, उनके लिए गिलोय का काढ़ा लाभकारी साबित होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि गिलोय का काढ़ा पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

4. गिलोय का काढ़ा डायबिटीज को मैनेज करने में भी सहायक होता है। यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक हो सकता है।

5. गिलोय का काढ़ा सांस संबंधी समस्याओं जैसे अस्थमा और ब्रोंकाइटिस को कम करने में मदद कर सकता है।

मानसून के मौसम में इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखना बेहद जरूरी है, ऐसे में गिलोय का काढ़ा एक नेचुरल उपाय है जो इम्यूनिटी को मजबूत करता है और संक्रमणों से बचाता है। आयुर्वेद के अनुसार, गिलोय काढ़ा न केवल हमारे स्वास्थ्य को सुधारता है बल्कि हमें इस मौसम में स्वस्थ और एक्टिव बनाए रखने में भी मदद करता है। 

All Images Credit- Freepik

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