फाइबर फूड्स कम खाने वाली महिलाओं को ज्यादा होता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, जानें वैज्ञानिक कारण

वैज्ञानिकों के अनुसार जो महिलाएं कम फाइबर का सेवन करती हैं, उन्हें भविष्य में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। जानें किन आहारों से मिलेगा फाइबर।
  • SHARE
  • FOLLOW
फाइबर फूड्स कम खाने वाली महिलाओं को ज्यादा होता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, जानें वैज्ञानिक कारण


हर साल करोड़ों महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) का शिकार होती हैं और लाखों महिलाओं की मृत्यु हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर का एक कारण महिलाओं में खानपान से जुड़ी एक छोटी सी गलती हो सकती है? जी हां, हाल में ही वैज्ञानिकों ने एक शोध में पाया है कि जो महिलाएं कम मात्रा में फाइबर वाले आहार खाती हैं, उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सामान्य लोगों से ज्यादा होता है। आजकल प्रॉसेस्ड फूड्स और शहरी खानपान में फाइबर की मात्रा बहुत कम हो गई है।
एक्सपर्ट्स ने पहले भी आगाह कर चुके हैं कि फाइबर कम खाने वाले लोगों को बॉवल कैंसर का खतरा होता है। लेकिन इस बार हार्वर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए शोध में फाइबर के सेवन का ब्रेस्ट कैंसर पर भी असर देखा गया।

क्या है फाइबर और कैंसर का कनेक्शन?

कैंसर मेडिकल जर्नल में छपे इस ताजा अध्ययन में बताया गया कि जो महिलाएं अच्छी मात्रा में फाइबर वाले आहारों का सेवन करती हैं, उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 8% कम होता है। वैज्ञानिकों ने इसका कारण यह बताया कि ज्यादा फाइबर खाने से ब्लड ग्लूकोज कंट्रोल रहता है और इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन भी सही होता है, इसलिए ऐसा संभव है।

इसे भी पढ़ें:- शरीर में ये 5 बदलाव होते हैं ब्रेस्ट कैंसर का संकेत, जानें कारण

फाइबर ब्रेस्ट कैंसर को कैसे रोकता है?

वैज्ञानिकों के अनुसार कैंसर सेल्स शुगर का सहारा लेकर तेजी से बढ़ती हैं। इसलिए अगर किसी व्यक्ति के खून में शुगर की मात्रा ज्यादा है, तो उसके शरीर में कैंसर सेल्स का विकास तेजी से होता है। इसलिए यहां पर फाइबर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और ब्लड शुगर को मैनेज करके कैंसर के खतरे को कम कर देता है। वहीं दूसरी तरफ ओएस्ट्रजन हार्मोन की अधिकता भी ब्रेस्ट कैंसर का एक और महत्वपूर्ण कारण है और फाइबर महिलाओं के शरीर में बनने वाले ओएस्ट्रोजन हार्मोन का सर्कुलेशन कम कर देता है। फाइबर ये काम आंतों में गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाकर करता है, जिससे ये हार्मोन्स टूट जाते हैं।

किन आहारों से मिलता है फाइबर?

आमतौर पर एक दिन में लगभग 30 ग्राम फाइबर खाने की सलाह दी जाती है। फाइबर का निर्मान सेल्युलोज, लिग्निन और पेक्टिन के द्वारा होता है। ये फाइबर मुख्स रूप से सभी प्रकार की सब्जियों और फलों में पाया जाता है। मोटे अनाज जैसे- चना, गेंहूं, जौ, बाजरा, मक्का आदि भी में फाइबर की मात्रा बहुत अच्छी होती है। इसके अलावा कार्बोहाइड्रेट से भरपूर फूड्स जैसे- होलग्रेन ब्रेड, पास्ता और सभी प्रकार की दालों, बीजों आदि में भी फाइबर पाया जाता है। प्रॉसेस्ड फूड्स में फाइबर की मात्रा कम होती है, इसलिए इन्हें हेल्दी नहीं माना जाता है। पौधों से प्राप्त लगभग सभी आहारों में फाइबर अच्छी मात्रा में होता है।

इसे भी पढ़ें:- क्यों बढ़ रहे हैं ब्रेस्ट कैंसर के मामले? भारतीय महिलाओं में स्तन कैंसर की स्थिति पर डालें एक नजर

पाचनतंत्र के लिए भी फायदेमंद है फाइबर

फाइबर को आपके पाचनतंत्र के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसका कारण यह है कि फाइबर वाले आहार मल के साथ-साथ आंतों में जमा गंदगी भी निकाल देते हैं और दूसरी बात ये है कि ये आपके पेट को देर तक भरा हुआ रखते हैं, क्योंकि ये धीरे-धीरे पचते हैं। फाइबर को इसलिए भी हेल्दी माना जाता है क्योंकि ये डायबिटीज और दिल की बीमारियों से बचाने में भी मददगार साबित होते हैं।

Read More Articles on Health News in Hindi

Read Next

हफ्ते में 3-6 अंडे खाना हो सकता है दिल के लिए फायदेमंद, अध्‍ययन में हुआ खुलासा

Disclaimer