डायबिटीज और हाई ब्‍लड प्रेशर के खतरे को कम कर सकती है फुल फैट डेयरी डाइट: शोध

दूध, दही, मख्‍खन या पनीर जैसे डेयरी प्रॉडक्‍ट का सेवन डायबिटीज और हाई ब्‍लड प्रेशर के खतरे को कम कर सकते हैं। 
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डायबिटीज और हाई ब्‍लड प्रेशर के खतरे को कम कर सकती है फुल फैट डेयरी डाइट: शोध


डायबिटीज और हाई ब्‍लड प्रेशर ऐसी बीमारियां हैं, जो धीरे-धीरे आपको अंदर से खोखला करती हैं। इसलिए इन्‍हें समय रहते कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। आजकल डायबिटीज और हाई ब्‍लड प्रेशर की बीमारी होना बहुत ही आम बात सी हो गई है। लगभग हर 100 में से 80-90 लोग डायबिटीज या फिर हाई ब्‍लड प्रेशर से पीडि़त हैं। ऐसे में इन बीमारियों के साथ एहतियात बरतना ही आपके लिए अच्‍छा माना जाता है। यदि आप डायबिटीज या हाई बीपी के रोगी हैं, तो कुछ फल-सब्जियां और खानपान ऐसा है, जिसे आपको छोड़ने की सलाह दी जाती है।  जबकि वहीं कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन आपकी बीमारी को कंट्रोल में रखने और बीमारी के खतरे को कम करने के लिए मददगार माने जाते हैं। शायद आपको पता न हो लेकिन डेयरी उत्पादों में दूध, दही और पनीर आदि का सेवन डायबिटीज और हाई ब्‍लड प्रेशर के जोखिम को कम करने से जुड़ा है। ऐसा हम नहीं, हालिया शोध कहता है जानने के लिए आगे पढ़ें। 

Dairy-rich diet reduces high blood pressure and diabetes risk

क्‍या कहती है रिसर्च?

हाल ही में हुए एक अध्‍ययन में पाया गया है कि डेयर-रिच फूड्स का कम से कम दैनिक रूप से 2 बार की सर्विंग्स का सेवन डायबिटीज और हाई ब्‍लड प्रेशर के कम जोखिमों के साथ-साथ हृदय रोग संबंधी जोखिम (मेटाबॉलिक सिंड्रोम) को बढ़ाने वाले कारकों समूह से जुड़ा हुआ है। यह अध्ययन बीएमजे ओपन डायबिटीज रिसर्च एंड केयर जर्नल में ऑनलाइन प्रकाशित किया गया था।

डेयरी उत्पादों में दूध, दही, दही पेय, पनीर और डेयरी उत्पादों के साथ तैयार व्यंजन शामिल थे, और उन्हें पूर्ण या निम्न वसा (1-2 प्रतिशत) के रूप में वर्गीकृत किया गया था। जबकि इससे पहले किए गये शोध ने सुझाव दिया है कि डेयर-रिच प्रॉडक्‍ट्स का सेवन डायबिटीज, हाई ब्‍लड प्रेशर मेटाबॉलिक सिंड्रोम के कम जोखिम से जुड़ा है। लेकिन ये अध्ययन दुनिया के अन्य क्षेत्रों को शामिल करने के लिए उत्तरी अमेरिका और यूरोप पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित हुए हैं।

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Drinking Milk

यह देखने के लिए कि क्या ये संघ व्यापक देशों में भी पाए जा सकते हैं, शोधकर्ताओं ने प्रॉस्पेक्टिव अर्बन रूरल एपिडेमियोलॉजी (PURE) के अध्ययन में हिस्सा लेने वाले लोगों को आकर्षित किया।

प्रतिभागियों की आयु 35 से 70 के बीच थी और वे 21 देशों से आए थे, जिसमे: अर्जेंटीना, बांग्लादेश, ब्राजील, कनाडा, चिली, चीन, कोलम्बिया, भारत, ईरान, मलेशिया, फिलिस्तीन, पाकिस्तान, फिलीपींस, पोलैंड, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, स्वीडन, तंजानिया, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, और जिम्बाब्वे शामिल था।

कैसे किया गया अध्‍ययन? 

शोधकर्ताओं ने पिछले 12 महीनों में सामान्य आहार सेवन का मूल्यांकन खाद्य आवृत्ति प्रश्नावली के माध्यम से किया गया था। जिसमें 

डेयरी उत्पादों में दूध, दही, पनीर और डेयरी उत्पादों के साथ तैयार व्यंजन शामिल थे, और उन्हें पूर्ण या निम्न वसा (1-2 प्रतिशत) के रूप में वर्गीकृत किया खाया जाता है। इसके बाद उनकी मेडिकल हिस्‍ट्री, दवाओं का उपयोग, धूम्रपान, वजन, ऊंचाई, कमर परिधि, ब्‍लड प्रेशर और फास्टिंग ब्‍लड शुगर के माप के बारे में भी जानकारी एकत्र की गई।

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Diabetes

डेयर-रिच डाइट: डायबिटीज और हाई ब्‍लड प्रेशर 

अध्‍ययन के निष्‍कर्ष में शोधकर्ताओं ने पाया कि डेयरी या फुल फैट वाले डेयरी उत्‍पाद मेटाबॉलिक सिंड्रोम के अधिकांश घटकों के कम जोखिम के साथ जुड़ा हुआ था। शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रतिदिन डेयरी उत्‍पादों का सेवन कम से कम 2 सर्विंग्स मेटाबॉलिक सिंड्रोम के 24 प्रतिशत कम जोखिम से जुड़े थे, जबकि दैनिक डेयरी उत्‍पाद के सेवन की तुलना में फुल फैट डेयरी उत्‍पाद में अकेले 28 प्रतिशत की वृद्धि है। 

डेयरी उत्‍पादों का एक दिन में कम से कम 2 सर्विंग्स सेवन डायबिटीज और हाई बीपी, दोनों ही स्थितियों के 11-12 प्रतिशत कम जोखिम से जुड़ा था। जबकि प्रतिदिन 3 सर्विंग्स के लिए 13-14 प्रतिशत कम जोखिम के साथ जुड़ा था। एसोसिएशन लो फैट वाले डेयरी के बजाय फुल डेयरी फैट के लिए जोर देता है। 

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