
Folate Deficiency Symptoms in Hindi: फोलेट एक बी विटामिन है। शरीर को ठीक से काम करने के लिए इसकी जरूरत होती है। यह पानी में घुलनशील होता है। यह कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। इतना ही नहीं, मार्केट में फोलेट सप्लीमेंट भी उपलब्ध हैं। डीएनए और आरएनए बनाने के लिए सभी लोगों को फोलेट की जरूरत होती है। इसके अलावा, यह लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में भी मदद करता है। लेकिन गर्भवती महिलाओं को फोलेट की जरूरत ज्यादा होती है। क्योंकि यह भ्रूण के विकास के लिए जरूर होता है। साथ ही, जन्म दोषों को भी कम करने में मदद करता है। जब शरीर में फोलेट की मात्रा सही होती है, तो व्यक्ति स्वस्थ महसूस करता है। वहीं, जब किसी व्यक्ति के शरीर में फोलेट की कमी होती है, तो उन्हें तरह-तरह के लक्षणों से परेशान होना पड़ सकता है। फोलेट की कमी होने पर आपको थकान और कमजोरी जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ता है। तो आइए, इस लेख में आरोग्य डाइट और न्यूट्रीशन क्लीनिक की डॉ. सुगीता मुटेरजा से जानते हैं फोलेट की कमी के लक्षण (Folate ki Kami ke Lakshan)-
फोलेट की कमी के लक्षण- Folate Deficiency Symptoms in Hindi
अत्यधिक थकान होना, फोलेट की कमी का एक आम लक्षण है। आपको बता दें कि फोलेट की कमी होने पर एनीमिया, ओरल हेल्थ और न्यूरोलॉजी से जुड़े लक्षणों का सामना करना पड़ता है। इनमें शामिल हैं-
1. एनीमिया
शरीर में फोलेट की कमी होने पर आपको एनीमिया की समस्या (why folate deficiency causes anemia) हो सकती है। दरअसल, फोलेट की कमी के कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का असामान्य रूप से उत्पादन होता रहता है। इस स्थिति में रेड ब्लड सेल्स ठीक से काम नहीं कर पाती हैं। आपको बता दें कि रेड ब्लड सेल्स हीमोग्लोबिन का उपयोग करके शरीर में ऑक्सीजन ले जाती हैं। ऐसे में जब फोलेट की कमी होती है, तो एनीमिया से जुड़े लक्षण नजर आ सकते हैं।
- त्वचा का पीला पड़ना
- सांस लेने में तकलीफ
- चिड़चिड़ापन
- थकान और चक्कर आना
2. ओरल हेल्थ
फोलेट की कमी होने पर व्यक्ति में मसूड़ों की बीमारी होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। ऐसे में उन्हें ओरल हेल्थ से जुड़े लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इनमें शामिल हैं-
- लाल जीभ
- सांसों में बदबू
- रक्तस्त्राव
- मुंह में छाले
- जीभ पर सूजन
- खाने का स्वाद महसूस न होना

3. न्यूरोलॉजिकल
फोलेट की कमी न्यूरो से जुड़ी बीमारियों का भी एक कारण बन सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को अलग-अलग लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
- याद्दाश्त कम होना
- ध्यान लगाने में दिक्कत होना
- उलझन और बेचैनी
- निर्णय लेने में दिक्कत होना
- डिप्रेशन
इनके अलावा, फोलेट की कमी होने पर मांसपेशियों में कमजोरी, वजन कम होना और डायरिया जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। अगर आपको भी ये दिक्कतें हो रही हैं, तो इन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। इस स्थिति में आप फोलेट टेस्ट करवा सकते हैं। अगर फोलेट कम हो, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। साथ ही, फोलेट रिच फूड्स जैसे- हरी सब्जियां, फल, नट्स, सीड्स, बीन्स, सी-फूड, अनाज, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट्स को अपनी डाइट में शामिल करें।