महाराष्ट्र में स्टेट कैबिनेट की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में इलाज और जांच की सुविधा मुहैया कराने की घोषणा की है। इन सुविधाओं के मिलने से गरीबों को काफी राहत मिलेगी। प्राइमरी हेल्थ सेंटर्स, महिला अस्पता, जिला अस्पतालों, उपजिला अस्पताल के साथ ही साथ सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल और कैंसर हॉस्पिटल में यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। अभी इन अस्पतालों में लगभग 2 करोड़ 55 लाख लोग इलाज करा रहे हैं।
सर्जरी भी होगी मुफ्त
तानाजी ने बताया कि इस योजना के तहत केवल छोटी मेडिकल सुविधाएं ही नहीं, बल्कि लोग सर्जरी भी मुफ्त में करा सकेंगे। फिलहाल लोग बिल का भुगतान करने के लिए लंबी लाइन में लगते आ रहे हैं। इस कारण उनके इलाज में भी देरी होने लगती है। मुफ्त इलाज कराने के लिए मरीजों को अस्पताल में आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा। तानाजी ने बताया कि केस पेपर चार्ज से लेकर सर्जरी की भी सुविधा मुफ्त में दी जाएगी।
इसे भी पढ़ें - UP Health News : यूपी के सरकारी अस्पतालों में लगेंगी 400 हेल्थ एटीएम मशीनें, हो सकेंगे 50 से भी ज्यादा टेस्ट
2418 अस्पतालों में मिलेगी सुविधा
महाराष्ट्र में जन स्वास्थ्य विभाग के कुल 2418 अस्पताल हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक इस सुविधा के लागू होने के बाद से महाराष्ट्र में लगभग 25.5 मिलियन लोग इस सुविधा का लाभ उठा पाएंगे। लोगों को स्वस्थ जीवन देने के साथ ही उन्हें जीने का अधिकार देने के लिए यह फैसला आर्टिकल 21 के तहत लिया गया है।
इसे भी पढ़ें - WHO ने कहा 57 देशों में पहुंचा ओमिक्रोन संक्रमण, बढ़ सकती है अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या
12 से 13 हजार करोड़ का है बजट
महाराष्ट्र में स्वास्थ्य योजनाओं को चलाने के लिए सरकार के पास कुल 12 से 13 हजार करोड़ का बजट है। अधिकारियों के मुताबिक यह योजना लागू करने में सरकार को करीब 100 से 150 करोड़ रुपये का बोझ ज्यादा पड़ेगा। हालांकि, इससे लोगों को मेडिकल जांच कराने और इलाज कराने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।