Doctor Verified

बिना प्रेग्नेंसी के भी स्तनों से आ सकता है मिल्क, डॉक्टर से जानें क्या है ये बीमारी और इससे बचने के उपाय

Galactorrhea Causes Symptoms and Treatment:  गेलेक्टोरिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिलाओं के स्तनों से दूधिया या सफेद स्त्राव होने लगता है।  
  • SHARE
  • FOLLOW
बिना प्रेग्नेंसी के भी स्तनों से आ सकता है मिल्क, डॉक्टर से जानें क्या है ये बीमारी और इससे बचने के उपाय

Galactorrhea Causes Symptoms and Treatment: कहते हैं कि हर चीज एक उम्र होती है। पढ़ाई से लेकर शादी तक की क्या सही उम्र होनी चाहिए, इस बात की जानकारी हर किसी को होती है। लेकिन जब बात स्वस्थ और बीमारी मुक्त शरीर की आती है, तो इसकी जानकारी किसी को नहीं होती है। एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए जन्म के साथ ही स्वस्थ आहार, सही खानपान और एक नियमित जीवनशैली को अपनाना जरूरी है। लेकिन कई बार बहुत कुछ करने के बावजूद कई बीमारियां हमें परेशान कर देती हैं। खासकर जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती हैं। पीरियड्स, हार्मोनल बदलाव के अलावा भी कई ऐसी परेशानियां जिसके बारे में आज भी महिलाएं बात करने से कतराती है। इन्हीं में से एक है गैलेक्टोरिया। गेलेक्टोरिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें स्तनपान न करवाने और गर्भावस्था न होने के बावजूद महिलाएं के स्तनों से दूध का डिस्चार्ज होता है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं गेलेक्टोरिया क्या है, गेलेक्टोरिया के लक्षण क्या हैं और इससे बचाव के लिए क्या किया जा सकता है इसके बारे में।

गेलेक्टोरिया क्या है? - What is Galactorrhea?

बेंगलुरु स्थित एस्टर सीएमआई अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. एन सपना लुल्ला का कहना है, गेलेक्टोरिया वह स्थिति है, जिसमें महिलाओं के स्तनों से दूध का असामान्य उत्पादन और स्राव होता है। यह स्थिति उन महिलाओं में भी देखने को मिलती है, जो गर्भवती भी नहीं हैं और शिशुओं को स्तनपान भी नहीं करवा रही हैं। डॉक्टर की मानें तो 20 से 25 प्रतिशत महिलाओं को गेलेक्टोरिया जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। लेकिन पुरुषों और बच्चों में गेलेक्टोरिया के मामले बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। गेलेक्टोरिया होने का मुख्य कारण है महिलाओं के शरीर में प्रोलैक्टिन का उत्पादन ज्यादा मात्रा में होना। दरअसल, महिलाओं के शरीर में पिट्यूटरी नामक एक ग्रंथि पाई जाती है। यह छोटी सी ग्रंथि प्रोलैक्टिन समेत कई हार्मोन का निर्माण करती है। लेकिन जब पिट्यूटरी ग्रंथि के कामकाज में किसी तरह की बाधा आती है तो गेलेक्टोरिया की समस्या देखी जाती है।

इसे भी पढ़ेंः सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद नहीं हो रहा है ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन, तो जानें इसके पीछे का कारण

Galactorrhea-inside2

गेलेक्टोरिया होने का कारण क्या है?- Cauese of Galactorrhea

डॉक्टर के अनुसार, किसी महिला को गेलेक्टोरिया होने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें मुख्य रूप से स्तनों का उत्तेजित होना, ज्यादा मात्रा में दवाओं का दवाओं का सेवन करना, हार्मोन में बदलाव होना,  सीने में किसी तरह की चोट लगना और जीवनशैली शामिल है।

गेलेक्टोरिया के लक्षण क्या हैं?- What are the symptoms of galactorrhea

डॉ. एन सपना लुल्ला का कहना है कि कोई महिला गेलेक्टोरिया जैसी स्थिति से गुजर रही है या नहीं इसका पता कई लक्षणों से लगाया जा सकता है।

  • दूधिया स्राव
  • स्तनों से दूध या सफेद रंग का लिक्विड निकलना
  • अनियमित या अनुपस्थित पीरियड्स
  • ब्रेस्ट टिश्यू का बढ़ा
  • संबंध बनाने की इच्छा न होना
  • स्तनों का कोमल होना
  • दृष्टि संबंधी समस्याएं
  • सिर में तेज दर्द होना

Breast Cancer Surgery: 10 Things You Should Know Post Treatment |  OnlyMyHealth

गेलेक्टोरिया का इलाज क्या है?- What is the treatment of galactorrhea

डॉ. लुल्ला कहती हैं कि अगर किसी महिलाओं को अपने स्तनों से दूधिया या किसी भी अन्य प्रकार का स्त्राव देखने को मिलता है, तो आपको डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए। गेलेक्टोरिया का इलाज शारीरिक जांच, मेडिकल हिस्ट्री और प्रोलैक्टिन के स्तर को मापने के बाद किया जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, किसी महिला को गेलेक्टोरिया है या नहीं यह जानने के लिए ब्लड टेस्ट किए जाते हैं। अगर ब्लड टेस्ट में प्रोलैक्टिन का स्तर ज्यादा दर्ज होता है, तो शुरुआती दौर में इसे दवाओं के जरिए ठीक किया जा सकता है।

All Image Credit: Freepik.com

Read Next

PCOS से पीड़ित महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होने पर दिखाई देते हैं ये 5 लक्षण, जानें बचाव के तरीके

Disclaimer