
डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जो हार्ट, किडनी और लंग्स के अलावा आंखों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करना बेहद जरूरी है। हाई शुगर लेवल आंखों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे ब्लाइंडनेस और विजन प्रॉब्लम हो सकती है। आंखें सबसे नाजुक होती हैं, इसके टिशू आसानी से डैमेज हो सकते हैं। हाई ब्लड शुगर के कारण रेटिना में होने वाली क्षति ब्लाइंडनेस का कारण बन सकती है। डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल की मॉनिटरिंग और रेगुलेटिंग करके आंखों को डैमेज होने से बचाया जा सकता है। चलिए जानते हैं डायबिटीज के दौरान कैसे अपनी आंखों की देखभाल करें। कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, कंसलटेंट ऑप्थैलमोलॉजी, डॉ अनंत जैन के मुताबिक डायबीटिक रेटिनोपैथी, ग्लूकोमा और कैटरेक्ट तीन ऐसी कंडीशन है जो कि अक्सर डायबिटीज के रोगियों को प्रभावित कर सकती हैं।
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हाई ब्लड शुगर और बीपी को मेंटेन करें
जब ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है तो आंखों को पोषित करने वाली नसों के खराब होने की संभावना अधिक होती है। हाई ब्लड शुगर विशेष रूप से रेटिना को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए इसे कंट्रोल रखना बेहद जरूरी है। इसके अलावा डायबिटीज से पीड़ित लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने ब्लड प्रेशर लेवल को 140/80 मिमी एचजी के भीतर बनाए रखें, क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर के साथ हाई ब्लड शुगर मिलकर कई हेल्थ प्रॉब्लम्स को बढ़ा सकती है।
इससे बचने के लिए क्या करें
स्मोकिंग छोड़े
स्मोकिंग आपकी ओवरऑल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकती है। ये आपको विभिन्न बीमारियों के प्रति संवेदनशील बना सकती है। जिन लोगों को डायबिटीज है उन्हें हार्ट अटैक, सांस की समस्या और लंग्स प्रॉब्लम्स हो सकती है। जो आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए डायबिटिक लोगों को स्मोकिंग छोड़ देनी चाहिए।
वजन कम करें
जिन लोगों का वजन नियंत्रण में होता है, उनकी तुलना में अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त लोगों में मधुमेह का खतरा अधिक होता है। जिसका प्रभाव आंखों पर भी पड़ता है। वजन कम करने और इसे मेंटेन रखने के लिए रेग्यूलर एक्सरसाइज करें और डाइट को हेल्दी बनाएं। डायबिटीज में आंखों की एक्सरसाइज करने से भी आंखों को हेल्दी बनाया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को मेंटेन करें
अपने ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने के अलावा कोलेस्ट्रॉल को भी मेंटेन करना जरूरी है। हाई फैट और कार्बोहाइड्रेट रिच डाइट को हाई प्रोटीन या पोषक तत्वों में बदला जा सकता है। अधिक कोलेस्ट्रॉल की वजह से आंखों के नाजुक टिशूज पर प्रभाव पड़ता है।
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एक्सपर्ट के अनुसार यदि शुगर की परेशानी है तो ब्लड शुगर कंट्रोल करना जरूरी है। इस तरह से आंखों की छोटी-छोटी ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचने से रोका जा सकता है। साल में एक बार ए1c ब्लड टेस्ट कराना जरूरी है, जिससे ब्लड शुगर लेवल का 2 या 3 महीने में घटना या बढ़ना पता लगता है। इसका रिजल्ट 7% से कम या बराबर आना बताता है कि ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल है।