
यूटीआई यानी 'यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन' को 'मूत्रनली का संक्रमण' कहते हैं। ये समस्या पुरुषों और महिलाओं, दोनों को ही हो सकती है, मगर महिलाएं आमतौर पर इसका ज्यादा शिकार होती हैं। इस इंफेक्शन के कारण बैक्टीरिया या फंगस हो सकते हैं, जो मूत्रमार्ग में पहुंचकर सूजन या इंफेक्शन का कारण बनते हैं। प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं में यूटीआई का खतरा ज्यादा पाया जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि आपका खानपान भी यूटीआई के खतरे को बढ़ा सकता है? हाल में हुई एक रिसर्च तो ऐसा ही बताती है।
यूटीआई को कैसे पहचानें
यूटीआई की समस्या को कुछ लक्षणों के आधार पर आसानी से पहचाना जा सकता है। आमतौर पर महिलाओं में निम्न लक्षण दिखते हैं।
- जल्दी-जल्दी पेशाब आना
- मूत्रमार्ग में जलन महसूस होना
- पेशाब लगने का एहसास होना मगर कुछ बूंदों से ज्यादा मूत्र न निकलना
- बुखार आना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द या अकड़न महसूस होना
नॉनवेज छोड़ने से कम होता है यूटीआई का खतरा
ताईवान के Buddhist Tzu Chi Medical Foundation में की गई एक ताजा रिसर्च के अनुसार अगर आप वेजिटेरियन डाइट लेती हैं, तो आपको यूटीआई का खतरा कम होता है। आमतौर पर यूटीआई का कारण पेट के बैक्टीरिया, जैसे- ई. कोली आदि बनते हैं, जो यूरेथ्रा के रास्ते से मूत्रमार्ग में पहुंच जाते हैं और ब्लैडर और किडनी को प्रभावित करते हैं। इसके पहले हुई एक अन्य रिसर्च में भी इस बात को बताया गया था कि नॉन वेजिटेरियन फूड्स के सेवन से यूटीआई का खतरा बढ़ता है। मगर तब तक यह नहीं पता लगाया जा सका था कि क्या नॉनवेज छोड़ देने के बाद यूटीआई का खतरा कम हो जाता है।
16% कम हो जाता है खतरा
इस अध्ययन को Scientific Reports नामक जर्नल में छापा गया है। इस रिसर्च के लिए 9724 लोगों को चुना गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि नॉन वेजिटेरियन फूड्स (मांसाहारी आहार) छोड़ने के बाद और पूरी तरह वेजिटेरियन फूड्स (शाकाहारी आहार) अपनाने के बाद यूटीआई का खतरा 16% तक कम पाया गया।
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ज्यादा फाइबर खाना है फायदेमंद
शोधकर्ताओं ने बताया कि अगर वेजिटेरियन लोग ज्यादा फाइबर वाले आहार खाएं, तो वे पेट में ई. कोली बैक्टीरिया को विकसित होने से रोक सकते हैं। इसके अलावा फाइबर वाले आहारों के सेवन से पेट में एसिडिक प्रभाव बढ़ता है, जिससे यूटीआई की आशंका कम हो जाती है।
यूटीआई हो, तो खानपान में रखें इन बातों का ध्यान
- सोडा ड्रिंक्स, कोल्ड ड्रिंक्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन न करें।
- खट्टे फल और एसिडिक चीजें खाने से ब्लैडर इंफेक्शन की स्थिति और बुरी हो सकती है।
- मिर्च-मसाले वाली चीजों का सेवन कम कर दें।
- चीनी और आर्टिफिशियल शुगर का इस्तेमाल कम कर दें।
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, ताकि बैक्टीरिया आपके मूत्रमार्ग से बाहर निकल जाएं।
- यूटीआई के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- पब्लिक टॉयलेट्स का इस्तेमाल कम से कम करें या न करें।
- अगर जलन, खुजली या दर्द की समस्या बढ़ जाए, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
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