माइग्रेन अकेले नहीं आता, साथ में लाता है ये 3 बड़े रोग

माइग्रेन यदि लंबे समय तक रहे तो गंभीर समस्या पैदा कर सकता है। इसलिये आपका पता होना चाहिये कि, माइग्रेन क्‍या है, माइग्रेन क्‍यों होता है, कैसे जानें माइग्रेन के लक्षण, माइग्रेन होने के कारण क्‍या-क्‍या हैं, माइग्रेन का इलाज कैसे करें।
  • SHARE
  • FOLLOW
माइग्रेन अकेले नहीं आता, साथ में लाता है ये 3 बड़े रोग


बार-बार सिर दर्द को हल्के में नहीं लेना आपको भारी पड़ सकता है। यह माइग्रेन का दर्द भी हो सकता है। माइग्रेन में सिर के एक ही हिस्से में दर्द होता है। माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है। इसमें रह-रहकर सिर में एक तरफ बहुत ही चुभन भरा दर्द होता है। यह दर्द कुछ घंटों से लेकर तीन दिन तक बना रहता है। इसमें सिरदर्द के साथ-साथ गैस्टिक, मितली, उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके अलावा माइग्रेन में रोशनी, तेज आवाज से परेशानी महसूस होती है। कई बार माइग्रेन का दर्द ब्रेन हेमरेज या लकवा का कारण भी हो सकता है।

 

माइग्रेन के कारण

  • जिन लोगों को हाई या लो ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और तनाव जैसी समस्याएं होती हैं उनके माइग्रेन का शिकार होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • एल्कोहल या किसी तरह का संक्रमण और शरीर में विषैले तत्वों का जमाव भी माइग्रेन का कारण हो सकता है।
  • भावनाओं को दबाने से भी माइग्रेन हो सकता है। इसलिए भावनाओं को दबाने के बजाय उन्‍हें अपने विश्वस्त लोगों से बांटें।
  • कभी-कभी आंखों पर अधिक जोर पड़ने से भी सिरदर्द हो जाता है। सिरदर्द कई तरह का होता है इसलिए अगर कोई आम कारण समझ में न आए तो किसी नेत्र विशेषज्ञ से भी मिलना चाहिए। अगर ऐसा हो तो आंखों के कुछ सामान्य व्यायाम से इससे राहत पाई जा सकती है।
  • सर्दी लगना, वायरस और बुखार भी सिरदर्द के कारण बन जाते हैं। इनके अलावा एक वजह आयरन की कमी भी होती है।
  • माइग्रेन का कारण आनुवांशिक भी हो सकता है। हार्मोनल असंतुलन की वजह से यह समस्या लड़कों की अपेक्षा लड़कियों में अधिक पाई जाती है।  
  • पर्याप्त नींद न लेना, भूखे पेट रहना और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना जैसे कुछ छोटे-छोटे कारणों से भी आपको माइग्रेन की शिकायत हो सकती है।




माइग्रेन हो तो क्या करें

  • माइग्रेन होने पर ठंडे पानी की पट्टी सिर पर रखें इससे रक्त धमनियां फैल जाती हैं और अपनी पूर्व स्थिति में आ जाती हैं।
  • नियमित रुप से व्यायाम, योग और ध्यान करने से आप अपने दिमाग को तनाव से मुक्त कर सकते हैं।
  • ज्यादा देर तक भूखे नहीं रहें। थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ-ना-कुछ खाते रहें।
  • हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना बहुत फायदेमंद है। इसके अलावा गाजर व खीरा भी लाभदायक है।

सावधानियां

  • जहां पर आप काम कर रहें हों या बैठे हो वहां तेज रोशनी (जो आंखों में चुभें), तेज धूप या तेज गंध वाली नहीं होना चाहिए।
  • माइग्रेन से पीडित लोगों को जंक फूड व डिब्बा बंद पदार्थों से दूर रहना चाहिए।
  • पनीर, चॉकलेट, चीज, नूडल्स, केले व कुछ प्रकार के नट्स में ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles on Migraine In Hindi.

Read Next

सिर दर्द में महसूस होती हैं ये 4 बातें? तो आपको हो गया है ब्रेन ट्यूमर

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version