प्रोस्टेट (Enlarged Prostate) बढ़ने की समस्या आमतौर पर बुजुर्गों में होने वाली स्थिति मानी जाती है लेकिन ये कम उम्र के पुरुषों में भी देखी जा रही है। मैक्स हॉस्पिटल, डिपार्टमेंट ऑफ जनरल सर्जरी एंड रोबोटिक्स, यूरो-ऑन्कोलॉजी, किडनी ट्रांसप्लांट, एसोसिएट डायरेक्टर, यूरोलॉजी, डॉ. विमल दासी बताते हैं कि प्रोस्टेट अखरोट के साइज जितनी एक ग्लैंड होती है जो ब्लैडर के ठीक नीचे स्थिति होती है। इसका काम इजेकुलेट होने वाले फ्लूइड का निर्माण करना है। उम्र बढ़ने के साथ साथ इस प्रोस्टेट का साइज बड़ा हो जाता है और यूरेथरा इसके कारण दब जाता है। ऐसा होने के कारण पेशाब ब्लैडर से आसानी से बाहर नहीं आ पता है। इसलिए आपको बार बार पेशाब करने की आवश्यकता महसूस हो सकती है। इस स्थिति में पेशाब करते समय तकलीफ होती है और आपको बार बार पेशाब करने की जरूरत भी महसूस होती है। बहुत से पुरुष इस स्थिति के बारे में बाहर बताने में शर्म महसूस करते हैं और खुद को तकलीफ में रखते हैं। लेकिन यह स्थिति इन दिनों काफी आम हो गई है इसलिए शरमाने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। अगर इसके उपचार के बारे में बात करें तो, पहले के मुकाबले उपचार की तकनीकों में काफी सुधार आ चुका है। तो आइए जानते हैं बढ़े हुए प्रोस्टेट के लक्षण और उपचार।
बढ़े हुए प्रोस्टेट के लक्षण (Enlarged Prostate Symptoms)
कई बार पेशाब करते समय दर्द होने लगना तब तक सामान्य है जब तक यह स्थिति बिना लक्षणों के होती है। उस समय इससे कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता। लेकिन जैसे ही लक्षण महसूस होने लगते हैं तो वह अपने आप ठीक नहीं होती और ब्लैडर व किडनी को भी प्रभावित कर सकती है। इसलिए डॉक्टर को जरूर दिखा लें।
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बढ़े हुए प्रोस्टेट की पहचान कैसे की जाती है (How To Recognise)
अगर आपके डॉक्टर को सामान्य रूप से महसूस होता है कि आपका प्रोस्टेट बढ़ा हुआ है तो वह आपको यूरोलॉजिस्ट के पास भेज सकते हैं। यह डॉक्टर डिजिटल रेक्टल एग्जाम करते हैं। आपको यूरिनरी फ्लो और वॉल्यूम टेस्ट लेने को भी बोला जा सकता है ताकि यह देखा जा सके कि ब्लैडर कितना खाली हो रहा है या खाली ही नहीं हो रहा है।
क्या हैं बढ़े हुए प्रोस्टेट के उपचार (Treatment For Enlarged Prostate)
बहुत से पुरुषों के लिए इसके उपचार हेतु फर्स्ट लाइन इंटरवेंशन दी जाती है। आपको कुछ ऐसी दवाइयां सुझाई जा सकती हैं जो ब्लैडर की मसल्स को रिलैक्स करें। ताकि पेशाब के फ्लो में मदद मिल सके। कुछ दवाइयां प्रोस्टेट के साइज को कम करने में भी मदद कर सकती हैं और कई बार दोनों तरह की दवाइयां ही दी जा सकती हैं।
आप जितना जल्दी डॉक्टर के पास जायेंगे उतना जल्दी घर पर ही इलाज संभव हो सकेगा। यही नहीं दवाइयों के साथ आपका उपचार हो सकेगा। लेकिन अगर आप इसे नजरंदाज करते हैं और अगर स्थिति हाथ से बाहर निकल जाती है तो सर्जरी ही करवानी पड़ती है। कई बार तो पेशाब में खून भी देखने को मिल सकता है। इसलिए लक्षणों के महसूस होते ही उपचार की ओर आगे बढ़ें।
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इसके एक उपचार में होल्मियम लेज़र एनक्लूएशन (hoLEP) प्रक्रिया भी शामिल है जिसका प्रयोग कई सालों से होता आ रहा है। लेकिन अब नयी लेजर (moses) तकनीक आ चुकी है। जोकि एक सुधरा हुआ तरीका है। सबसे पहले एक रिसेक्टोस्कोप यूरेथरा में रख दिया जाता है। फिर एक छोटा सा कैमरा भी प्रोस्टेट की ओर लगा दिया जाता है। ताकि डॉक्टर प्रोस्टेट में होने वाले रुकावट को देख सकें। इसके बाद एक लेजर को अंदर पहुचाया जाता है ताकि वह उस टिश्यू को बाहर ला सके जो यूरिन फ्लो को ब्लॉक कर रहा है।
बहुत से पुरुष इस बारे में बात करने से और उपचार करवाने से घबराते हैं लेकिन अब उपचार की काफी नई नई तकनीक आ चुकी हैं। जिससे एक से दो हफ्तों में ही आप ठीक हो सकते हैं। इसलिए इस स्थिति से बिलकुल भी न घबराएं।
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