आजकल बहुत से सौंदर्य सामग्रियां ऐसी आ गई हैं, जो आपकी सुंदरता में अधूरी चीजों को पूरा करने में मदद करती है। आज ब्यूटी और मेकअप के मामले में देखा जाए, तो लगभग सभी समस्याओं का समाधान है। चाहे वह गंजे लोगों के लिए विग्स हो या लुक ट्रांसफॉर्मेशन के लिए नेचुरल हेयर एक्सटेंशन हो या फिर पतली पलक वाले लोगों के लिए आईलैशेज एक्सटेंशन हो। कुद लोग लोग स्थायी रूप से आईलैश एक्सटेंशन का उपयोग करते हैं क्योंकि उनकी पलकें पतली या छोटी होती हैं। आईलैश एक्सटेंशन सस्ती और लगाने में आसान व आरामदायक हैं। आप जब चाहें इन्हें लगा सकते हैं और हटा सकते हैं। लेकिन अगर सुरक्षा की बात करें, तो अस्थायी लैशेज सुरक्षित हैं क्योंकि स्थायी लैशेज इसके सेट के साथ आती हैं। आर्टिफिशियल आईलेश से आपकी आंखों में जलन, एलर्जी और आँख आना यानि (कंजंक्टिवाइटिस) हो सकता है।
आर्टिफिशियल आईलैश एक्सटेंशन और कंजंक्टिवाइटिस
आर्टिफिशियल आईलैश एक्सटेंशन का उपयोग आपकी आंखों के लुक को बढ़ाने के उद्देश्य से किया जाता है। बड़ी पलकें बेहद बोल्ड और सुंदर लुक देती हैं, यही वजह है कि इन दिनों महिलाएं अपने बेहतर लुक के लिए नकलह पलकों और एक्सटेंशन का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन क्या आईलैश एक्सटेंशन सुरक्षित हैं? बहुत से उपयोगकर्ताओं को आईलैश एक्सटेंशन के स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में पता नहीं है। लेकिन इसका गोंद एलर्जी प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकता है जो त्वचा को परेशान कर सकता है और कंजंक्टिवाइटिस यानि आंख आने का कारण बन सकता है।
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अस्थायी लैश एक्सटेंशन गोंद का उपयोग करके लैशेस पर चिपके रहते हैं। ये 4 से 6 सप्ताह तक अच्छे चल सकते हैं और फिर गिर सकते हैं। लेकिन, जो पीछे रह गया है, वह है आंखों की परत पर गोंद। जैसे-जैसे आपकी प्राकृतिक पलकें बढ़ती हैं, यह गोंद उनके साथ निकलता है। जब भी कोई व्यक्ति अपनी पलकों को रगड़ता है, तो यह गोंद आँखों के अंदर जा सकता है। कभी-कभी, मेकअप के अवशेष, बैक्टीरिया और डेड स्किन सेल्स भी इस क्षेत्र में जमा हो जाते हैं। यह आंखों की सेहत के लिए बहुत हानिकारक है।
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आईलैश एक्सटेंशन के साथ कंजंक्टिवाइटिस को रोकने के लिए टिप्स
यदि आप आईलैश एक्सटेंशन का उपयोग करते हैं और कंजंक्टिवाइटिस यानि आंख आने या एलर्जी से बचना चाहते हैं, तो यहां आपके लिए कुछ उपयोगी सुझाव दिए गए हैं। इन पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि आईलैश एक्सटेंशन और गोंद के उपयोग से आपकी आंखों को संक्रमण न हो।
- हर दिन कम से कम दो बार अपनी पलकों को साफ करें। आप इसके लिए एक क्लीनिंग सॉल्यूशन ले सकते हैं, जो विशेष रूप से आईलैश एक्सटेंशन की सफाई के लिए है।
- आप अपनी पलकों को स्क्रब करें लेकिन किसी भी अवशेष को हटाने के लिए धीरे से स्क्रब करें। नियमित सफाई से आंखों में इंफेक्शन का जोखिम कम हो सकता है।
- एक्सट्रा मेकअप और अवशेषों को खत्म करने के लिए मेकअप रिमूवर का उपयोग करें। यदि आप नियमित रूप से मेकअप पहनते हैं तो यह कदम बहुत जरूरी है।

- नकली पलकों का उपयोग करते समय, उन्हें एक सुरक्षित स्थान पर और एक साफ जगह पर रखना सुनिश्चित करें।
- इसके अलावा, एक विश्वसनीय ब्रांड के साथ नकली लैशेज खरीदें ताकि खतरा कम हो।
- लैशेज को हटाते समय पहले उन्हें साफ करें और फिर स्टोर करें।
- नकली पलकों का फिर से उपयोग करने से पहले, उन्हें फिर से एक क्लीनिंग सॉल्यूशन की मदद से साफ करें, ताकि आप सुनिश्चित हों कि उन पर कोई अवशेष नहीं है जो आपकी आंखों के लिए परेशानी का कारण हो सकता है।
- यदि आपको आंख में जलन या खुजली हो रही है, तो स्थिति बिगड़ने से पहले तुरंत किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। समय पर पता लगाने से किसी भी समस्या को रोका जा सकता है।
नकली पलकों और आईलैश एक्सटेंशन का उपयोग करते समय कई लोग इन बिंदुओं का ध्यान नहीं रखते हैं। इससे आंखों में संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। अपनी आंखों को सुरक्षित रखने के लिए, आपको इन सुझावों का पालन करना चाहिए। हालांकि सभी आईलैश एक्सटेंशन लगाने वालों में कंजंक्टिवाइटिस नहीं होता है, लेकिन जो लोग उचित एहतियात बरतते हैं, वे 100% सुरक्षित हैं। तो, अपने लैशेज का ध्यान रखें और कंजंक्टिवाइटिस से सुरक्षित रहें।
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