Onlymyhealth के फेसबुक पेज के इनबॉक्स पर आपके भेजे सवालों का एक बार फिर से हम जवाब लेकर आए हैं। इस लगातार दूसरे सप्ताह में हम आपके द्वारा भेजे गए पिंपल्स, बैड कोलेस्ट्रोल, वजन कम करने जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के आपके सवालों का एक्सपर्ट से जवाब लेकर हाजिर हैं। आपका हर सवाल हमारे लिए जरूरी होता है, जिसका जवाब देना हमारी प्राथमिकता है। आपको बता दें कि ये सभी एक्पर्ट विश्वप्रख्यात अस्पतालों से हैं और आपको सवालों का सही उत्तर देने में सक्षम हैं। तो आईए जानते हैं कि इस सप्ताह आपके कौन से सवाल हमारे लिए प्राथमिकता बने।
अभिषेक पासवान: पिंपल की समस्या का समाधान?
एक्सपर्ट का जवाब- Dr Ankita Pant, Senior Consultant, Max multi speciality centre, panchsheel park
- अपने पूरे चेहरे पर मुंहासों के प्रयोग में आने वाली दवा का प्रयोग करें।
- जिन उत्पादों पर नॉनकोम एडोजेनिक लेबल लगा हो उन्हीं मेकअप, स्किन केयर और हेयर केयर उत्पादों का प्रयोग करें।
- अपने मेकअप का सामान या फिर मेक-अप ब्रश किसी को और न दें।
- मेकअप लगाकर न सोएं।
- दिन में बार-बार मुंह न धोएं। केवल दो बार ही मुंह धोएं।
- सुबह उठकर और सोने से पहले मुंह जरूर धोएं।
- जब भी आप कोई ऐसा काम करें, जिससे आपको पसीना आता हो उसके बाद मुंह जरूर धोएं।
- मुंहासों वाले स्थान को छूने से बचें।
- मुंहासों को कम करने के लिए हमेशा सनस्क्रीन का प्रयोग करें। बेवजह धूप की रोशनी के संपर्क में जाने से बचें।
- रोजाना या फिर एक दिन छोड़कर एक दिन शैम्पू करें।
- वर्कआउट के बाद जरूर नहाएं।
- एंटी-एकने डाइट ले।
- चॉकलेट, कोला, केक, पेस्ट्री, मिठाई, आईसक्रीम, आम जैसी चीजों से दूर रहें।
- जंक फूड से दूरी बनाएं।
- फल, सब्जियां, मीट और साबुत अनाज का ही सेवन करें।
- हाइड्रेट रहें, दिन में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी पीएं।
- कम मात्रा में शराब पीएं।
मिशुदास: व्हाइट डिसचार्ज की समस्या का समाधान क्या है?
जब लड़कियां युवावस्था में आती हैं तो उनके सामने कई प्रकार की समस्याएं होती हैं, जिनमें से एक है योनि स्राव (वजाइनल डिस्चार्ज)। इस स्थिति में लड़कियों के गुप्ताग से काफी मात्रा में पानी जैसा पदार्थ निकलता हैं जिसको लैक्टोबसीलस कहते हैं। इस परिस्थिति में योनि संक्रमण भी हो सकता है। योनि संक्रमण तब होता है, जब गुप्तांग से दूसरे प्रकार का तरल पदार्थ या तो निकलने लगता है या उसमें बनने लगता है।
- इस स्थिति से बचने के लिए आपको ये तरीके अपनाने चाहिए
- जननेन्द्रिय क्षेत्र को साफ और शुष्क रखें।
- यौन सम्बन्धों से होने वाले रोगों से बचने और उन्हें फैलने से रोकने के लिए कंडोम का इस्तेमाल अवश्य करें।
- डायबिटीज हो तो ब्लड शुगर को कंट्रोल करें।
अंजु गर्ग: वजन कम करने के उपाय क्या है?
- डॉक्टर अजय सक्सेना (बीएएमएस, एमडी-आयुर्वेद मेडिसिन) ने कहा, "आयुर्वेद में सर्वप्रथम जो चिकित्सा बताई गई है वह फास्टिंग है। हालांकि, लोगों में यह भ्रम है कि फास्टिंग से एनर्जी कम हो जाती है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। अगर हम फास्टिंग को सही तरीके से करते हैं तो कमजोरी नहीं आती है। फास्टिंग करने का ये तरीका है कि, यदि हम अपने 3 मील (भोजन) में से एक मील को स्किप यानी छोड़ सकते हैं, या हम सिर्फ खिचड़ी का प्रयोग कर सकते हैं। या फलों के रस को पीकर रह सकते हैं।"
अल्मास लवीज़ा खान: एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय?
एक्सपर्ट का जवाब- सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश के चिकित्साधिकारी डॉ. राम आशीष यादव बता रहे हैं कि कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकने के लिए आपको अपना खान-पान कैसा रखना चाहिए। उनका कहना है कि खान-पान की गलत आदतों के कारण ही कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। शरीर में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए अपने खान-पान में कुछ जरूरी बदलाव करें जैसेः
- पिज्जा, पेस्ट्री, चिप्स, हॉट डॉग, चाउमीन, नूडल्स, क्रीमी पास्ता, बर्गर जैसे जंक फूड का सेवन बिल्कुल कम कर दें।
- कोई एक चीज सप्ताह में 1 बार खा सकते हैं।
- रोज-रोज इनका सेवन बिल्कुल न करें।
- अपने खाने, नाश्ते और स्नैक्स में नमक की मात्रा बिल्कुल कम करें।
- ऐसे फूड्स जिनमें नमक बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है उनका सेवन बहुत कम मात्रा में करें।
- सब्जियों का सेवन भरपूर करें।
- रोजाना कम से कम 5-6 कप सब्जियां जरूर खाएं।
- होलग्रेन ब्रेड्स, सीरियल, पास्ता, चावल और नूडल्स का प्रयोग करें।
- शाम के स्नैक्स में बिना नमक और बटर वाले पॉपकॉर्न, सब्जियों से बना स्प्राउट्स और फलों का सेवन करें।
- खाना बनाने के लिए एक ही नहीं, कई तरह के तेलों का इस्तेमाल करें, जैसे- कैनोला ऑयल, सनफ्लावर ऑयल, सोयाबीन ऑयल, ऑलिव ऑयल आदि का प्रयोग करें।
- सप्ताह में कम से कम 150 ग्राम ऑयली फिश जरूर खाएं।
- सप्ताह में 6-7 अंडों का सेवन जरूर करें। खासकर सुबह के नाश्ते में अंडों का सेवन फायदेमंद होता है।
- लो फैट मिल्क (टोन्ड या स्किम्ड मिल्क) का प्रयोग करें।
- प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन कम से कम करें। इसके अलावा सफेद चीनी और इससे बने फूड्स जैसे- चाय, मिठाई, डोनट्स आदि का सेवन बिल्कुल कम करें।
भुवेश बंसल: एनर्जी ड्रिंक्स हमारे लिए कितना फायदेमंद है?
एक्सपर्ट का जवाब-प्रीति राव, इंटीग्रेटिव हेल्थ और वेलनेस एक्सपर्ट, मैक्समल्टी स्पेशयालिटी सेंटर, पंचशील पार्क
हमारी इस दौड़ती-भागती जिंदगी में तनाव, खान-पान की गलत आदतें और गतिहीन जीवनशैली के साथ कम नींद हमारे अंदर ऊर्जा का अभाव होने का सबसे बड़ा कारण है। हमारी खराब जीवनशैली की आदतों के कारण मानसिक और शारीरिक सतर्कता की कमी को पूरा करने के लिए हम कभी-कभी अपनी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने के लिए बाहरी पेय व खाद्य पदार्थों पर निर्भर रहते हैं। हालांकि सवाल यह है कि ये ऊर्जा पेय हमारे लिए अच्छे हैं या नहीं।
इन एनर्जी ड्रिंक में कैफीन की उच्च मात्रा होती है और साथ में इनमें शुगर, विटामिन, एमिनो एसिड और कुछ हर्बल तत्व भी होते हैं। ऐसा देखा गया है कि वे लोग, जो नियमित रूप से इन एनर्जी ड्रिंक का सेवन करते हैं उनमें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे का खतरा अधिक होता है। इन पेय पदार्थों के सेवन का एक सामान्य कारण शराब के साथ मिश्रित थकान, थकान, नींद या यहां तक कि नींद को दूर करना है। आप चाहे तो केला, शकरकंद, ब्राउन राइस, ओटमील और डार्क चॉकलेट का सेवन करना चाहिए। ये अधिक ऊर्जा देते हैं लेकिन इनकी लत मत लगाइए। एक्सरसाइज, आराम और अच्छी नींद ऊर्जा, मानसिक स्वास्थ्य और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।
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