
Gastroenteritis in Children in Hindi: बच्चों का इम्यून सिस्टम आमतौर पर बड़ों के मुकाबले कमजोर होता है। इम्यूनिटी कम होने की वजह से बच्चे अक्सर बीमारी और इंफेक्शन के घेरे में जल्दी आ जाते हैं। बहुत से बच्चों को पेट में इंफेक्शन हो जाता है, जोकि एक आम समस्या है। कई बार खराब खान-पान के चलते ऐसी समस्या हो सकती है। बच्चों में गैस्ट्रोएंटेराइटिस (पेट का इंफेक्शन) होने पर उन्हें कुछ चीजें नहीं देनी चाहिए। हालांकि, दवाओं के साथ अच्छा खान-पान रखने से यह इंफेक्शन ठीक हो जाता है। लेकिन, बच्चों में गैस्ट्रोएंटेराइटिस होने पर यह समस्या नजरअंदाज न करें। कई बार इससे इंफेक्शन की समस्या और भी बढ़ सकती है। आइये बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष यादव से जानते हैं पेट का इंफेक्शन होने पर बच्चों को कौन से फूड्स नहीं देने चाहिए।
दूध से बनी चीजें (Milk Products)
डॉ. संतोष के मुताबिक बच्चों को गैस्ट्रोएंटेराइटिस होने पर आपको दूध या दूध से बनी चीजें बच्चों को नहीं खिलानी चाहिए। दूध, पनीर और टोफू आदि खिलाने से कई बार बच्चों की समस्या और बढ़ सकती है साथ ही इससे डायरिया भी हो सकता है। हालांकि, आप उन्हें दही खिला सकते हैं यह गट को मजबूत कर डायरिया को कम करती है।
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मीठी आहार (Sweet Foods)
गैस्ट्रोएंटेराइटिस होने पर बच्चों को मीठी चीजें देने से बचें। ऐसे में आपको उन्हें फ्रूट जूस, मीठे अनाज और मिठाईयां आदि नहीं खिलानी चाहिए। यह पेट में जाकर फर्मेंट करते हैं और गट हेल्थ को इरिटेट करने का काम करते हैं। आमतौर पर भी बच्चों को मीठे फूड्स खिलाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि, इससे आगे चलकर उनमें डायबिटीज होने का भी जोखिम बढ़ जाता है।
हाई फाइबर फूड्स (High Fibre Foods)
फाइबर वैसे तो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, लेकिन गैस्ट्रोएंटेराइटिस होने पर बच्चों को हाई फाइबर फूड्स नहीं देने चाहिए। ऐसे में आपको गोभी, ब्रोकली, बीन्स, साबुत अनाज नहीं देने चाहिए। यह पेट में जाकर गैस बना सकते हैं।
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तैलीय और मसालेदार खाना (Spicy Foods)
तैलीय और मसालेदार खाना बच्चों के पेट के लिए हानिकारक हो सकता है। जंक और प्रोसेस्ड फूड्स आंतों में पहुंचकर उनकी कार्यक्षमता को कम करती हैं, जिसके कारण आंतों को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता है।
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