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प‍र‍िवार में अनुवांशिक है हाई बीपी की समस्या, तो प्रेग्नेंसी में आ सकती है अड़चन, बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय

Hypertension In Pregnancy: प्रेग्नेंसी में हाइपरटेंशन का खतरा उन मह‍िलाओं को ज्‍यादा होता है ज‍िनके पर‍िवार में क‍िसी को पहले से हाई बीपी हो।   
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प‍र‍िवार में अनुवांशिक है हाई बीपी की समस्या, तो प्रेग्नेंसी में आ सकती है अड़चन, बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय

Genetic Hypertension Prevention Tips in Pregnancy: प्रेग्नेंसी का नाजुक समय होता है। इस दौरान क‍िसी भी तरह की लापरवाही आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। प्रेग्नेंसी प्‍लान करने से पहले डॉक्‍टर से सलाह लेना जरूरी माना जाता है। इसका कारण है अनुवांश‍िक बीमार‍ियां। अनुवांश‍िक या जेनेट‍िक रोग वे होते हैं जो एक पीढ़ी से दूसरे में ट्रांसफर होते हैं। यह रोग डीएनए में गड़बड़ी के कारण होते हैं। वैसे तो कई रोग हैं जो जेनेट‍िक कहलाते हैं। लेक‍िन प्रेग्नेंसी में हाई बीपी की समस्‍या कॉमन है और यह भी एक अनुवांश‍िक बीमारी है। अगर आपके घर में क‍िसी को हाई बीपी की समस्‍या है, तो आपको भी प्रेग्नेंसी में हाई बीपी की समस्‍या होने का खतरा बढ़ जाएगा। प्रेग्नेंसी में हाइपरटेंशन से बचने के ल‍िए कुछ आसान ट‍िप्‍स फॉलो करें। इन ट‍िप्‍स को व‍िस्‍तार से आगे जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्‍पताल की गाइनोकॉलोज‍िस्‍ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।  

प्रेग्नेंसी में हाइपरटेंशन एक गंभीर समस्‍या है। इसे हम मेड‍िकल भाषा में जेस्‍टेशनल हाइपरटेंशन (Gestational Hypertension) कहते हैं। जेस्‍टेशनल हाइपरटेंशन में सामान्‍य ड‍िलीवरी की आशंका घट जाती है। इस स्‍थ‍ित‍ि में मां और श‍िशु की सेहत ब‍िगड़ सकती है। आगे लेख में हम आपको बताएंगे 5 आसान उपाय ज‍िनकी मदद से आप प्रेग्नेंसी में हाई बीपी की समस्‍या से बच सकती हैं-     

hypertention in pregnancy

1. प्रीनेटल चेकअप कराएं- Regular Prenatal Checkups

प्रीनेटल चेकअप की मदद से आप ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी में सामान्य ब्लड प्रेशर आमतौर पर 120/80 mmHg होता है। इससे कम और ज्‍यादा ब्‍लड प्रेशर होने पर आपको तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करना चाह‍िए। चेकअप के साथ-साथ अपनी दवाएं भी समय पर लें। अगर आप पहले से ही हाई बीपी की‍ मरीज हैं, तो डॉक्‍टर की सलाह पर अपनी दवाओं को घटाएं या बढ़ाएं। 

2. क्रॉनिक बीमार‍ियों से बचें- Prevent Chronic Conditions

प्रेग्नेंसी में डायब‍िटीज, थायराइड, हार्ट की बीमारी या अन्‍य क‍िसी बीमारी से पीड़ि‍त हैं, तो जेस्‍टेशनल हाइपरटेंशन का श‍िकार हो सकती हैं। इसल‍िए प्रेग्नेंसी में खुद को हेल्‍दी रखने के ल‍िए अच्‍छी लाइफस्‍टाइल फॉलो करने की सलाह दी जाती है। जो मह‍िलाएं आईवीएफ तकनीक से मां बनती हैं, उन्‍हें भी हाइपरटेंशन जैसी बीमारी का खतरा हो सकता है इसल‍िए पहले से ही स्‍वस्‍थ जीवनशैली पर फोकस करें। 

3. तनाव कम करें- Reduce Stress in Pregnancy 

प्रेग्नेंसी में तनाव कम करें। प्रेग्नेंसी में तनाव महसूस होना एक आम समस्‍या है। लेक‍िन तनाव के कारण आप गंभीर समस्‍याओं का श‍िकार हो सकते हैं। तनाव कम करने के ल‍िए प्रेग्नेंसी में मेड‍िटेशन करें। योग की मदद लें और डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज को फॉलो करें।    

इसे भी पढ़ें-  प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर बढने पर दिखते हैं ये 4 लक्षण, जानें कैसे करें बचाव

4. हेल्‍दी डाइट फॉलो करें- Follow Healthy Diet

आपको हेल्‍दी डाइट फॉलो करना चाह‍िए। अपनी डाइट में फल, सब्‍ज‍ियां, होल ग्रेन्‍स, लीन प्रोटीन और लो-फैट डेयरी प्रोडक्‍ट्स को शाम‍िल करें। अपना सोड‍ियम इंटेक भी कम करें। ज्‍यादा नमक का सेवन करने से भी हाई बीपी की समस्‍या होती है। आपको बता दें क‍ि कम पानी पीने के कारण भी ब्‍लड प्रेशर बढ़ जाता है। पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन करें। अपनी डाइट में कोकोनट वॉटर, नींबू पानी, सब्‍ज‍ियों का रस और छाछ जैसे हेल्‍दी पेय पदार्थों का सेवन करें।     

5. वजन कंट्रोल करें- Maintain a Healthy Weight

प्रेग्नेंसी में मोटापे से बचना चाह‍िए। अगर आपका वजन ज्‍यादा है, तो प्रेग्नेंसी में हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है। वजन कंट्रोल करना चाहती हैं, तो लाइट एक्‍सरसाइज को अपने रूटीन का ह‍िस्‍सा बनाएं। प्रीनेटल चेकअप के दौरान अगर डॉक्‍टर आपसे वजन कम करने के ल‍िए कहें, तो अपनी लाइफस्‍टाइल पर गौर करें। लंबे समय तक सोने या बैठे रहने के कारण भी वजन जल्‍दी बढ़ता है। इससे बचना चाह‍िए।   

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