देश में कोरोना संक्रमण का कहर लगातार बना हुआ है। बीते कुछ दिनों से देश में कोरोना के नए मामलों में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल रहा है। लेकिन इन सबसे बीच कोरोना के इलाज को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है। देश में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए पहला 'नेजल स्प्रे' लांच किया गया है। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स और उसकी साझेदार बायोटेक कंपनी सैनोटाइज रिसर्च ने कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए देश का पहला नेजल स्प्रे लांच किया है। यह नेजल स्प्रे (नाक से स्प्रे के माध्यम से लेने वाली दवा) वयस्क लोगों के लिए है और इसका इस्तेमाल उनके ऊपर कारगर है जिनके संक्रमित होने पर गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा है। दवा को बनाने वाली कंपनी का दावा है कि इसके इस्तेमाल के 48 घंटे के भीतर नाक में कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है। भारत में यह दवा फैबीस्प्रे नाम से मार्केट में बिकना शुरू होगी।
ट्रायल के बाद डीसीजीआई से मिली मंजूरी
कोरोना के इलाज के लिए भारत में पहले नेजल स्प्रे के रूप में लांच फैबीस्प्रे के इस्तेमाल और बिक्री की मंजूरी मिल गयी है। नाइट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे को ग्लेनमार्क ने अपने सहयोगी फार्म कंपनी के साथ मिलकर बनाया है। इस स्प्रे के माध्यम से नाक में ही कोविड 19 वायरस को नष्ट किया जा सकेगा। इससे वायरस के फेफड़ों तक पहुंचने का डर नहीं रहेगा। इस दवा का ट्रायल करने के बाद सकारात्मक परिणाम आने पर भारत के महा औषधि नियंत्रक यानी डीजीसीआई ने इसके उत्पादन और बिक्री की अनुमति दी है। कंपनी का दावा है कि फैबीस्प्रे नामक यह स्प्रे नाक में ही कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए बनाया गया है। ट्रायल में इसके परिणाम सकारात्मक आये हैं। जिसके बाद इसके इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है।
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कैसे काम करता है फैबीस्प्रे?
दवा निर्माता कंपनी ग्लेनमार्क के मुताबिक यह स्प्रे नाक में कोरोना वायरस को खत्म कर सकता है। स्प्रे को जब नाक के म्युकोसा पर इस्तेमाल किया जाता है तो वायरस के खिलाफ काम करने वाले रसायन इसको नष्ट करने का काम करते हैं जिसके बाद यह फेफड़ों तक नहीं पहुंच पाता है। दावा किया जा रहा है कि यह स्प्रे 48 घंटे के भीतर ही वायरल लोड को कम कर सकता है। कंपनी द्वारा जारी बयान के मुताबिक भारत में 20 क्लिनिकल साइट पर इसका वयस्क रोगियों पर परीक्षण किया गया है। जिसके बाद इसके परिणाम का मूल्यांकन करने के बाद इसे मंजूरी मिली है। यह नेजल स्प्रे वायरस के वायरल लोड को कम करता है और मरीज को जल्दी कोरोना नेगेटिव करने के लिए काम करता है। इसके इस्तेमाल से मरीजों की रिकवरी तेजी से होती है। यह स्प्रे पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से वे रोगी कर सकते हैं जिनके संक्रमित होने पर उन्हें अधिक बीमारी होने का खतरा रहता है।
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कितनी है इस नेजल स्प्रे की कीमत?
कंपनी द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक भारत में FabiSpray की कीमत लगभग 850 रुपये होगी और यह 25 मिली यूनिट में बाजार में उपलब्ध होगा। कंपनी ने दावा किया है कि विदेशों की तुलना में भारत में इस स्प्रे की कीमत काफी कम है। बताया जा रहा है कि ये नेजल स्प्रे अगले हफ्ते से बाजार में बिकना शुरू हो जाएगा। कंपनी ने बयान में कहा है कि इस स्प्रे का 3 चरणों का ट्रायल किया गया है जिसमें 306 मरीजों को शामिल किया गया था। ट्रायल के परिणाम यह बताते हैं कि मरीजों पर इसके इस्तेमाल के बाद 24 घंटे में वायरल लोड में 94 प्रतिशत की कमी देखी गयी है।
देश में क्या है कोरोना संक्रमण की स्थिति?
देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और पिछले कुछ दिनों से रोजाना सामने आ रहे मामलों में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 58,077 नए मामले दर्ज किये गए हैं जो कि पिछले कुछ दिनों की तुलना में बेहद कम हैं। इसके आलावा बीते 24 घंटों में 657 मरीजों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई है। आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान 1,50,407 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं और देश में रिकवरी रेट बढ़कर 97.17 प्रतिशत हो गया है। देश में कोरोना के कुल एक्टिव मामले 6,97,802 हैं।
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