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पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचने के लिए महिलाएं डाइट में शामिल करें ये 5 पोषक तत्व, चिंता और तनाव होगा दूर

Nutrients To Prevent Postpartum Depression: पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचने के लिए महिलाओं को डाइट में कुछ जरूरी न्यूट्रिएंट्स को शामिल करना चाहिए।
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पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचने के लिए महिलाएं डाइट में शामिल करें ये 5 पोषक तत्व, चिंता और तनाव होगा दूर


Nutrients To Prevent Postpartum Depression In Hindi: मां बनना हर महिला के लिए दुनिया का सबसे सुखद अहसास होता है। लेकिन कई महिलाएं डिलीवरी के बाद अवसाद का शिकार हो जाती हैं, जिसे पोस्टपार्टम डिप्रेशन कहते हैं। दरअसल, बच्चे के जन्म के बाद एक नई मां शारीरिक, मानसिक और सामाजिक चुनौतियों से गुजर रही होती है। इसकी वजह से उसके अंदर कई तरह की भावनाएं ट्रिगर होती हैं, जिसे वह ठीक तरह से हैंडल नहीं कर पाती है। पोस्टपार्टम डिप्रेशन से ग्रसित महिलाओं में मूड स्विंग्स, सोने में परेशानी, भूख में बदलाव और थकान जैसे कई लक्षण देखने को मिलते हैं। ऐसी स्थिति में नई मां को परिवार की तरफ से ज्यादा सपोर्ट और देखभाल की जरूरत होती है। पोस्टपार्टम डिप्रेशन से जूझ रही महिलाओं को अपने खानपान का भी खास ख्याल रखना चाहिए। डाइट्रीफिट की डाइटिशियन अबरना मैथ्यूवनन की मानें तो डिलीवरी के बाद डिप्रेशन से बचने के लिए महिलाओं को अपनी डाइट में कुछ पोषक तत्वों को जरूर शामिल करना चाहिए। तो आइए, इस लेख में जानते हैं कि पोस्टपार्टम डिप्रेशन की समस्या से बचाव के लिए कौन से न्यूट्रिएंट्स फायदेमंद होते हैं -

पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचाव के लिए डाइट में शामिल करें ये 5 न्यूट्रिएंट्स - Nutrients To Prevent Postpartum Depression

ओमेगा-3 फैटी एसिड

पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचाव के लिए महिलाओं को अपनी डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स को शामिल करना चाहिए। ओमेगा-3 फैटी एसिड जरूरी फैट्स हैं, जो मस्तिष्क के कार्य और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके सेवन से चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए आप नट्स, बीज, सोयाबीन, सैल्मन मछली आदि का सेवन कर सकते हैं।

आयरन 

आयरन एक महत्वपूर्ण मिनरल है, जो रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन और शरीर में ऑक्सीजन परिवहन के लिए जरूरी है। प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी भी पोस्टपार्टम डिप्रेशन का कारण बन सकती है। डिलीवरी के बाद चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं से बचने के लिए आपको अपने आहार में आयरन से भरपूर फूड्स को शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां, अनार, चुकंदर, अनाज, दालें, अंडा, लाल मांस और मछली आदि का सेवन कर सकते हैं।

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विटामिन-डी

पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचाव के लिए विटामिन-डी भी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। सूरज की रोशनी के संपर्क में ना रहने से शरीर में विटामिन-डी की कमी हो जाती है, जो डिप्रेशन का कारण बनती है। इसकी आपूर्ति के लिए आपको कॉड लिवर या मछली का तेल, व्हीटग्रास, अंडे की जर्दी और दूध का सेवन करना चाहिए।

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विटामिन-बी

विटामिन-बी शरीर में मेटाबॉलिज्म को सही रखने और मस्तिष्क के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर में प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि शरीर में फोलेट और विटामिन-बी12 की कमी पोस्टपार्टम डिप्रेशन का कारण बन सकती है। शरीर में विटामिन--बी12 की कमी को पूरा करने के लिए हरी सब्जियों, साबुत अनाज, दही, अंडा, ओट्स, मशरूम, ब्रोकली, पनीर और दूध को शामिल करें।

एंटीऑक्सीडेंट

पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचाव में एंटीऑक्सीडेंट भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट डिप्रेशन को बढ़ाने वाले टिश्यू को नष्ट करने में मदद करते हैं। साथ ही, ये फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचाने में भी सहायक होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फूड का सेवन करने से मस्तिष्क के कामकाज में मदद मिलती है और डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में फायदा होता है। इसके लिए आप नट्स, नींबू, ब्रोकली, अंडा, मछली, ब्राउन राइस, बींस, तरबूज, अंगूर, सेब और शिमला मिर्च जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।

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पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचाव और इसके लक्षणों को ठीक करने के लिए आपको अपने आहार में इन पोषक तत्वों को जरूर शामिल करना चाहिए। इसके अलावा नियमित व्यायाम करने और ध्यान लगाने से चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिल सकती है।

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