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हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर, एक्सपर्ट से जानें इसे मैनेज करने के तरीके

डाइटिशियन और गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा का कहना है कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को बैलेंस करने के लिए डाइट पर फोकस करना बहुत जरूरी है। 
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हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर, एक्सपर्ट से जानें इसे मैनेज करने के तरीके


भारत में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले दिनों टीवी की मशहूर अदाकारा हिना खान ने भी ब्रेस्ट कैंसर होने की जानकारी दी है। हिना खाने से पहले कई बॉलीवुड और टीवी के स्टार भी ब्रेस्ट कैंसर से जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ चुके हैं। किसी भी महिला को ब्रेस्ट कैंसर होने के कई कारण होते हैं। इसमें फैमिली हिस्ट्री मुख्य वजह है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी महिला के परिवार में ब्रेस्ट कैंसर की हिस्ट्री रही है, तो उस परिवार में जन्म लेने वाली बेटी को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। इसके अलावा महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का दूसरा कारण है हार्मोन का इंबैलेंस होना। गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा की मानें तो महिलाओं के शरीर में हार्मोन का इंबैलेंस होने की वजह से ब्रेस्ट टिश्यू असामान्य रूप से विकसित होने लगते हैं, जिसकी वजह से ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा रहता है।

एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स के इंबैलेंस से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर?

मनप्रीत कालरा की मानें तो, महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोजन हार्मोन्स का असंतुलन होने के कारण ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण उत्पन्न होते हैं और इस कैंसर का खतरा बढ़ता है। दरअसल, प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन का असंतुलन होने के कारण ब्रेस्ट में टिश्यू का ग्रोथ तेजी से होता है। कई बार यह टिश्यू इतनी तेजी से बढ़ते हैं कि गांठ का रूप ले लेते हैं और महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर हो जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन महिलाओं की फर्टिलिटी, पीरियड और सेक्शुअल हेल्थ के लिए जिम्मेदार होते हैं। साथ ही इन दोनों हार्मोन की वजह से ब्रेस्ट का विकास और बीमारियां होती हैं।

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एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को बैलेंस करने के लिए क्या करें?

डाइटिशियन और गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा का कहना है कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को बैलेंस करने के लिए डाइट पर फोकस करना बहुत जरूरी है। आइए आगे जानते हैं इसके बारे में... 

- इन दोनों हार्मोन को बैलेंस करने के लिए हर महिला को रोजाना चने खाना चाहिए। चनों में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी6 पाया जाता है, जो प्रोजेस्टेरोन का प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद करते हैं। जिससे ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों को रोकने में मदद करता है।

- ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों और हार्मोन्स को बैलेंस करने के लिए ब्रोकली भी बहुत फायदेमंद होती है। ब्रोकली में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं। इसमें ग्लूकोसिनोलेट्स होते हैं, जो एस्ट्रोजन डिटॉक्सिफिकेशन का काम करता है। 

- महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स को संतुलित करने में चेस्टबेरी की चाय बहुत फायदेमंद होती है। यह शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का प्रोडक्शन कम कर देती है, जिससे कैंसर समेत कई बीमारियों का खतरा कम होता है।

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- कद्दू के बीज भी हार्मोन्स को संतुलित करने में मददगार होते हैं। कद्दू के बीजों में पर्याप्त मात्रा में जिंक पाया जाता है, जो प्रोजेस्टेरोन को बैलेंस करता है।

- सूरजमुखी के बीज भी गुणों से भरपूर होते हैं। ये शरीर में एस्ट्रोजन के लेवल को बैलेंस करते हैं और हार्मोन फंक्शन को सुधारते हैं।

उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप डाइट में बताई गई तमाम चीजों को शामिल करेंगे और हार्मोन को संतुलित करके ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों को कम करता है।

All Imge Credit: Freepik.com

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