
पहाड़ी गहत की दाल खाने से क्या फायदे (gahat ki dal ke fayde) मिलते हैं? पहाड़ या उत्तराखंड में सर्दी के मौसम में गहत की दाल को काफी चॉव से खाया जाता है। उत्तराखंड में अधिकतर लोग इस दाल की खेती करना पसंद करते हैं। गहत की दाल पोषक तत्वों से भरपूर होती है, इसके सेवन से शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती है। इतना ही नहीं पथरी होने पर भी गहत की दाल खाना काफी फायदेमंद होता है। इस दाल की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे सर्दी के मौसम में खाना काफी अच्छा माना जाता है। अंग्रेजी में गहत की दाल को horse gram के नाम से जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम मैक्रोटिलोमा यूनिफ्लोरम है। इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में भी किया जाता है।
गहत की दाल में मौजूद पोषक तत्व (Nutrients in Gahat ki Dal)
- ऊर्जा
- जल
- प्रोटीन
- मिनरल्स
- फाइबर
- कैल्शियम
- आयरन
- कार्बोहाइड्रेट
- फास्फोरस
गहत की दाल के फायदे (gahat dal benefits)
गहत दाल को गर्म तासीर की वजह से सर्दियों के मौसम में खाया जाता है। इसे खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनती हैं। इतना ही नहीं यह किडनी की पथरी को भी ठीक करने में फायदेमंद होता है। जानें गहत की दाल के फायदे (gahat ki dal ke fayde) -
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1. किडनी स्टोन में फायदेमंद
अगर आपको किडनी स्टोन की समस्या है, तो आप सर्दी के मौसम में गहत की दाल का सेवन कर सकते हैं। गहत की दाल में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होता है, साथ ही यह शरीर से गंदगी बाहर निकालने वाले गुणों से भी समृद्ध होती है। इसलिए किडनी से पथरी को बाहर निकालने में मदद करता है। गहत की दाल मूत्रवर्धक यानी पेशाब को बढ़ावा देने का कार्य करती है। इसे खाने से पेशाब के माध्यम से किडनी स्टोन निकालने में मदद मिलती है।
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2. खांसी-जुकाम में दिलाए आराम
सर्दी के मौसम में खांसी-जुकाम और बुखार होना काफी सामान्य होता है। ऐसे में आप अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए गहत की दाल का सेवन कर सकते हैं। गहत की दाल सर्दी-बुखार से निजात दिलाने का काम करती है। इसके साथ ही यह गले के संक्रमण को भी दूर करता है। इस दाल की तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दियों में इसका सेवन खांसी-जुकाम और बुखार को दूर करने के लिए किया जाता है। यह खांसी-जुकाम दूर करने का एक अच्छा घरेलू उपाय है।
3. डायरिया या दस्त ठीक करे
डायरिया या दस्त की समस्या को दूर करने के लिए भी आप गहत की दाल का सेवन कर सकते हैं। गहत की दाल में फ्लेवोनॉइड जैसे तत्वों से भरपूर होती हैं, यह एंटी डायरिया के रूप में कार्य करती है। इसके साथ ही गहत की दाल में फाइबर भी होता है, जो डायरिया से निजात दिलाने में मदद कर सकता है।
4. वजन घटाए गहत की दाल
अगर आप मोटापे से परेशान हैं, तो आप गहत की दाल का सेवन कर सकते हैं। गहत की दाल में फाइबर काफी अच्छी मात्रा में होता है, जो वजन कम करने में फायदेमंद होता है। फाइबर भूख को कम कर वजन घटाने में मदद करतात है। आप चाहें तो वजन घटाने के लिए गहत की दाल का सूप भी पी सकते हैं। यह वजन घटाने का बेहतरीन तरीका है।
5. कब्ज से राहत दिलाए
आजकल के लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से अधिकतर लोग कब्ज की समस्या का सामना कर रहे हैं। कब्ज के लिए आपको अपनी डाइट में फाइबर को शामिल करना चाहिए। गहत की दाल में फाइबर काफी अच्छी मात्रा में होता है, जिससे आप कब्ज की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। फाइबर मल को मुलायम बनाता है और मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाता है।
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6. डायबिटीज या मधुमेह में लाभदायक
गहत की दाल में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होता है, जो मुधमेह के जोखिम को कम करने में मददगार हो सकती है। गहत की दाल टाइप 2 डायबिटीज में आराम दिलाता है। यह कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा करके इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है। यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है।
गहत की दाल का सेवन आप दाल, परांठे बनाने के लिए कर सकते हैं। इसके लिए आपको रातभर इस दाल को भिगोकर रखना पड़ता है, इसके बाद आप गहत की दाल का कोई भी डिश तैयार कर सकते हैं। लेकिन आपको गहत की दाल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक पायी जाती है, जो पेट में गैस, सूजन और पेट में ऐंठन का कारण बन सकती है। इसके साथ ही गहत की दाल में कैल्शियम भी अधिक होता है, इससे गैस और कब्ज की समस्या हो सकती है।