इन दिनों जिस प्रकार की हम जीवन शैली जी रहे हैं ऐसे में तनाव होना स्वभाविक है। इस तनाव को दूर करने के लिए आप अपनी दिनचर्या में योग, एक्सरसाइज, प्राणायाम आदि जोड़ सकते हैं। आज हम आपके लिए एक ऐसे आसन को लेकर आए हैं जिसे करने से सेहत को कई तरीकों से लाभ होता है। इस आसन का नाम है गरुड़ासन (Garudasana/Eagle Pose)। जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है यह दो शब्दों से मिलकर बना है गरुड़ और आसन। गरुण का अर्थ है चील वहीं आसन यानी मुद्रा। इस आसन को करते वक्त व्यक्ति चील की मुद्रा में आ जाता है। आज हम आपको अपने लेख के माध्यम से बताएंगे की गरुड़ासन को करने से सेहत को क्या-क्या फायदे होते हैं। साथ ही इसे करने की विधि और जरूरी सावधानियां भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
गरुड़ासन को करने की विधि (steps of Garudasana/Eagle Pose)
सबसे पहले जमीन पर मैट बिछाएं और उस पर खड़े हो जाएं। अब ताड़ासन की स्थिति में आने के बाद गहरी लंबी सांस लें। अपने बाएं टांग को दाईं टांग के ऊपर पीछे से लेकर जाएं और टिकाएं। अब बाएं पैर की उंगलियों को जमीन पर रखने की कोशिश करें। अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और दाएं हाथ की बाजू को बाएं हाथ के पीछे लेकर जाएं और अब हाथ जोड़ने की कोशिश करें। जैसा कि ऊपर तस्वीर में बताया गया है। अब इस स्थिति में तकरीबन 40 से 50 सेकंड तक खड़े रहें। अब इस आसन से बाहर निकलने के लिए ऊपर बताए गए स्टेप्स को उल्टा करें। अब दूसरी तरफ से भी इस प्रक्रिया को दोहराएं।
इस आसन को करते वक्त शरीर पर काबू होना जरूरी है और अपना बैलेंस बनाना भी जरूरी है। शुरुआत में इस आसन को करते वक्त आपके पिंडलियों पर जोर पड़ सकता है और दर्द शुरू हो सकता है लेकिन इसके बाद भी संतुलन को डगमगाएं नहीं। शुरुआत में आप इस योग को करने के लिए दीवार का भी सहारा ले सकते हैं। अगर आपकी हथेली एक दूसरे से नहीं छू रही हैं तो कोई बात नहीं। आप जितना कर पा रहे हैं केवल उतना ही क।रें अपनी क्षमता पर ज्यादा जोर ना दें।
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गरुड़ासन (Garudasana/Eagle Pose) को करने के फायदे
1 - गरुड़ासन को करने से एकाग्रता शक्ति में सुधार आता है।
2 - अगर आप शारीरिक संतुलन में सुधार लाना चाहते हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है।
3 - कंधों में खिंचाव और पीठ के ऊपरी हिस्से में खिंचाव के लिए आप इस आसन को कर सकते हैं।
4 - तंत्रिकाओं को टोन करने के साथ-साथ यह बाजू की मांसपेशियों को भी मजबूती देता है।
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इस आसन को करते वक्त बरतने वाली सावधानी
अगर आप गठिया के दर्द से परेशान हैं तो केवल डॉक्टर की सलाह पर ही इस आसन को करें। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति के घुटनों में चोट लगी है या भयंकर दर्द है तब भी इस आसन को ना दोहराएं वरना दर्द और बढ़ सकता है।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि गरुड़ासन को करने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। साथ ही यह आसन कई तरीकों से सेहत को तंदुरुस्त बनाता है लेकिन अगर इस आसन को करते वक्त असामान्यता महसूस हो तो आप एक्सपर्ट की देखरेख में इस आसन को कर सकते हैं।
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