दिन-प्रतिदिन बिगड़ती लाइफस्टाइल का असर हमारे सेहत पर देखने को मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार जब व्यक्ति के शरीर में वात, कफ और पित्त दोष बढ़ जाते हैं तो इससे शरीर में कई तरह की समस्याएं और रोग शुरू हो जाते हैं। ऐसे में शरीर के अंदर सूजन यानी इंफ्लेमेशन की समस्या हो सकती है। इससे शरीर के किसी भी अंग में सूजन देखने को मिल सकती है। साथ ही, अंगों के संचालन में कई तरह की परेशानी हो सकती है। इस समस्या से बचने के लिए आप आयुर्वेदक उपायों को अपना सकते हैं। यह आयुर्वेदिक उपाय व्यकित के वात, कफ और पित्त दोष को शांत करने में मदद करते हैं। इस लेख में इंस्टाग्राम की हार्मोनल हेल्थ स्पेशलिस्ट उर्वशी अग्रवाल ने बताया कि इंंफ्लेमेशन को दूर करने के लिए क्या उपाय अपनाने (Ayurvedic Remedies To Reduce Inflammation) चाहिए?
इंफ्लेमेशन कम करने वाले आयुर्वेदिक उपाय - Effective Ayurvedic Remedies To Reduce Inflammation In Hindi
घी और मुलेठी
शरीर में इंफ्लेमेशन होने पर आप दिन की शुरुआत एक चम्मच घी में करीब आधी चम्मच मुलेठी पाउडर को मिलाकर खा लें। इससे आपके शरीर के दोष शांत होते हैं और सूजन धीरे-धीरे कम होने लगती है। घी में एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुण होते हैं, जो इंफ्लेमेशन को कम करते हैं। इसके बाद आप योगा, एक्सरसाइज और साइकिलिंग कर सकते हैं।
हल्दी, अदरक, तुलसी, करी पत्ते और पान के पत्ते
दिन में किसी भी समय आप हल्दी, अदरक, तुलसी, करी पत्ते और पान के पत्ते को करीब आधा गिलास पानी में मिलाकर पीस लें और इसका सेवन करें। इससे आपकी पाचन क्रिया बेहतर होती है। जिससे आपको अपच, कब्ज, ब्लोटिंग, गैस (gas, bloating) आदि समस्याओं में आराम मिलता है।
अजवाइन, सौंफ और जीरा की चाय
पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए आप एक छोटा चम्मच अजवाइन, सौंफ, जीरा को ले लें। इन सभी को करीब दो कप में डालकर उबाल लें। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छानकर पिएं। कुछ ही दिनो में आपको आराम मिलने लगेगा।
शहद और त्रिफला
जिन लोगों को सुबह उठते ही पेट में भारीपन महसूस होता है वह रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला पाउडर को शहद के साथ ले सकते हैं। इससे पाचन क्रिया सही होती है आपका पेट आसानी से साफ हो जाता है।
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Ayurvedic Remedies To Reduce Inflammation: ऊपर बताए किसी भी उपाय को अपनाने से पहले आप डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। वहीं, सुबह के समय ध्यान और मेडिटेशन को भी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं। इसके अलावा, संतुलित डाइट लेना शुरू करें।