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किसी को मिर्गी का दौड़ा पड़ने पर तुरंत उठाने चाहिए ये 10 कदम, डॉक्टर से जानें मिर्गी के लिए प्राथमिक उपचार

Epileptic seizure first aid : मिर्गी के मरीज को इसका दौरा कभी भी पड़ सकता है। इसलिए अगर आपके घर या आस-पास किसी को यह दौरा पड़ता है, तो आपको इसके फर्स्ट एड के बारे में जरूर पता होना चाहिए।
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किसी को मिर्गी का दौड़ा पड़ने पर तुरंत उठाने चाहिए ये 10 कदम, डॉक्टर से जानें मिर्गी के लिए प्राथमिक उपचार

क्या कभी आपके घर या आस-पास किसी को मिर्गी का दौरा पड़ा है? अगर हां, तो आप इस स्थिति से भली-भांति परिचित होंगे। उस समय मिर्गी का दौरा पड़ने वाला मरीज की हालात काफी दयनीय हो जाती है, लेकिन उसके आस-पास खड़े लोग कुछ नहीं कर पाते हैं। इन लोगों के लिए यह स्थिति बहुत ही असहाय हो जाती है, ऐसे में लोग एंबुलेंस, डॉक्टर से संपर्क करते हैं। लेकिन इन लोगों को घटना स्थल तक पहुंचने में थोड़ा समय लग जाता है, इसलिए जरूरी है कि आपको इसका प्राथमिक उपचार पता होना चाहिए। अगर आपके घर में किसी सदस्य को बार-बार मिर्गी के दौरे पड़ते हैं, तो आपके लिए इस प्राथमिक उपचार के बारे में जानना और भी जरूरी हो जाता है। हर साल 17 नवंबर को नेशनल एपिलेप्सी डे यानी मिर्गी दिवस (National Epilepsy Day) मनाया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को मिर्गी के प्रति जागरूक करना है।

mirgi ka duara

मिर्गी का दौरा कैसे पड़ता है?

अधिकतर लोगों के मन में सवाल रहता है कि आखिर मिर्गी का दौरा पड़ता कैसे है? मिर्गी के दौरे क्यों आते हैं? मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है। अगर किसी व्यक्ति को एक बार मिर्गी का दौरा पड़ता है, तो उसे मिर्गी का मरीज नहीं कहा जा सकता है। दो सीजर के बाद ही मिर्गी को डिटेक्ट किया जा सकता है। दरअसल,  हमारे दिमाग तक किसी भी बात को छोटे-छोटे न्यूरॉन्स इलेक्ट्रिक सिग्नल के माध्यम से पहुंचाते हैं। जब इन सिग्नल्स में किसी तरह की अड़चन या खराबी आती है, तो दौरे पड़ते हैं।

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मिर्गी का दौरा पड़ने पर अपनाएं ये प्राथमिक उपचार (First Aid in Epileptic Seizure)

मणिपाल अस्पताल हेब्बल, बेंगलुरु के सलाहकार और न्यूरोलॉजी के एचओडी डॉक्टर अनिल आर (Dr Anil R, consultant and HOD of Neurology, Manipal hospital Hebbal, Bengaluru) बताते हैं कि मिर्गी के दौरे के लिए प्राथमिक उपचार का उद्देश्य व्यक्ति को तब तक सुरक्षित रखना है, जब तक कि दौरा अपने आप बंद न हो जाए। मिर्गी के दौरे में प्राथमिक उपचार मिलने पर मरीज को काफी फायदा मिलता है। अगर आपके आस-पास किसी को बार-बार मिर्गी का दौरा पड़ता है, तो आप सुरक्षा के लिहाज से कुछ प्राथमिक उपचार कर सकते हैं। मिर्गी का दौरा पड़ने पर इन काम को करने से काफी आराम मिलेगा

1. मरीज के आस-पास भीड़ जमा न होने दें। शांत माहौल रखें। रोगी को खुली हवा में ले जाएं।

2. पीड़ित को चोट लगने से बचाएं।

3. मरीज के गले, गर्दन के आसपास तंग कपड़े खोल दें। अगर किसी मरीज के गले में टाई है, तो उसे खोल दें। 

4. चश्मा लगा हो, तो उसे भी उतार दें। मरीज के कॉलर बटन, स्लीव्स, जूते सब खोल दें। ऐसा करने से मरीज को रिलैक्स फील होगा, ब्लड फ्लो भी प्रभावित नहीं होगा।

5. दौड़ा पड़ते ही मरीज को काबू में करने की कोशिश करें।

(image : wfneurology.org)

6. मरीज के सिर के नीचे नरम तकिया रखें।

7. रोगी को करवट लेकर लिटाएं। ऐसा करने से रोगी के मुंह से थूक, झाग या उल्टी बाहर निकल जाएगी। मुंह से निकल रहे झाग या थूक को एक कपड़े से साफ करते रहें।

8. मरीज पर शुद्ध हवा आने दें। उसे ढके नहीं, इससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है।

9. मिर्गी का दौरा पड़ने पर अगर मरीज की आंखें फड़क रही हैं, तो इसका मतलब है उसे पार्शियल सीजर पड़ा है। इस स्थिति में रोगी को सीधा बैठाएं।

10. अगर दौरा पड़ने पर व्यक्ति गिर गया है, तो उसे करवट लेकर लिटा दें। इससे मुंह में से सारा झाग और थूक निकल जाएगा।

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इन प्राथमिक उपचार से मिर्गी का दौरा शांत हो सकता है। इसे शांत होने में थोड़ा ही समय लगता है, लेकिन अगर व्यक्ति होश में न आए तो, चिंता की बात होती है। मिर्गी के दौरे को शांत करने के लिए सिर्फ प्राथमिक उपचार ही काफी नहीं है। अगर मरीज को होश न आए, तो अपने नजदीकी अस्पताल ले जाएं।

(main image : news.nestia.com)

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